सीबीआई ने दो लापता छात्रों की हत्या के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया; मणिपुर छात्र हत्या मामला | डबल नामचीन केस में पांचवी गर्लफ्रेंड; इससे पहले सीबीआई ने चार लोगों को गिरफ्तार किया था

  • हिंदी समाचार
  • राष्ट्रीय
  • सीबीआई ने दो लापता छात्रों की हत्या के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया; मणिपुर छात्र हत्याकांड

नई/दिल्लीइन्फाल4 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक
23 सितंबर को मोबाइल पर इंटरनेट से बैन के बाद दो पवित्र वस्तुओं की फोटो सामने आई थी।  इसके बाद डेमोक्रेट में फिर से हिंसा होने लगी।  - दैनिक भास्कर

23 सितंबर को मोबाइल पर इंटरनेट से बैन के बाद दो पवित्र वस्तुओं की फोटो सामने आई थी। इसके बाद डेमोक्रेट में फिर से हिंसा होने लगी।

दो आतंकियों की हत्या के मामले में सेंट्रल सुपरमार्केट ब्यूरो (सीबीआई) ने दो आतंकियों को गिरफ्तार कर लिया है। सीबीआई ने महाराष्ट्र के पुणे से 22 साल के पाओलुनमांग को पकड़ा है। सीबीआई दो आरोपियों की हत्या के पीछे पाओलुनमांग को मास्टरमाइंट मान रही है।

मीडिया एडिटोरियल के अनुसार, पाओलुनमांग को 11 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था, जिसकी खबर अब सामने है। अपराधी के बाद दिवालिया को विशेष अदालत में पेश किया गया। जहां से उन्हें 16 अक्टूबर तक सीबीआई जज में भेजा गया है।

इस मामले में 1 अक्टूबर को सीबीआई ने चार चार लोगों को गिरफ्तार किया था। ये दो पुरुष- पाओमिनलुन हाओकिप, एस. मालस्वान हाओकिप और दो महिलाएं- लिंग्नेइचोन बैटेकुकी और टिनेइलिंग हेनथांग शामिल हैं।

23 सितंबर को वायरल हुई थी मृतक की तस्वीरें
23 सितंबर को मोबाइल पर इंटरनेट से बैन के बाद दो पवित्र वस्तुओं की फोटो सामने आई थी। ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं। फोटो में दोनों की बॉडी जमीन पर पोस्ट की गई है और नजर आ रही है। साथ ही लड़के का सिर कटा हुआ है। हालाँकि दोनों के शव अभी तक नहीं मिले हैं। दोनों दोस्त आखिरी बार जुलाई में एक दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में दिखाई दिए।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं ये दो तस्वीरें…
पहली तस्वीर- इसमें दो दोस्त 17 साल की हिजाम लिनथोइंगंबी और 20 साल की फिजाम हेमजीत बैठे नजर आ रहे हैं। इस तस्वीर में एक सफ़ेद टी-शर्ट है, जबकि हेमजीत चेक शर्ट में है और सलमान पकड़ा गया है। उनके पीछे की दो बंदूकधारी भी नजर आ रही हैं।

दूसरी तस्वीर: इस तस्वीर में दोनों दोस्त के शव को बीच पर छिपाते हुए दिखाई दे रहे हैं। हालाँकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि यह तस्वीर किस इलाके की है। पुलिस और जांच एजेंसी शव बरामदगी की कोशिश कर रही हैं।

पीड़ित की चाची बोलें- अंतिम संस्कार के लिए बच्चों के शरीर दे दो
दोनों मित्रों की हत्या के बाद फिर से मॉनसून में हिंसा भड़क उठी। 28 सितम्बर को इंफाल वेस्ट जिले के तेरा में हजारों लोग पीड़ित के घर के पास एकत्र हुए। उनके जुलाई से लापता बच्चे की तलाश करने और चार को गिरफ्तार करने की मांग की गई थी।

वहीं, मृत लड़की की चाची ने डेली भास्कर से कहा था कि उन्हें सिर्फ बच्चों का शरीर चाहिए ताकि उनका अंतिम संस्कार कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि हम किसी भी तरह से समझौते पर बात नहीं करेंगे, यहां तक ​​कि जब तक शव उन्हें नहीं दिया जाएगा, तब तक आर्थिक सिद्धांतों को भी स्वीकार नहीं करेंगे।

