सिक्किम में बादल फटने से बाढ़ की स्थिति अपडेट | तीस्ता नदी – नेपाल भूकंप | अब तक 7 विस्फोट जिनमें 26 की मौत, 143 अभी भी लापता; सर्च ऑपरेशन जारी

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गैंगटोक3 मिनट पहले

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ये 5 अक्टूबर की तस्वीर है।  तेलंगाना में बाढ़ से 13 पुल और कई राष्ट्रीय विनाश हो गए हैं।  - दैनिक भास्कर

ये 5 अक्टूबर की तस्वीर है। तेलंगाना में बाढ़ से 13 पुल और कई राष्ट्रीय विनाश हो गए हैं।

तेलंगाना में 3 अक्टूबर को बादल रिझा के बाद तीस्ता नदी में आई बाढ़ ने राज्य में अभी तक तबाही मचाई है। न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, इस मधुमेह से 25000 लोग प्रभावित हैं। 1200 घर बाह प्रमाणित हैं। 7 हजार लोग अलग-अलग इलाक़े में घूमे हुए हैं।

अब तक 2413 लोगों की मौत हो चुकी है। 6875 लोग राज्य भर में बनाये गये 22 राहत शिविर में रह रहे हैं। वहीं, इस आपदा में जान गंवाने वालों की संख्या शुक्रवार देर रात तक 26 हो गई। कॉन्स्टेबल ऑपरेशन जारी है।

मुख्यमंत्री पी.एस. तमांग ने बताया कि बुरदांग इलाके से लापता सेना के 23 अपराधियों को 7 शव नदी के जंगलों से बरामद कर लिया गया है। लापता अपराधियों में से एक को बचाया गया था। 15 जवान समेत कुल 143 लोग अभी भी लापता हैं। खोज के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सहायक उपकरण लगाए गए हैं।

बाढ़ के खतरों को देखते हुए शिक्षा विभाग ने 15 अक्टूबर तक सभी स्कूलों को बंद करने के निर्देश दिए हैं। विभाग ने पहले 8 अक्टूबर तक ही बंद करने की बात कही थी।

तेलंगाना में बाढ़ से मची तबाही की 3 तस्वीरें…

तीस्ता नदी में आई बाढ़ से 1200 घर बह गए हैं।

तीस्ता नदी में आई बाढ़ से 1200 घर बह गए हैं।

तेलंगाना में बाढ़ से कई शहरों को जोड़ने वाली सड़कें टूट गईं।

तेलंगाना में बाढ़ से कई शहरों को जोड़ने वाली सड़कें टूट गईं।

आईटीबीपी के जवानों ने उत्तरी खंड में 16000 फीट की दूरी पर 68 लोगों को निशाना बनाया।

आईटीबीपी के जवानों ने उत्तरी खंड में 16000 फीट की दूरी पर 68 लोगों को निशाना बनाया।

थोक से समझिए टुकड़ों में बंटी दवा कैसे आई…

10 सेकंड में ही 60 मीटर ऊँचा बाँध टूट गया
निष्कर्ष को खतरा यह है कि नेपाल में भूकंप आया था, मोनक झील झील पर भूकंप आया था। उनका एक सिद्धांत एक सिद्धांत रहा। जब बादल फटा तो झील इतना पानी नहीं रोक पाई। इससे तीस्ता नदी में बाढ़ आ गई। नदी का डेक 15 से 20 फीट तक बढ़ गया। नदी से लगे इलाके में ही सेना का कैंप था, जो बाढ़ में डूब गया और यहां बाढ़ 41 डूब गई।

बमुश्किल 10 सेकंड में, 13,000 करोड़ रुपए के तीस्ता-3 सिलिकॉनपावर प्रोजेक्ट का 60 मीटर ऊंचा बांध लहोनक झील से आई बाढ़ से पूरी तरह बह गया। यूनिवर्स की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने दो साल पहले चेतावनी दी थी कि कोलोराडो में दक्षिण झील में वसा हो सकती है और वैगन क्षेत्र में मजबूती आ सकती है।

पश्चिम बंगाल के कालिम्पोंग में तीस्ता नदी के पानी में कई घर डूब गए।

पश्चिम बंगाल के कालिम्पोंग में तीस्ता नदी के पानी में कई घर डूब गए।

नदी के साथ बहकर आया साओमियत फाटा, 2 की मौत
पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले में कथित रूप से सेना का एक मलेरिया बुखार के साथ पानी का सेवन किया गया। एक व्यक्ति इसे घर ले गया और उसके लोहे के टुकड़े को तोड़ने की कोशिश की। तभी शेल फट गया। हादसे में 2 लोगों की मौत हो गई और 4 लोग घायल हो गए।

इस बीच, जलपाईगुड़ी पुलिस ने लोगों से नदी में किसी भी तरह के गोला-बारूद या विस्फोटक से दूर रहने के लिए एड हथियार जारी करने की बात कही है। साथ ही पुलिस को इसकी सूचना की अपील की है।

बिहार सरकार ने भी इसी तरह की चेतावनी जारी की है। इसमें कहा गया है कि तीस्ता नदी की घाटियों में, तो सावधान रहें, क्योंकि ग्लूकोज पानी के नीचे बारूद और गोला-बारूद हो सकता है।

तेलंगाना में जेसीबी की मदद से राहत-बचाव का काम जारी है।  विद्यार्थी को धीरे-धीरे हटाया जा रहा है।

