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- संसद सुरक्षा उल्लंघन मामला; नीलम आजाद पॉलीग्राफ टेस्ट | मनोरंजन सागर
14 मिनट पहले
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संसद की सुरक्षा सेंध मामले के 6 चौथे में से 5 का पॉलीग्राफ टेस्ट होगा। 2 फास्ट फूड एंटरटेनमेंट एंड सी ने नार्को एना साड़ी और ब्रेनिंग टेस्ट के लिए कोर्ट में अपनी सहमति दी है। वहीं, संसद के बाहर नारा लगाने वाली निज़ामुद्दीन आजाद ने पॉलीग्राफ़ टेस्ट से मना कर दिया है।
दिल्ली की एक अदालत ने शुक्रवार (5 दिसंबर) को एक मामले की सुनवाई की। इस दौरान रसेल जज हरदीप कौर ने दिल्ली पुलिस की ओर से 13 दिसंबर तक के लिए चार साल की पुलिस कस्टडी की मांग बढ़ाई। साथ ही प्लास्टिक के पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए मंजूरी दी। दिल्ली पुलिस ने कोर्ट से सभी चार पॉलीग्राफ टेस्ट की छूट ली थी।
कोर्ट में आज क्या हुआ…
चौथे को शुक्रवार को अदालत में पेश किया गया। डिफेंस के वकील अमित शुक्ला ने दिल्ली पुलिस के आवेदन पर कोर्ट से 15 मिनट का समय मांगा, जिसे कोर्ट ने मंजूरी दे दी। इसके बाद शर्मा अमोल शिंदे, ललित झा, एंटरटेनमेंट डी, सागर और महेश कुमावत पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए तैयार हो गए।
वकील अमित शुक्ला ने दिल्ली पुलिस से मनोरंजन और सागर के नार्को और ब्रांडिंग परीक्षण का कारण पूछा। स्पेशल पब्लिक प्रोसिक्यूटर (एसपीपी) के असाधारण प्रताप ने बताया कि इसकी सलाह एक विशेषज्ञ ने दी है और वह इसके सदस्य हैं।
इस बीच, दिल्ली पुलिस ने मोबाइल डेटा रिकवर करने और जांच के लिए कोर्ट से पुलिस कस्टडी आठ दिन तक बढ़ाने की मांग की। वकील अमित शुक्ला ने पुलिस कस्टडी का विरोध किया और कहा कि ज्यूडीशियल कस्टडी के दौरान डेटा से संबंधित पूछताछ की जा सकती है, यहां तक कि यहां तक कि लोकतांत्रिक जांच के दौरान पॉलीग्राफ परीक्षण भी किया जा सकता है।
इस पर एसपीपी ने कहा कि यूएपीए, एजेंसी को 30 दिन तक पुलिस को नियम बनाए रखने का अधिकार देता है। एसपीपी ने कोर्ट को निर्देश दिया कि उन्हें सोमवार तक क्रिएटिव साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) से मोबाइल फोन डेटा भी मिल जाएगा।