Rahul Gandhi Manipur Bharat Jodo Nyay Yatra Update | Manipur NEws | राहुल की भारत जोड़ो न्याय यात्रा आज से: मणिपुर के थौबल से शुरू होगी, 15 राज्यों में 6700 KM का सफर मुंबई में खत्म होगा

इंफाल8 मिनट पहले

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राहुल गांधी ने 7 सितंबर 2022 से 30 जनवरी 2023 तक भारत जोड़ो यात्रा की थी, जो कन्याकुमारी से शुरू होकर श्रीनगर में खत्म हुई थी। - Dainik Bhaskar

राहुल गांधी ने 7 सितंबर 2022 से 30 जनवरी 2023 तक भारत जोड़ो यात्रा की थी, जो कन्याकुमारी से शुरू होकर श्रीनगर में खत्म हुई थी।

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा मणिपुर से दोपहर 12 बजे शुरू होगी। पहले इसकी शुरुआत इंफाल से होने वाली थी, लेकिन बाद में पार्टी ने जगह बदलकर 34 किलोमीटर दूर थौबल कर दिया। कांग्रेस सीनियर लीडर जयराम रमेश ने कहा कि राहुल गांधी 11 बजे इंफाल आएंगे और सबसे पहले खोंगजोम युद्ध स्मारक जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस युद्ध स्मारक का महत्व सिर्फ मणिपुर ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए है।

कांग्रेस महासचिव वेणुगोपाल ने कहा पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे यात्रा को हरी झंडी दिखाएंगे। भारत न्याय यात्रा का मकसद आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक न्याय है। इस यात्रा में राहुल युवाओं, महिलाओं और हाशिए पर पड़े लोगों से मुलाकात करेंगे।

20 मार्च को खत्म होने वाली यात्रा 15 राज्य और 110 जिलों के 337 विधानसभा सीटों को कवर करेगी। इस दौरान राहुल गांधी बस से और पैदल 6 हजार 713 किलोमीटर से ज्यादा का सफर करेंगे।

यह मणिपुर से शुरू होकर नगालैंड, असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान और गुजरात से होते हुए महाराष्ट्र में समाप्त होगी।

15 राज्यों की 100 लोकसभा सीटों को कवर करेगी भारत जोड़ो न्याय यात्रा

जयराम रमेश बोले- यह चुनावी यात्रा नहीं है
कांग्रेस की न्याय यात्रा को लेकर पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमृतकाल के सुनहरे सपने दिखा रहे हैं, लेकिन हकीकत है कि ‘पिछले 10 साल, अन्याय के काल’ रहे हैं।

उन्होंने आगे कहा कि पिछले 10 साल में सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक अन्याय हुआ है, उसी को ध्यान में रखते हुए भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाली जा रही है। कांग्रेस पार्टी के मन में क्या है, इस बारे में राहुल गांधी जनता के बीच जाकर बताएंगे। यह एक वैचारिक यात्रा है, चुनावी यात्रा नहीं है।

भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू होने से एक दिन पहले 13 जनवरी को कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की।

भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू होने से एक दिन पहले 13 जनवरी को कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की।

यात्रा की परमिशन पर पॉलिटिक्स
कांग्रेस की न्याय यात्रा शुरू होने से पहले ही परमिशन को लेकर चर्चा में रही। पार्टी इसकी शुरुआत मणिपुर की राजधानी इंफाल से करने वाली थी। इसके लिए उसने 2 जनवरी को राज्य सरकार से हप्ता कांगजेइबुंग मैदान से यात्रा शुरू करने की परमिशन मांगी थी।

कानून-व्यवस्था का हवाला देकर पहले इससे इनकार कर दिया गया। हालांकि, 10 जनवरी को कुछ शर्तों के साथ इसकी अनुमति मिली। सरकार ने कहा कि कार्यक्रम स्थल पर 1 हजार से ज्यादा लोगों को अनुमति नहीं दी जाएगी। इसके बाद कांग्रेस के मणिपुर अध्यक्ष कीशम मेघचंद्र ने कहा कि शर्तें हमारे लिए चिंताजनक थीं। इसके बाद हमने जगह बदलकर थौबल करने का फैसला किया है।

