विधानसभा चुनाव परिणाम 2023; छत्तीसगढ़ | मध्य प्रदेश, राजस्थान चुनाव परिणाम | बस आज का दिन बाकी, रविवार को सारे बादल छंट जायेंगे

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14 मिनट पहलेलेखक: नवनीत गुर्जर, नेशनल भास्कर, दैनिक भास्कर

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चार दिन हो गए। भर ठंड में बारिश का मौसम चल रहा है। किसान खुश हैं। उन्हें पूरा किया, चने में एक बार का पानी फेरने से मुक्ति मिल गई। दूसरी तरफ शहरों में सुबह-शाम कंपनी कंपनियों को छूट मिलती है। कोहरा गलन ऐसे है कि बिना बारिश के भी पलटन टपक रही है। ग़ज़ब की ठंड है. लेकिन राजनीतिक चर्चा की गर्मी भी सिर शोरूम बोल रही है। जिस तरह के आकाश में वास्तुशिल्प का स्थान है, उसी तरह पांचवें राज्यों के खतरों का भी खतरा है।

एक्ज़ॉलिट पोल आये। कई शोबिदों ने सर्वे किया लेकिन उनमें से एक बाहर आने से भी बादल नहीं छूटे। बल्कि कहना चाहिए कुछ ज्यादा ही गहरे गए हैं। लगता है ये बादल तीन दिसंबर से पहले छटने वाले नहीं हैं। आसमान साफ ​​एक ही दिन होगा। चर्चा, बहस, लड़ाई, बहस, रूठना- मनाना तब तक जारी रहेगा। लेकिन उदास होना की बर्बादी नहीं है। बस, आज का ही दिन है। कागज़ के कागज़ का उपयोग करें। कल सबसे साफ हो गया है।

वैसे तो इतने लोग जान ही गए हैं कि तेलंगाना और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस फ़ेक्वेंसी स्टेलर रहने वाली है। राजस्थान और मध्य प्रदेश में घोटाला हुआ। राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक अंबानी ने बहुत मेहनत की। बहुत सारी मुफ़्त की रेवड़ियाँ। बहुत सी नई डिफॉल्ट का पास फ़ेंक। फिर भी स्थिति स्पष्ट रूप से स्पष्ट नहीं है कि यह पूर्वी छत्तीसगढ़ में है।

मध्य प्रदेश में बीजेपी बीस साल की एंटी इंकम्बेंसी के खिलाफ है लेकिन फिर भी यहां कांग्रेस की साफ लहर दिखाई नहीं दे रही है। ख़ैर, चर्चा जारी है और इस चर्चा का कोई अंत नहीं है। कोई पारोवर नहीं है.

हालाँकि यह बात सच है कि ये जो चुनाव परिणाम को लेकर बहस कर रहे हैं, लड़का-लड़की कर रहे हैं और लगातार दावा-प्रति दावा कर रहे हैं, किसी भी दल या उम्मीदवार की जीत या हार से उनके जीवन पर कोई फर्क नहीं पड़ता डेमो वाला है। उनका जीवन जैसा ही रहेगा पाँच साल पहले था या उनका भी पाँच साल पहले रहेगा।

लेकिन क्या किया जाये? चर्चा तो करनी है। हमने वोट दिया है तो उनका परिणाम देखें, उनका डेनमार्क ले जाना भी हमारा परम कर्तव्य है। क्यूरोसिटी एक शब्द है। हिंदू में हम इसे प्रत्याशा कह सकते हैं। वो तो रहता ही है। …और ये तीन दिसंबर से पहले शांत होने वाली नहीं है। तब तक चॉकलेट लेकर ही हाथ में रह गया है। तो लग रहे हैं.

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