65 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी में वास्तुशास्त्री खुशदीप बंशल गिरफ्तार | वास्तुशास्त्री खुशदीप बैसाखी 65 करोड़ की जालसाजी में गिरफ्तार: बैसाख पुराने संसद भवन में वास्तु ठीक करने का कर दावा

नई दिल्ली18 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

असम पुलिस ने दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के साथ जाने-माने वास्तुशास्त्री खुशदीप बैसाख को गिरफ्तार किया है। खुशदीप बैसाख ने अपने भाई हरीश के साथ मिलकर 65 करोड़ की जालसाजी का आरोप लगाया है।

स्पेशल सेल के काउंटर इंटेलीजेंस यूनिट (सीआई) ने दोनों को बाराखंभा इलाके के मॉर्डन स्कूल के पास से गिरफ्तार कर लिया। खुशदीप बैसाख जाने-माने वास्तुशास्त्री हैं, प्राचीन संसद भवन की लाइब्रेरी से वास्तु ठीक करने का दावा किया गया था।

5 जनवरी को असम पुलिस ने चार लोगों को ट्रांजिट रिज़र्वेशन पर ले लिया और असम में गर्भपात हो गया। असम पुलिस ने अपराधियों से पहले दिल्ली पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा से संपर्क किया था और बताया था कि खुशदीप बैसाख गैर जमानती पर भर्ती है और वह सैनिक फॉर्म में रहता है।

ऑटोनोमस काउंसिल का मामला है

65 करोड़ रुपये का ऑटोनोमस काउंसिल घोटाला यह मामला 2022 का है। इसमें खुशदीप बैसाख और उनके भाई समेत कुल पांच उत्पाद शामिल हैं, जिनमें मध्य प्रदेश के एक कांग्रेसी नेता का बेटा भी शामिल है।

मामले पर असम के गुवाहाटी उच्च न्यायालय ने चार के खिलाफ सर्च वारंट भी जारी किया था। दिल्ली के सबरवाल ट्रेडिंग कंपनी प्राइवेट लिमिटेड के मालिक कमल सबरवाल ने खुशदीप बैसाख के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।

जानकारी के अनुसार अपराधी के बाद खुशदीप बंसल ने दिल्ली पुलिस से कहा कि वह किसी को कमल सबरवाल से मिलवाया था और वह आतंकवादियों की थी। वहीं, असम पुलिस का दावा है कि सभी कलाकारों ने मिलकर जलसाजी की है।

पुरानी संसद में वास्तु दोष दूर करने का दावा किया गया

खुशदीप बैसाख कई राज्य सरकार के सलाहकार सलाहकार और प्रमुख व्यवसायियों और उद्योग जगत के सलाहकार सलाहकार बने हुए हैं। बैसाख ने 1997 में कहा था कि संसद भवन में जो पुस्तकालय है, उसमें वास्तुदोष भी है, इसलिए सरकारी गिर भी हैं। इसके बाद उन्होंने संसद की लाइब्रेरी का वास्तु दोष दूर करने का दावा किया था।

ये खबर भी पढ़ें…

असम धमाकों पर डीजीपी-उग्रवादी ग्रुप- मुखपृष्ठ:उल्फा-(आई) ने कहा- पुलिस कमिश्नर टुकड़ियाँ भटका रहे

असम के डीजीपी ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह ने पिछले 23 दिनों के दौरान बम आतंकी हमले की 3 घटनाओं को लेकर शुक्रवार को प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम इंडिपेंडेंट यानी उल्फा-(आई) को चेतावनी दी। पूरी खबर पढ़ें…

खबरें और भी हैं…

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *