सिक्किम में बादल फटा, 23 जवानों समेत 49 लोग लापता | 10 की मृत्यु; पीएम मोदी ने हालातों को लेकर सीएम तमांग से की बातचीत

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गैंगटोक34 मिनट पहले

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क्लाउड रिविज़न के बाद तीस्ता नदी का कंकाल 15 से 20 फीट तक बढ़ गया।  - दैनिक भास्कर

क्लाउड रिविज़न के बाद तीस्ता नदी का कंकाल 15 से 20 फीट तक बढ़ गया।

यूक्रेन में मंगलवार को देर रात के बादल के बाद तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आने से 10 लोगों की मौत हो गई। वहीं, 82 लोग लापता हो गए। इनमें सेना के 22 जवान भी हैं। पाकयोंग के मजिस्ट्रेट ताशी चोपेल ने सभी पत्थरों की मौत की आशंका जताई है। हालाँकि अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

नदी से लगे इलाके में ही सेना का कैंप था, जो बाढ़ की चपेट में आने के बाद बह गया और यहां 41 इंच डूब गए। आसपास के 4 हजार लोगों को 5 राहत शिविरों में सुरक्षित पहुंचाया गया है। बाढ़ की वजह से राज्य को देश से जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग NH-10 भी बह गया। इसकी वजह से कोचिंग की सुविधा बंद हो गई है।

डिफेंस पीआरओ के अनुसार, लोनक झील के ऊपर देर रात करीब बजे बादल फाटा के आसपास, इसके बाद लाचेन घाटी में तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आ गई। नदी का विनाशकारी तूफान 15 से 20 फीट तक बढ़ गया। इसके बाद नदी आसपास के क्षेत्र में पानी भर गई। कई घरों में भी नदी का पानी घुसा आया। लोग घर छोड़कर सुरक्षित समुद्र तट में चले गए।

पश्चिम बंगाल के कलिमपोंग में भी बाढ़ जैसी स्थिति हो गई है। राज्य के मुख्य सचिव एचके वाइड ने बताया- तीस्ताराज से तीन शव बरामद किये गये हैं। उन्हें अभी तक पहचाना नहीं जा सका।

उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग से मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग से बातचीत की। उन्हें मदद का अधिकार दिया गया।

एनडीआरएफ की टीम ने 7 लोगों को एकजुट किया।  यहां 10 से 12 फीट तक मलबा भरा है।

एनडीआरएफ की टीम ने 7 लोगों को एकजुट किया। यहां 10 से 12 फीट तक मलबा भरा है।

सिंगम में घर के ग्राउंड फ्लोर में पानी और मलबा भर गया।

सिंगम में घर के ग्राउंड फ्लोर में पानी और मलबा भर गया।

पश्चिम बंगाल के कलीम पोंग में भी बाढ़ आ गई।

पश्चिम बंगाल के कलीम पोंग में भी बाढ़ आ गई।

पुनर्स्थापना ऑपरेशन जारी
अपराधियों के पीआरओ ने बताया कि दुर्घटना के बाद सेना के लापता अपराधियों की रिहाई के लिए ऑपरेशन शुरू किया गया है। स्थानीय प्रशासन भी अपने स्तर पर स्टेबल ऑपरेशन चला रहा है। हालाँकि जनमल के नुकसान को लेकर अभी तक कोई जानकारी सामने नहीं आई है।

अचानक बादल प्रतिबिंब के बाद नदी बने कुछ पुल-पुलिया और सड़कों को भी नुकसान पहुंचा है।

अचानक बादल प्रतिबिंब के बाद नदी बने कुछ पुल-पुलिया और सड़कों को भी नुकसान पहुंचा है।

एनडीआरएफ की टीम
एनडीआरएफ ने यूनिट के सिंग्टम से 7 लोगों को उद्योग में शामिल किया जहां से बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई थी। एनडीआरएफ की एक टीम गैंगटोक में और दो रिकॉर्ड पश्चिम बंगाल के रेजिमेंट से लेकर लेक झील में शामिल हैं।