हालांकि, यात्रा शुरू होने के एक दिन पहले थोबल प्रशासन ने कांग्रेस के सामने शर्त रखी कि यह कार्यक्रम 1 घंटे में समाप्त हो जाना चाहिए और 3 हजार से ज्यादा की भीड़ नहीं होना चाहिए।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और महासचिव जयराम रमेश ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा के नारे के साथ सोशल प्लेटफॉर्म X पर तस्वीर पोस्ट की।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और महासचिव जयराम रमेश ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा के नारे के साथ सोशल प्लेटफॉर्म X पर तस्वीर पोस्ट की।

मणिपुर से यात्रा शुरू करके पूर्वोत्तर की 25 सीटें साधने की कोशिश
​​थौबल से यात्रा की शुरुआत पूर्वोत्तर राज्यों को ध्यान में रखते हुए की गई है। रणनीतिकार मानते हैं कि मणिपुर में हिंसा से लोगों का भाजपा से मोह भंग हुआ है। यही वजह है कि पूर्वोत्तर की 25 सीट के लिए राहुल गांधी 13 दिनों तक यहां रहेंगे।

दरअसल, मणिपुर में 3 मई से कुकी और मैतेई समुदाय के बीच जारी हिंसा में अब तक 200 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। वहीं, हजार से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। 65 हजार से ज्यादा लोग बेघर हो चुके हैं।

राहुल गांधी ने जून 2023 में मणिपुर में हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा किया। यहां उन्होंने हिंसा पीड़ितों से बातचीत की।

राहुल गांधी ने जून 2023 में मणिपुर में हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा किया। यहां उन्होंने हिंसा पीड़ितों से बातचीत की।

UP में सबसे ज्यादा समय तक रहेगी न्याय यात्रा
भारत जोड़ो न्याय यात्रा एक दिन के लिए मणिपुर में रहेगी। इसके बाद यह नागालैंड में प्रवेश करेगी और दो दिनों में 257 KM और 5 जिलों को कवर करेगी और आठ दिनों में असम में 833 KM और 17 जिलों को कवर करेगी। इसके बाद यात्रा एक-एक दिन के लिए अरुणाचल प्रदेश और मेघालय जाएगी।

रूट मैप के मुताबिक, यात्रा पश्चिम बंगाल में पांच दिनों तक चलेगी, जिसमें 523 KM और सात जिले शामिल होंगे। बिहार में चार दिन तक 425 किमी और 7 जिलों को कवर किया जाएगा। इसके बाद झारखंड में यात्रा आठ दिन में 804 KM और 13 जिलों को कवर करेगी।

ओडिशा में न्याय यात्रा चार दिन में 341 KM और चार जिलों को कवर करेगी और छत्तीसगढ़ में पांच दिन में 536 KM और सात जिलों को कवर करेगी। कांग्रेस की यह यात्रा उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा 11 दिन का समय बिताएगी और 20 जिलों को कवर करेगी।

मध्य प्रदेश में यात्रा सात दिनों में 698 KM और 9 जिलों को कवर करेगी। यह एक दिन में राजस्थान के 2 जिलों जाएगी। राहुल की यह यात्रा गुजरात और महाराष्ट्र में पांच-पांच दिनों तक चलेगी, जो क्रमशः 445 किमी और 479 किमी की दूरी तय करेगी। इसका समापन 20 या 21 मार्च को मुंबई में होगा।

कांग्रेस ने यात्रा के लिए लॉन्च किया गाना
12 जनवरी को कांग्रेस ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा के लिए नया गाना लॉन्च किया। पार्टी ने ‘सहो मत-डरो मत’ टैगलाइन के साथ इसे ‘न्याय गीत’ का नाम दिया। इसमें प्रदर्शनकारी महिला पहलवानों, राहुल गांधी की कन्याकुमारी से कश्मीर तक की भारत जोड़ो पदयात्रा की कुछ झलकियां, कोरोना महामारी के दौरान मौतें और किसानों, मजदूरों के साथ कांग्रेस नेता की बातचीत को दिखाया गया है।

गाने का यह पोस्टर कांग्रेस के सोशल मीडिया अकाउंट से लिया गया है।

गाने का यह पोस्टर कांग्रेस के सोशल मीडिया अकाउंट से लिया गया है।

UP में यात्रा का फोकस अमेठी-वाराणसी में रहेगा
भारत जोड़ो न्याय यात्रा सबसे ज्यादा दिन यूपी में रहेगी। यह यात्रा 11 दिन में 20 से ज्यादा जिले कवर करके कुल 1074 KM की दूरी तय करेगी। यूपी में सबसे ज्यादा 80 लोकसभा सीटें हैं, लेकिन साल 2019 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस एक सीट पर सिमट गई थी। रायबरेली से केवल सोनिया गांधी को जीत मिली थी।

इस चुनाव में कांग्रेस अपनी पैतृक सीट अमेठी भी हार गई थी। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को बड़े अंतर से हरा दिया था। ऐसे में कांग्रेस का फोकस लोकसभा की कई अहम सीटों पर रहेगा। इनमें वाराणसी, अमेठी, रायबरेली, लखनऊ और प्रयागराज शामिल हैं।

145 दिनों की भारत जोड़ो यात्रा कर चुके हैं राहुल

इससे पहले राहुल गांधी ने 7 सितंबर 2022 से 30 जनवरी 2023 तक भारत जोड़ो यात्रा की थी। 145 दिनों की यात्रा तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू होकर जम्मू-कश्मीर में खत्म हुई थी। तब राहुल ने 3570 किलोमीटर की यात्रा में 12 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों को कवर किया था।

श्रीनगर में यात्रा के समापन के मौके पर शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में राहुल ने कहा था- मैंने यह यात्रा अपने लिए या कांग्रेस के लिए नहीं बल्कि देश की जनता के लिए की है। हमारा उद्देश्य उस विचारधारा के खिलाफ खड़ा होना है जो इस देश की नींव को नष्ट करना चाहती है।

यात्रा के दौरान राहुल ने 12 सभाओं को संबोधित किया था, 100 से ज्यादा बैठकें और 13 प्रेस कॉन्फ्रेंस की थीं। उन्होंने चलते हुए 275 से ज्यादा चर्चाओं में हिस्सा लिया, जबकि कहीं रुककर 100 के करीब चर्चाएं कीं

सियासी मकसद से ज्यादा राहुल के लुक और टी-शर्ट की चर्चा
राहुल के इस सफर में सियासत से ज्यादा उनका लुक चर्चा में रहा है। कन्याकुमारी में 7 सिंतबर को यात्रा की शुरुआत के समय राहुल के चेहरे पर हल्की दाढ़ी थी, लेकिन करीब पांच महीने बाद उनकी शक्ल पूरी तरह बदल चुकी थी। चेहरे पर घनी दाढ़ी थी, तो सिर के बाल भी बढ़े हुए थे। इधर, राहुल की सफेद टी-शर्ट भी चर्चा में रही, जिसे पहनकर वे कड़ाके की सर्दी में भी चलते नजर आए।

भारत जोड़ो यात्रा में कितने बदल गए थे राहुल गांधी, 10 तस्वीरें…

राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में सियासत से ज्यादा उनका लुक चर्चा में रहा। कन्याकुमारी में 7 सिंतबर को यात्रा की शुरुआत के समय राहुल के चेहरे पर हल्की दाढ़ी थी, लेकिन करीब पांच महीने बाद चेहरे पर घनी दाढ़ी थी, तो सिर के बाल भी बढ़े हुए थे।

राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में सियासत से ज्यादा उनका लुक चर्चा में रहा। कन्याकुमारी में 7 सिंतबर को यात्रा की शुरुआत के समय राहुल के चेहरे पर हल्की दाढ़ी थी, लेकिन करीब पांच महीने बाद चेहरे पर घनी दाढ़ी थी, तो सिर के बाल भी बढ़े हुए थे।

