संसद में आतंक फैलाने का मास्टरमाइंड है ललित | भगत सिंह फैन क्लब के माध्यम से बनाया गया, टीम पर हमले के बाद विचारधारा के साक्ष्य

20 मिनट पहले

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इसके बारे में जानकारी में बताया जा रहा है कि वह हरियाणा का रहने वाला है, लेकिन उसकी सूची में यह नहीं बताया गया है कि वह कहां का निवासी है।  - दैनिक भास्कर

इसके बारे में जानकारी में बताया जा रहा है कि वह हरियाणा का रहने वाला है, लेकिन उसकी सूची में यह नहीं बताया गया है कि वह कहां का निवासी है।

22वीं बार लोकसभा में पार्टी पर हुए हमलों में डॉयरेक्टर स्मोक गन का प्लान ललित झा का था। 6 लोगों के इस गिरोह के 5 सदस्यों को पुलिस ने न्यूजीलैंड ले लिया, लेकिन मास्टरमाइंड अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर है।

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, योजना में लोगों को बुलाया गया और कर्मचारियों को सामान के लिए बुलाया गया। हमलों से पहले ललित ने सभी के फोन और सारे सबूत मांगे। इसके बाद वह बेकार हो गया। ललित झा को आखिरी बार राजस्थान के नीमराना में खोजा गया था।

ललित की यह फोटो दिल्ली पुलिस ने राजस्थान में ज्वालामुखी के दौरान वहां के लोगों को दी थी।

ललित की यह फोटो दिल्ली पुलिस ने राजस्थान में ज्वालामुखी के दौरान वहां के लोगों को दी थी।

एनजीओ के लिए काम करता था ललित
ललित एक एनजीओ में काम करता था। यह एनजीओ परमिट के लिए काम करता है। एनजीओ के फाउंडर निलक्षा ने बताया कि ललित ने नोव्यू में हमलों का वीडियो सबसे पहले उन्हें ही भेजा था। वह बहुत ही अकेले रहने वाले लोगों से था। उन्होंने कभी न तो अपने बारे में बताया और न ही कभी अपने परिवार के बारे में बताया। कभी-कभी उसे किसी के ऊपर गुस्सा करते हुए भी नहीं देखा और ना ही कभी हिंसक व्यवहार किया।

निलक्षा ने बताया- ललित किसी भी तरह का स्पेक्ट्रम का हिस्सा था। यह बात मुझे अप्रैल में पता चली।

सभी मूलभूत भगत सिंह फैन क्लब के माध्यम से मिले
पुलिस ने बताया कि हमलों में सभी बंजारे भगत सिंह फैन क्लब शामिल थे। सभी समान समूह के माध्यम से लगभग 18 महीने पहले मैसुरू में मिले थे।

गुड़गांव में पांचों चार के साथ ललित भी रुका था
सागर, मनोरंजन, नीलमणि और अमोल शिंदे दिल्ली जाने से पहले गुड़गांव में मनोहर के घर सेक्टर 7 के कॉलोनी बोर्ड में शामिल थे। इनके साथ ललित झा भी था। दिल्ली पुलिस का कहना है कि सभी की एक-दूसरे से मुलाकात ऑनलाइन हुई थी। सभी ने एकजुट होकर संसदीय दल की योजना बनाई।

राजस्थान में मिली थी आखिरी सुई, जब तक दिल्ली पुलिस की घुसपैठ, चोरी हो गई थी

कोटपूतली-बहारोड़ जिले के नीमराना के गंडाला गांव के इसी घर में पुलिस ने की निशानदेही।  इस दौरान किराएदार और मकान मालिक से पूछताछ की गई।

कोटपूतली-बहारोड़ जिले के नीमराना के गंडाला गांव के इसी घर में पुलिस ने की निशानदेही। इस दौरान किराएदार और मकान मालिक से पूछताछ की गई।

ललित झा की आखिरी इंजेक्शन पुलिस को राजस्थान के कोटपूतली-बहरोड़ जिले के नीमराना के गंडाला गांव में मिली थी। रविवार 13 दिसंबर की रात 12:30 बजे दिल्ली पुलिस राजस्थान जयपुर। गंडाला गांव में खूबसूरत लड़की की खोज की गई। पुलिस ने गांव के बस स्टैंड के पास लोगों से पूछताछ की। साथ ही उपकरणों को रोक-रोककर स्कैल भी ले लिया गया, लेकिन ललित नहीं मिला। पूरी खबर पढ़ें

बीजेपी मौलाना बोलीं- टीएमसी विधायक के साथ ललित की फोटो

पश्चिम बंगाल से भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी ने कहा-डी एलायंस और टीएमसी पूछ रहे हैं कि संसद की सुरक्षा में शामिल होने का मास्टरमाइंड ललित झा कहां है। मैं टीएमसी में शामिल हूं। आपका प्रवेश द्वार कितनी सुंदर जगह है।

13 दिसंबर को संसद में घुसेड़े
पार्टी पर आतंकवादी हमले के 22 साल बाद एक बार फिर 13 दिसंबर को सुरक्षा में सेंध लगाई गई थी। बिज़नेस में दो युवा कलाकार गैलरी से कूद गए थे और पीले रंग का धुआं लग गया था। सुरक्षा में सेंध लगाने वाले दोनों को एक में से एक में मिला दिया गया, फिर दोनों को पुलिस के हवाले कर दिया गया। अभी तक की जांच में इस आईडिया ब्रेक के 6 किरदार सामने आए हैं।

दो ने सदनों के बाहर प्रदर्शन किया, दो ने सदनों के बाहर प्रदर्शन किया। इनमें सागर शर्मा (26), एंटरटेनमेंट डी (34), अमोल शिंदे (25) और नीलकंठ (42) शामिल हैं। इनमें चारों के अलावा दो और लोग शामिल थे। इनमें से एक ने सभी को अपने घर में ठहराया था। उसे पुलिस ने पत्नी सहित जांच में ले लिया है। हालाँकि पत्नी इन छह चार में शामिल नहीं है। ललित झा को एक नवजात अभी भी बच्चा कहा जाता है।

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पूरे घर में भगदड़ मच गई। खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पी बॉल्स ने संसद पर हमले की धमकी दी थी। इसके बाद से ही दिल्ली पुलिस की सलाह पर थी। फिर भी 5 परतें सुरक्षा प्रोटोटाइप में स्थिर घुसेड़ें और क्रिसमस। पूरी खबर पढ़ें

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