नदी के आसपास के क्षेत्र में भी पानी भर गया है।  पुलिस-प्रशासन प्रशासन में हुआ है।

नदी के आसपास के क्षेत्र में भी पानी भर गया है। पुलिस-प्रशासन प्रशासन में हुआ है।

16 जून को भी बादल फटा था
इससे पहले बेल्जियम में 16 जून को भी बादल फटा था। यहां के पेकयोंग में जमीन खिसकने और फिर बादलों की झलक से घर में पानी भर गया था। कई लोग प्रभावित हुए थे।

तीस्ता नदी के खतरे का निशान ऊपर है।

तीस्ता नदी के खतरे का निशान ऊपर है।

उत्तर-पूर्वी राज्य में आज भारी बारिश की संभावना
भारतीय मौसम विभाग ने 5 अक्टूबर के लिए पूर्वी और उत्तर-पूर्वी राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इनमें बिहार, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, खंड, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, नॉकलैंड, मिजोरम और त्रिपुरा शामिल हैं।

नदी के पानी में अचानक वृद्धि से सड़क पर खड़ी एक क्रेन भी पूरी तरह डूब गई।

नदी के पानी में अचानक वृद्धि से सड़क पर खड़ी एक क्रेन भी पूरी तरह डूब गई।

इस साल की 4 बड़ी घटनाएँ…

24 अगस्त: हिमाचल प्रदेश की मंडी में बादल फटा था। जिसमें 51 लोग फंस गए थे. एनडीआरएफ की टीम ने सभी को सुरक्षित बचाया। बद्दी जिले में बारिश की लहर बालद नदी में उफान आने से पुल दो विशिष्टता में टूट गया था। वहीं पंडोह के पहाड़ी इलाके में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि एक स्कूल का निर्माण कार्य बंद हो गया था।

9 अगस्त: हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के सिरमौर ताल गांव में फ्लैश फ्लड से एक मकान टूट गया था। इसके एक ही परिवार के 5 लोग आये थे। इनमें दो बच्चे भी शामिल थे। दो लोगों के शव बरामद किये गये।

22 जुलाई: अंधविश्वास में बादल रेचक के बचे आई बाढ़ में कई टुकड़े बह गए। वहीं काफी घर क्षतिग्रस्त हो गए। हालाँकि इसमें किसी के कैजुअल होने की सूचना नहीं थी। हालाँकि बारिश के कारण ज्वालामुखी-पठानकोट एनएच पर भूस्खलन से हाईवे बंद हो गया था।

25 जुलाई: हिमाचल के द्वीप में प्रतिबिंब से भारी तबाही हुई। लैपटॉप ब्लॉक के सरतारा पंचायत के कंदार गांव में क्लाउड रिक्रिएशन से प्राइमरी स्कूल, युवा मंडल के लोगों के 6 मकान ढह गए। भारी मात्रा में पेट का मोटापा पेट में बह गया। कई घरों में पानी घुस गया और आधे घरों के पत्थरों को भी नुकसान हुआ।

नदी के आसपास बना घर भी पानी में डूब गया।  जनमल के नुकसान का कोई पात्र सामने नहीं आया है।

नदी के आसपास बना घर भी पानी में डूब गया। जनमल के नुकसान का कोई पात्र सामने नहीं आया है।

जुलाई में दो घटनाएं, नौसेना के 3 यात्री और सेना के दो जवान भाई
इससे पहले 20 जुलाई को हिमाचल के 4 स्थान पर क्रिस्टल किरण की घटना सामने आई थी। जिसमें कई लोग मधुमेह में बह गए थे। मनाली यात्रा में भारतीय नौसेना के तीन जहाज भी शामिल थे। वहीं, 9 जुलाई को जम्मू के पुंछ जिले में बाढ़ में सेना के 2 जवान बह गए थे। दोनों के शव बरामद कर लिये गये।

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