2 डिप्टी सीएम, 6 मंत्रियों के साथ नीतीश लेंगे शपथ | इंजीनियरिंग छोड़ राजनीति में आये विजय सिन्हा..बनेंगे डिप्टी सीएम: 30 साल से सहयोगी हैं प्रेम कुमार; जानिए आज शपथ लेने वाले नेताओं के बारे में

पटना16 मिनट पहले

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नीतीश कुमार आज 9वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ। उनके साथ बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी और नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा भी डिप्टी सीएम के तौर पर शपथ लेते हैं। आज शपथ लेने वालों में नीतीश कुमार के साथ बीजेपी-जेडीयू के 3-3, हम पार्टी के 1 और एक विपक्षी नेता भी शामिल हैं। विधानमंडल में शाम 5 बजे शपथ ग्रहण समारोह होगा। इस समारोह में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जापान के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल होंगे।

बीजेपी में बीजेपी कोटे से डॉ. प्रेम कुमार, डेमोक्रेट कोटे से विजय कुमार चौधरी, बिजेंद्र प्रसाद यादव और श्रवण कुमार, हम पार्टी से संतोष कुमार सुमन और महागठबंधन में शामिल नेता सुमित कुमार सिंह मंत्री पद की शपथ लेते हैं।

बीजेपी के साथ मिलकर नीतीश कुमार ने राज्यपाल को दिया समर्थन पत्र.

बीजेपी के साथ मिलकर नीतीश कुमार ने राज्यपाल को दिया समर्थन पत्र.

नीतीश कुमार नौवीं बार सीएम

एक बार फिर से वापसी की है बेस्ट से नाता दोस्ती नीतीश कुमार ने एक बार फिर से वापसी की है। आज वो बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर नौवीं बार शपथ लेंगे। सीएम पद की शपथ लेने में नीतीश का रिकॉर्ड है। वे लगातार सीएम बने रहे। इस बार नीतीश कुमार ने 537 दिन बाद छुट्टी दे दी है।

उन्होंने पिछली बार 9 अगस्त 2022 को गवर्नर को अपना पद सौंपा था। इसके बाद समाजवादी पार्टी- गठबंधन के साथ मिलकर समाजवादी पार्टी की सरकार बनी। नीतीश कुमार 7 दिन के मुख्यमंत्री से लेकर नौवीं बार के मुख्यमंत्री तक का सफर तय कर चुके हैं।

पूर्ण राजनीतिक परिवार में शामिल हैं सम्राट चौधरी

बिहार की राजनीति में एक पहचान बनाए रखने वाले सम्राट चौधरी डिप्टी सीएम पद की शपथ लेने वाले हैं। उन्हें प्रमुख दल का नेता चुना गया। उनका जन्म 16 नवम्बर 1968 को तारापुर जिले के तारापुर क्षेत्र के लखनपुर गांव में हुआ। सम्राट चौधरी 54 वर्ष के हैं। वे कोइरी (कुशवाहा) समाज से आते हैं।

वे बिहार के एक सशक्त राजनीतिक परिवार से आये हैं। पिता शकुनी चौधरी खगड़िया से नाबालिग थे। समता पार्टी के संस्थापक सदस्य रह चुके हैं। पत्नी ममता चौधरी हैं। एक बेटा और एक बेटी है।

विजया सिन्हा ने छोड़ी राजनीति

भूमिहार कम्यूनिटी और आरएसएस के स्टाफ से आने वाले से विजय सिन्हा का जन्म लाखीसांट के तिलकपुर (मां के घर) में 5 जून 1967 को हुआ था। वो बिहार की राजनीति के जाने-माने चेहरे हैं। उनके पिता स्व. सारदा रमन सिंह पटना के बाढ़ स्थित बेधना के हाई स्कूल के प्रभारी थे। उनकी मां का नाम स्व. सुरमा देवी हैं। बचपन में ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े थे। इंजीनियरिंग को छोड़कर उन्होंने राजनीति को चुना।

30 प्राचीन से कांस्टेंट लीडर हैं प्रेम कुमार

68 साल के प्रेम कुमार पिछले 30 वर्षों से लगातार शहर की विधानसभा सीटों से भाजपा के टिकटों पर जीतते आ रहे हैं। बीजेपी ने इबीसी कम्युनिस्ट पार्टी को एकजुट करने की कोशिश की तो लव कुमार अपने अहम किरदार में रहे। वो बीजेपी के बड़े ईबीसी चेहरे हैं। चंद्रवंशी समाज से आने वाले प्रेम कुमार मगध विश्वविद्यालय से इतिहास में डिग्रीधारी हैं। प्रेम कुमार ने एबीवीपी के सदस्य के रूप में छात्र जीवन की राजनीति में कदम रखा था।

भूमिहार परिवार से आये हैं विजय कुमार चौधरी

विजय कुमार चौधरी बिहार की राजनीति का जाना-माना नाम हैं। उनका जन्म 8 जनवरी 1957 को बिहार के एक जिले दलसिंह सेन में एक भूमिहार परिवार में हुआ। उनके पिता जगदीश प्रसाद चौधरी भी राजनीति में थे। वो कांग्रेस से तीन बार के नेता रह चुके हैं।

बिजेंद्र प्रसाद यादव के पास कई मंत्री होने का अनुभव

77 साल के बिजेंद्र प्रसाद यादव का जन्म सुपौल जिले के मुरली में एक यादव परिवार में हुआ। उनके पिता स्व सुखराम यादव गांव के मुखिया थे। स्नातक तक की पढ़ाई पूरी करने के बाद 1967 में उन्होंने राजनीति में कदम रखा। हालाँकि, 1990 में पहली बार विधायक बने। अब तक 8 बार विधायक रहे। 10 बार बिहार सरकार के मंत्री रहे. 1998 से 2000 तक बिहार विधानसभा में ध्यानाकर्षण समिति के प्रस्ताव रहे।

जापान आंदोलन से शुरू हुई श्रवण कुमार की राजनीति

61 साल के श्रवण कुमार की राजनीति से शुरुआत हुई। हालाँकि, 1995 में आस्ट्रिया विधानसभा क्षेत्र से चुनावी लड़ाई हुई। इसके बाद से कॉन्स्टेंट विधायक हैं।

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