राहुल गांधी ने 7 सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत की थी। तब राहुल सफेद टी-शर्ट और ट्रैक पेंट के साथ स्पोर्ट्स शू पहनकर चलते नजर आए थे। उस समय राहुल के चेहरे पर हल्की दाढ़ी थी।

राहुल गांधी ने 7 सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत की थी। तब राहुल सफेद टी-शर्ट और ट्रैक पेंट के साथ स्पोर्ट्स शू पहनकर चलते नजर आए थे। उस समय राहुल के चेहरे पर हल्की दाढ़ी थी।

राहुल की यात्रा 2 अक्टूबर को कर्नाटक के मैसूर पहुंची थी। दिनभर यात्रा के बाद देर शाम राहुल लोगों को संबोधित करने के लिए मंच की तरफ बढ़े, तो बारिश होने लगी। राहुल ने बारिश रुकने का इंतजार नहीं किया। भीगते हुए उन्होंने भाषण जारी रखा।

राहुल की यात्रा 2 अक्टूबर को कर्नाटक के मैसूर पहुंची थी। दिनभर यात्रा के बाद देर शाम राहुल लोगों को संबोधित करने के लिए मंच की तरफ बढ़े, तो बारिश होने लगी। राहुल ने बारिश रुकने का इंतजार नहीं किया। भीगते हुए उन्होंने भाषण जारी रखा।

राहुल गांधी की यात्रा जब तेलंगाना पहुंची, तो वे किसानों के समर्थन में गन्ना उठाकर चलते दिखाई दिए। यहां पहुंचने तक राहुल का लुक भी बदल चुका था और उनकी दाढ़ी भी बढ़ने लगी थी। हालांकि वे सफेद टी-शर्ट पहनकर ही यात्रा कर रहे थे।

राहुल गांधी की यात्रा जब तेलंगाना पहुंची, तो वे किसानों के समर्थन में गन्ना उठाकर चलते दिखाई दिए। यहां पहुंचने तक राहुल का लुक भी बदल चुका था और उनकी दाढ़ी भी बढ़ने लगी थी। हालांकि वे सफेद टी-शर्ट पहनकर ही यात्रा कर रहे थे।

हिंदी बेल्ट में पहले कांग्रेस शासित राज्य राजस्थान पहुंचकर राहुल ने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से चर्चा की थी। इस वक्त तक सर्दी पड़ने लगी थी, लेकिन राहुल केवल सफेद टी-शर्ट ही पहने रहे। उनकी दाढ़ी भी घनी हो चुकी थी।

हिंदी बेल्ट में पहले कांग्रेस शासित राज्य राजस्थान पहुंचकर राहुल ने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से चर्चा की थी। इस वक्त तक सर्दी पड़ने लगी थी, लेकिन राहुल केवल सफेद टी-शर्ट ही पहने रहे। उनकी दाढ़ी भी घनी हो चुकी थी।

राहुल गांधी ने 24 दिसंबर को मां सोनिया गांधी के साथ यह तस्वीर शेयर की थी। लिखा था कि इनसे मिला प्यार देश में बांट रहा हूं।

राहुल गांधी ने 24 दिसंबर को मां सोनिया गांधी के साथ यह तस्वीर शेयर की थी। लिखा था कि इनसे मिला प्यार देश में बांट रहा हूं।

कांग्रेस के 138वें स्थापना दिवस समारोह पर राहुल गांधी और सोनिया गांधी की ये तस्वीर सामने आई थी। तब राहुल अपनी मां के गाल छूते नजर आए थे। इस दौरान अंबिका सोनी भी मौजूद थीं। राहुल ने नेहरू टोपी पहन रखी थी। उनकी दाढ़ी और बाल काफी बड़े हो चुके थे।

कांग्रेस के 138वें स्थापना दिवस समारोह पर राहुल गांधी और सोनिया गांधी की ये तस्वीर सामने आई थी। तब राहुल अपनी मां के गाल छूते नजर आए थे। इस दौरान अंबिका सोनी भी मौजूद थीं। राहुल ने नेहरू टोपी पहन रखी थी। उनकी दाढ़ी और बाल काफी बड़े हो चुके थे।

