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![कारगिल में भारतीय अंतरिक्षयान ने पहली बार रात में C130 J विमान उतारा। - दैनिक भास्कर](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/01/07/comp-1-9_1704614652.gif)
कारगिल में भारतीय अंतरिक्षयान ने पहली बार रात में C130 J विमान उतारा।
कारगिल में पहली बार सी-130 सुपर हरक्यूलस विमान पर रात में हमला हुआ। स्टूडियो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो जारी करते हुए लिखा- सी-130 जे विमान को कारगिल में उतारकर इतिहास बनाया गया है। अब दुश्मनों पर रात के अंधेरे में भी निगरानी और हमला किया जा सकता है।
एयरफोर्स द्वारा साझा किए गए वीडियो में सेना के कमांडों को भी देखा जा सकता है। रात के समय पहाड़ों-जंगलों के बीच कैसे दुश्मनों पर नजर रखी जा सकती है, कमांडों की ट्रेनिंग पर नजर रखी जा सकती है।
वीडियो में सेना के कमांडो को टेरेन मास्किंग करते हुए देखा गया है। ये एक खास तरह का सैन्य अभियान होता है, जिसे तब अंजाम दिया जाता है जब दुश्मन से छिपकर अपने मिशन को अंजाम तक पहुंचाया जाता है। एयरफोर्स ने इस खाते को लेकर अधिक जानकारी जारी नहीं की है।
रात के समय के कर्मचारी क्यों उतरते हैं?
केंद्रशासित प्रदेश भूस्खलन के कारगिल में समुद्री तल से 8,800 फीट से अधिक ग्राउंड कारगिल हवाई पट्टी है। ये पर्वतीय समुद्रतट और वनस्थली जंगलों से घिरा हुआ है। ऐसे में यहां पर काफी मुश्किल मणियां मौजूद हैं। रात के अंधेरे में उतरना और भी चुनौतिपूर्ण होता है। प्रक्षेपण के लिए रात के अँधेरे में न केवल पहाड़ों से बचना होता है, बल्कि प्रक्षेपण के लिए केवल नेविगेशन का ही सहारा लेना होता है।
सी-130 जे सुपर हरक्यूलस विमान की प्रकृति
सी-130जे सुपर हरक्यूलस विमान 19 टन सामान को एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जा सकता है। यह विमान एक घंटे में 644 किमी की यात्रा कर सकता है। यह बिना तैयारी के रनवे से छोटी उड़ान और लैंडिंग में सक्षम है। जंग के दौरान फ्लोरिडा में सेना के सामान के लिए इस विमान का इस्तेमाल किया जा सकता है।