43 मिनट पहले
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आस्था के हलोग धामी में अगले दिन पत्थर का खेल खेला गया। स्टोन स्टोन की इस अनोखी परंपरा को पूरे उत्साह और जोश से ख़त्म कर दिया गया। शारदा चबूतरे के दोनों किनारों पर खड़ी जत्थोती और जमोगी की टोलियों के बीच शानदार पत्थरबाज़ी हुई। करीब एक घंटा चला इस पत्थरबाजी में जत्थो के अक्षय वर्मा और जमोगी के दलीप वर्मा को पत्थर लगा और पूरी तरह से हुई परंपरा। इन दोनों के सिर से निकला हुआ खून भद्रकाली के मंदिर में अंकित किया गया था। दोनों का प्राथमिक उपचार किया गया। ढोल नगाड़ों के साथ मेला समाप्त हो गया। इस मेले में युवाओं ने भाग लिया, जहां हजारों की भीड़ ने खेल देखा। मेले के कारण इलाके का व्यवसाय बंद कर दिया गया। पत्थरबाज़ी से पहले भी खेला गया किरदार।