राहुल गांधी जब जम्मू-कश्मीर के बनिहाल पहुंचे, तो कड़ाके की सर्दी थी। राहुल ने यहां टोपी तो पहनी, लेकिन वे हाफ स्लीव्स की सफेद टी-शर्ट ही पहने रहे, जबकि उनके साथ मौजूद लोगों ने गर्म कपड़े पहन रखे थे। दाढ़ी और बड़ी हो चुकी थी।

राहुल गांधी जब जम्मू-कश्मीर के बनिहाल पहुंचे, तो कड़ाके की सर्दी थी। राहुल ने यहां टोपी तो पहनी, लेकिन वे हाफ स्लीव्स की सफेद टी-शर्ट ही पहने रहे, जबकि उनके साथ मौजूद लोगों ने गर्म कपड़े पहन रखे थे। दाढ़ी और बड़ी हो चुकी थी।

श्रीनगर में यात्रा के समापन से पहले पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का हाथ पकड़े हुए राहुल गांधी। पीछे उनकी बहन और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी दिखाई दे रही हैं। तब राहुल कश्मीरी ड्रेस में दिखे थे।

श्रीनगर में यात्रा के समापन से पहले पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का हाथ पकड़े हुए राहुल गांधी। पीछे उनकी बहन और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी दिखाई दे रही हैं। तब राहुल कश्मीरी ड्रेस में दिखे थे।

श्रीनगर में भारत जोड़ो यात्रा के समापन से पहले बर्फबारी शुरू हो चुकी थी। इस दौरान राहुल और प्रियंका ने जमकर बर्फ में मस्ती की। तब राहुल ने सफेद टी-शर्ट और हाफ जैकेट पहन रखी थी। उनकी दाढ़ी बहुत बढ़ चुकी थी।

श्रीनगर में भारत जोड़ो यात्रा के समापन से पहले बर्फबारी शुरू हो चुकी थी। इस दौरान राहुल और प्रियंका ने जमकर बर्फ में मस्ती की। तब राहुल ने सफेद टी-शर्ट और हाफ जैकेट पहन रखी थी। उनकी दाढ़ी बहुत बढ़ चुकी थी।

भारत जोड़ो यात्रा 30 जनवरी 2023 को श्रीनगर में समाप्त हो गई। इस दौरान कैप और कश्मीरी ड्रेस पहने राहुल ने भारी बर्फबारी के बीच अपनी स्पीच पूरी की थी।

भारत जोड़ो यात्रा 30 जनवरी 2023 को श्रीनगर में समाप्त हो गई। इस दौरान कैप और कश्मीरी ड्रेस पहने राहुल ने भारी बर्फबारी के बीच अपनी स्पीच पूरी की थी।

नेता, लेखक, सैन्य दिग्गज भी यात्रा में शामिल हुए

भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मशहूर हस्तियों, लेखकों, सैन्य दिग्गजों की भागीदारी भी रही। इनमें पूर्व सेना प्रमुख जनरल (रिटायर्ड) दीपक कपूर, पूर्व नौसेना प्रमुख एडमिरल (रिटायर्ड) एल रामदास और पूर्व RBI गवर्नर रघुराम राजन, पूर्व वित्त सचिव अरविंद मायाराम भी शामिल हुए थे।

यात्रा में विपक्ष के नेता भी शामिल हुए थे। नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला, PDP चीफ महबूबा मुफ्ती, शिवसेना बाल ठाकरे के आदित्य ठाकरे, प्रियंका चतुर्वेदी, संजय राउत और NCP की सुप्रिया सुले जैसे विपक्षी नेता भी मार्च के दौरान कहीं-कहीं राहुल के साथ चले थे।

मंदिर-मस्जिद, चर्च-गुरुद्वारा भी गए

यात्रा के बीच राहुल अलग-अलग राज्यों में कई धर्मस्थलों पर भी गए। राहुल जहां गए, उनकी वेशभूषा वहां के मुताबिक नजर आई। राहुल मंदिर, मस्जिद, चर्च और गुरुद्वारे गए। पूजा-अर्चना की और धर्मगुरुओं से भी मिले।

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