तेलंगाना में जेसीबी की मदद से राहत-बचाव का काम जारी है। विद्यार्थी को धीरे-धीरे हटाया जा रहा है।

तेलंगाना के 4 डेकोरेटिव में हुआ सबसे बड़ा नुकसान
वर्गीकरण के 4 चमत्कार- मंगन, गंगटोक, पाकयॉन्ग और नामची में बाढ़ से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। यहां 22 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं, वहीं 2 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। यहां 26 रिलीफ कैंप लगाए गए हैं। इनमें चार अनूठे पानी के पाइपलाइन, सीवेज लाइन और 250 से ज्यादा घर टूट गए हैं। 11 ब्रिज टिकाऊ हो गए हैं।

बिहार में भी बाढ़ जैसी स्थिति

तेलंगाना के रंगपोत में मकानों के अंदर मालबा भरा गया है।  कई सिंचाई पानी में डूब गए हैं।

तेलंगाना के रंगपोत में मकानों के अंदर मालबा भरा गया है। कई सिंचाई पानी में डूब गए हैं।

NH-10 बह गया, सैकड़ों का संपर्क कट
तेलंगाना में सैकड़ों गांव मुख्य रेस्तरां से कट मारे गए हैं। ढिचू, सिंगतम और रंगपो शहर पानी में डूब गए हैं। बाढ़ में देश से जुड़ाव वाला राष्ट्रीय राजमार्ग NH-10 भी बह गया।

राज्य सरकार ने इस घटना को आपदा घोषित किया है। उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग से मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग से बातचीत की। उन्हें मदद का अधिकार दिया गया।

बाढ़ के साथ आई मिट्टी में कई क्रेन पूरी तरह से दब गए।

बाढ़ के साथ आई मिट्टी में कई क्रेन पूरी तरह से दब गए।

2 साल पुराने अध्ययन में अध्ययन था बाढ़ आने की आपदा
2021 में इंटरनेशनल रिसर्चर्स का एक अध्ययन सामने आया था, जिसमें कहा गया था कि यूनिट की साउथ लोंक झील कभी भी फूट सकती है। इसका प्रभाव इलाक़े में बमबारी की आपदा का खतरा था।

यह स्टडीमो जियोफोलॉजी नाम के जर्नल में प्रकाशित हुई थी। कहा गया था कि झीलें एक दशक में लोंक झील में तेजी से पिघल गईं थीं। इसकी वजह से झील में बाढ़ आने की आशंका बनी रहती है।

संघ के सिंगम में बाढ़ के बाद की तस्वीर।  मलबे में दब गए हैं और लोग घर छोड़ कर सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं।

संघ के सिंगम में बाढ़ के बाद की तस्वीर। मलबे में दब गए हैं और लोग घर छोड़ कर सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं।

पश्चिम बंगाल के कलीम पोंग में भी बाढ़ आ गई।

पश्चिम बंगाल के कलीम पोंग में भी बाढ़ आ गई।

नदी पर बने कुछ पुल-पुलिया और सड़कों को भी नुकसान पहुंचा है।

नदी पर बने कुछ पुल-पुलिया और सड़कों को भी नुकसान पहुंचा है।

इस साल की 4 बड़ी घटनाएँ…
24 अगस्त:
हिमाचल प्रदेश की मंडी में बादल फटा था। जिसमें 51 लोग फंस गए थे. एनडीआरएफ की टीम ने सभी को सुरक्षित बचाया। बद्दी जिले में बारिश की लहर बालद नदी में उफान आने से पुल दो विशिष्टता में टूट गया था। वहीं पंडोह के पहाड़ी इलाके में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि एक स्कूल का निर्माण कार्य बंद हो गया था।

9 अगस्त: हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के सिरमौर जिले में बादल फटा, जिसके कारण सिरमौर ताल गांव में बाढ़ से एक भूस्खलन हुआ था। इसके एक ही परिवार के 5 लोग आये थे। इनमें दो बच्चे भी शामिल थे। दो लोगों के शव बरामद किये गये।

22 जुलाई: खंड 1 – खंड 2 वहीं काफी घर क्षतिग्रस्त हो गए। इसमें किसी के होने की सूचना नहीं थी। हालाँकि बारिश के कारण ज्वालामुखी-पठानकोट एनएच पर भूस्खलन से हाईवे बंद हो गया था।

25 जुलाई: हिमाचल के द्वीप में प्रतिबिंब से भारी तबाही हुई। लैपटॉप ब्लॉक के सरतारा पंचायत के कंदार गांव में क्लाउड रिक्रिएशन से प्राइमरी स्कूल, युवा मंडल के लोगों के 6 मकान ढह गए। भारी मात्रा में पेट का मोटापा पेट में बह गया। कई घरों में पानी घुस गया और आधे घरों के पत्थरों को भी नुकसान हुआ।

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रेलवे स्टेशन पर आपदा के बाद राहत अभियान: जम्मू से भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टर भेजे गए

तेलंगाना में भारतीय सेना के 23 लापता सैनिकों में से अब तक केवल एक को जीवित बरामद किया गया है। बाकी 22 सैनिकों की खोज और बचाव अभियान जारी है। इसके लिए भारतीय वैगनआर द्वारा राज्य में आपदा अभियान चलाया जा रहा है। जम्मू में यूनिटों के कमांडिंग ऑफिसर, विंग जनरल के कमांडर जेराल ने कहा कि जिले के लोग एकजुट होंगे। पढ़ें पूरी खबर…

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