19 जुलाई को महिलाओं को निवस्त्र कर दिखाने का वीडियो वायरल हुआ था

यह फोटो महिलाओं को निर्वस्त्र दिखाने जाने के वीडियो से ही ली गई है।  हमने महिलाओं वाले हिस्सों का उपयोग नहीं किया।  यह हुजूम पोस्टर का है।

यह फोटो महिलाओं को निर्वस्त्र दिखाने जाने के वीडियो से ही ली गई है। हमने महिलाओं वाले हिस्सों का उपयोग नहीं किया। यह हुजूम पोस्टर का है।

इससे पहले 4 मई को माओवादियों के थोउबल जिले में दो महिलाओं के निर्वासन की घटना घटी थी। इसका वीडियो 19 जुलाई को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। वीडियो में देखा कि कुछ लोग दो महिलाओं को निर्वस्त्र करके ले गए और अश्लील हरकतें कीं।

एक पीड़ित महिला के पति ने बताया- ‘हजार लोगों की भीड़ ने गांव पर हमला कर दिया था. मैं भीड़ से अपनी पत्नी और गांव वालों को नहीं बचा पाया। पुलिसवालों ने भी हमें सुरक्षा नहीं दी। भीड़ तीन घंटे तक दरिंदगी करती रहती है। मेरी पत्नी ने किसी तरह एक गांव में पनाह ली।’

वहीं, वीडियो में दिख रही दूसरी महिला की मां ने कहा- ‘अब हम कभी अपने गांव नहीं लौटेंगे. मेरे छोटे लड़के की गोली मारकर हत्या कर दी गई, मेरी बेटी की हत्या कर दी गई। अब मेरा सब कुछ ख़त्म हो चुका है।’

अब तक 180 से ज्यादा मौतें, 1100 लोग घायल
डॉक्टरों में 3 मई से शुरू हुई जातीय हिंसा 5 महीने से चल रही है। राज्य में अब तक 180 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। 1100 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। इतने ही नहीं 5172 असाधारण मामले सामने आए, जिनमें 4786 घर और 386 धार्मिक स्थलों का दहन और स्मारक करने की घटनाएं शामिल हैं।

ये तस्वीरें अलग-अलग कहानियों से जुड़ी हैं।  राज्य में पिछले चार महीनों से हिंसा जारी है।

ये तस्वीरें अलग-अलग कहानियों से जुड़ी हैं। राज्य में पिछले चार महीनों से हिंसा जारी है।

हिंसा के बाद 65 हज़ार से ज़्यादा लोगों को घर छोड़ दिया गया
विशेषज्ञों में अब तक 65 हजार से ज्यादा लोग अपना घर छोड़ चुके हैं। 6 हजार मामले दर्ज हैं और 144 लोगों की धोखाधड़ी हुई है। राज्य में 36 हजार सुरक्षाकर्मी और 40 आईपीएस तैनात हैं। पहाड़ी और घाटी दोनों में कुल 129 चौकियां स्थापित की गई हैं।

ये खबर भी पढ़ें…

पहले सरकार को समर्थन, अब विरोध हुआ मैतेई:कुकी क्षेत्र में दो मूल निवासियों का, परिवार बोला- पुलिस ने उन्हें शामिल नहीं किया

3 मई, 2023 से माके में हो रही हिंसा, 5 महीने बाद नया मोड़ है। शुरुआत में मैतेई समुदाय के सीएम बीरेन सिंह और सरकार का फ्रैंक समर्थन कर रहे थे, अब खिलाफ हैं। वजह है 17 साल की लड़की और 20 साल की फ़िज़ाम हेमनजीत की हत्या। पूरी खबर यहां पढ़ें…

एनआईए-सीबीआई ने कहा- वैज्ञानिकों के साक्ष्यों के आधार पर इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फ्रंट ने विचारधारा पर लगाए आरोप

वैज्ञानिकों में हर साक्ष्य का आधार दिया गया है। एनआईए और सीबीआई ने 2 अक्टूबर को ये बात कही। दोनों इंडिजिनस ट्राइबल खंड फ्रंट (आईटीएलएफ) की ओर से दिए गए पोर्टफोलियो में कहा गया है कि किसी भी समुदाय, धर्म या संप्रदाय के खिलाफ कोई भी पूर्वाग्रह नहीं रखा गया है। पूरी खबर यहां पढ़ें…

खबरें और भी हैं…

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *