नई दिल्ली3 मिनट पहले
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13 दिसंबर को संसद के अंदर आंध्रा वाले पत्थरों के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने एंटी टेरर एंड एसेशियल टूल्स (रोकथाम) एक्ट (यूएपीए) के तहत केस दर्ज किया।
13 दिसंबर को संसद के अंदर आंध्रा वाले पत्थरों के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने एंटी टेरर एंड एसेशियल टूल्स (रोकथाम) एक्ट (यूएपीए) के तहत केस दर्ज किया।
इस घटना में कुल छह नवजात थे, दो अंदर घुसे हुए थे जबकि दो बाहर प्रदर्शन कर रहे थे। पूछताछ में दो लोगों का नाम और नाम सामने आया। पाँच-पाँच मशीनरी में एक बैचलर है।
मीडिया सिद्धांत के अनुसार, चार संस्करणों ने पहले प्लान बनाया था। वहीं 9 महीने पहले हमलों की तैयारी के लिए एक हमला किया गया था।
झारखंड सचिवालय के फोर्ट पर, गृह मंत्रालय ने इस घटना की जांच का आदेश दिया है। सीआरपीएफ के इंस्पेक्टर अनीश फेलोशिप सिंह के नेतृत्व में एक जांच कमेटी बनाई गई है, जिसमें अन्य सुरक्षा निर्देश और सहायक उपकरण शामिल हैं।
अब चार दृश्यों से पूरी घटना को समझें…
13 दिसंबर को संसद की कार्रवाई के बीच दो युवा कूदते हुए मुसलमानों के बीच पहुंचे।
मछुआरों ने बच्चों को अपने कब्जे में ले लिया और संसद के भीतर ही अपने मजबूत समूह की पकड़ बना ली।
पूर्वोत्तर ने संसद के भीतर के विस्फोटकों को नष्ट कर दिया, जिससे पूरी संसद में पीला धुआं फैल गया।
ये वो कलर स्पाइडर का खाली डब्बा है जिससे कलर खत्म हो गया था।
अब पता चला पकड़े गए चार लोगों के बारे में…
हिट के पीजी में शामिल एचटीईटी की पढ़ाई कर रही थी निज़ाम
हरियाणा के स्टार्टअप में रहने वाली कॉलोनी का प्रदर्शन करते हुए पकड़ ले ली गई है।
जिस समय समुद्र और मनोरंजन में समुद्र तट कर रहे थे, उसी समय अमोल और समुद्रतट के बाहर अपार्टमेंट कर प्रदर्शन कर रहे थे। निज़ामुद्दीन हरियाणा के जिले के घसो झील गांव की रहने वाली जगहें हैं। पिछले 6 महीने से पेइंग गेस्ट (पीजी) में प्रवेश के लिए हरियाणा सिविल सेवा परीक्षा और एचटीईटी (हरियाणा शिक्षक पात्रता परीक्षा) की तैयारी कर रही थी।
घोसो स्कॉटलैंड गांव और हिल्स में उनके पीजी के आसपास रहने वाले लोगों का कहना है कि नीलकंठ की राजनीति में दिलचस्पी थी, लेकिन उनकी संसद के बाहर प्रदर्शन की बात उनकी समझ से परे है।
निज़ाम के छोटे भाई राम निवास ने कहा- हमें तो पता ही नहीं था कि वह दिल्ली गया है। वह सोमवार को आई थी, इसके बाद मंगलवार को वापस चली गई। हमें तो यही लगा कि वह यहां जा रही है। उसने कई बार बेरोजगारी भत्ता उठाया। वह किसान आंदोलन में भी शामिल थे। परिवार में मेरा बड़ा भाई और माता-पिता हैं। पिता हलवाई हैं जबकि मैं और मेरा भाई दूध का काम करते हैं। पूरी खबर पढ़ें…
लखनऊ में ई-क्रेसी का नाम सागर शर्मा है
नेशनल सागर की मां रानी ने बताया कि उनका बेटा ई-चित्रकला दिखाता है, वह किसी से भी झगड़ा नहीं करता है।
संसद की बिल्डर्स गैलरी में जंपने वाले 2 फ़ोर्ट्स से एक सागर लखनऊ का रहने वाला है। सागर का परिवार नोएडा के आलम बाग के सागर में किराये के घर में रहता है। अपने घर के निरीक्षण के लिए लखनऊ पुलिस से पूछताछ करें। सागर की मां रानी शर्मा ने कहा कि बेटा धरना-प्रदर्शन करने की बात कहकर घर गया था।
पिछले 15 वर्षों से सागर का परिवार लखनऊ में रह रहा है। पितालाल रोशन बढ़ई हैं। वह खुद को लखनऊ में ई-चित्रकला दिखाता है। सागर की माँ ने कहा- बेटा कभी किसी से लड़ाई-झगड़ा नहीं करता। परिवार में कुल मिलाकर चार लोग हैं। एक बहन, माता-पिता और सागर ख़ुद। पूरी खबर पढ़ें…
गुड़गांव के गुड़गांव के घर चर्च सभी अनाथालय थे
गुड़गांव के सेक्टर 7 में गुड़गांव के सेक्टर 7 में गुड़गांव शर्मा का घर। तुलना से उन्हें न्याय में लिया गया।
संसद के अंदर और बाहर प्रदर्शन करने वाले समुद्र, मनोरंजन, नीलमणि और अमोल शिंदे दिल्ली जाने से पहले गुड़गांव में थे। इनके साथ ललित झा भी था। यह लोग गुड़गांव बोर्ड के सेक्टर 7 की आवासीय कॉलोनी में रहने वाले थे। मॉनसून शर्मा मूल रूप से हरियाणा के हिमालय में रहते हैं। पीजी में संसद के बाहर प्रदर्शन करने वाली झील पिछले 6 महीने से रह रही थी।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और सेंट्रल शिखा की टीम ने यॉर्कर शर्मा और उनकी पत्नी को भी हिरासत में ले लिया। पुलिस के दस्तावेज़ के मुताबिक ये चारों ओर के सहकर्मी शर्मा के दोस्त हैं। इसके बाद शक के प्रशंसक जा रहे हैं कि संसद भवन के बाहर प्रदर्शन और अंदर धुआंधार प्रदर्शन की पूरी साजिश रची नहीं गई। जबबहुचेय सामान दिल्ली से गए तो फिर उनके मोबाइल की तुलना क्या हो गई। पूरी खबर पढ़ें…
इंजीनियर है एंटरटेनमेंट, पिता बोले- गलत किया तो बेटे को फंसाया दो
डी एंटरटेनमेंट कर्नाटक के मैसूर का रहने वाला है। उन्होंने 2016 में बैचलर इन इंजीनियरिंग (बीई) की पूरी पढ़ाई की थी। दिल्ली और कॉलेज में कुछ कंपनियों ने भी काम किया। अब वह परिवार के साथ खेती का काम देख रही थी। एंटरटेनमेंट ने बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा के ऑफिस से आम जनता के लिए प्रवेश के लिए पास लिया था। उसने सागर शर्मा को अपना दोस्त बताया था।
मनोरंजन के पिता देवराजे गौड़ा ने कहा था कि अगर मेरे बेटे ने गलती की है, तो उसे फाँसी पर लटका दो। वह संसद हमारी है। इसे बनाने में महात्मा गांधी और नेहरू जैसे नेताओं ने कड़ी मेहनत की थी। हालाँकि, उन्होंने यह भी दावा किया कि उनका बेटा ईमानदार और सच्चा है। उसकी एकमात्र इच्छा समाज के लिए अच्छा करना और समाज के लिए बलिदान देना है।
सेना भर्ती में जाने की गुप्त घर से निकला था अमोल
अमोल शिंदे (25) महाराष्ट्र के लातूर जिले के जरी गांव में रहते हैं। वह पढ़ाई तक ग्रेजुएशन करता है। वह पुलिस और सेना भर्ती की तैयारी के लिए दिहाड़ी प्रबंधन के साथ काम करता था। अमोल के माँ-बाप और दो भाई भी बनते हैं। अमोल के परिवार के मुताबिक, उसने 9 दिसंबर को यह खुलासा किया था कि वह सेना में भर्ती के लिए दिल्ली जा रहा है। उन्होंने पहले भी इस तरह की कई भर्ती परीक्षाओं में भाग लिया था, इसलिए उनके माता-पिता को कोई शक नहीं हुआ।
ललित की जानकारी प्रौद्योगिकी रही पुलिस
इन पांच किरदारों के अलावा एक और नाम सामने आया है। वो है ललित, जो हरियाणा में रहने वाला है। इसके बारे में अधिकांश जानकारी अभी बाहर नहीं आई है। यह बच्चा है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इसकी तलाश में कंपनियां दी जा रही हैं। लोगों से मिलकर सामूहिक पूछताछ कर रही हैं।
अब पता चला क्या हुआ फेल…
संसद के सुरक्षा उपकरण 19 साल पुराने, नई भर्ती भी नहीं
करीब 1200 करोड़ में बने देश के सबसे सुरक्षित माने जाने वाले नए संसद भवन में स्मोक कैन क्राउल की घटना सुरक्षा में बड़ी खामी है। संसदीय सुरक्षा से जुड़े एक शीर्ष अधिकारी ने भास्कर को बताया कि कैसे सांप के अंदर स्मोक कैन हो सकता है, यह सबसे सनसनीखेज बात है। यदि यह उपभोक्ता या मोजे में सामान था तो वैकल्पिक एमडी (डोरफ्रेम मेटल डिटेक्टर) में निश्चित रूप से पकड़ी जानी चाहिए थी। हालाँकि, एक कारण यह भी संभव है कि 2004 के बाद से संसद की सुरक्षा व्यवस्था में शामिल नहीं हुए यानी ये 19 साल पुराने हैं। एक अन्य संसदीय सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि उनके कर्मचारियों में 10 साल से नई भर्ती नहीं हुई है। करीब 150 सुरक्षा कर्मियों के पद खाली पड़े हैं। नई संसद में फेशियल इंटेलीजेंस के उपकरण ही
नये हैं। सबसे अच्छा मानक मानक बहुत कम हो गया है। पुरानी संसद में उस पर बहुमत था।
5 जरूरी कदम, जो अब मजबूत…
नई संसद में घुसपैठिए के बाद केंद्र सरकार को पद से हटा दिया गया है। अब एनालिटिक्स पैनल में कई बदलाव किए जा रहे हैं…
1. मशालची, स्टाफ सदस्य और रेस्तरां के प्रवेश द्वार अलग-अलग होते हैं। स्टार्सर्स के चौथे गेट से प्रवेश द्वार।
2. मूर्तिकार पासरिलीज़ करने पर अभी रोक लगा दी गई है। 3. दर्शकदीर्घा के चारों ओर कांच की ढाल लगाई जाएगी, ताकि कोई जंपर्स भगवान के अंदर न आ सके।
4. एयरपोर्ट की तरह बॉडी स्कैन 5. सुरक्षा कर्मियों की संख्या में भी बढ़ोतरी होगी।
इसलिए स्थिर स्थिर व्यवस्था
• नई संसद में दर्शक दीर्घा और रेस्तरां की जिम्मेदारी दिल्ली पुलिस के कार्यालय को सौंपी गई है। पुरानी संसद में यह काम संसदीय सुरक्षा कर्मी करते थे, जो बॉडी लैंगवेज पढ़ते थे। ग़द्दारों के सादी हथियारधारी युवा दर्शक दीर्घा की निगरानी कर रहे हैं, लेकिन उन्हें हावभाव का कोई प्रशिक्षण नहीं दिया गया है
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हमलों की बमबारी पर सुरक्षा धराशायी: फिर से 5 परतें सुरक्षा गुटों में घुसपैठ की धमकी दी गई
पार्टी पर आतंकवादी हमलों की 22वीं पार्टी आज (बुधवार को) फिल्म में उस किरदार को तोड़ दिया गया, जब पार्टिकलर्स गैलरी से 2 आतंकवादी अचानक नीचे कूद गए। उस समय बीजेपी में विपक्ष खगेन मुर्मू अपनी बात रख रहे थे। युवाओं के सामान की बेंच पर कूदते हुए आगे बढ़े। इसी बीच उन्होंने प्लांट से कुछ शॉक किया, जिससे सदनों में येलो स्माइफल लगा।
पूरे घर में भगदड़ मच गई। खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पी बॉल्स ने संसद पर हमले की धमकी दी थी। इसके बाद से ही दिल्ली पुलिस की सलाह पर थी। फिर भी 5 परतें सुरक्षा प्रोटोटाइप में स्थिर घुसेड़ें और क्रिसमस। पूरी खबर पढ़ें
अमृतसर के सांसद ने संसद से बाहर फेंका रंग बम:बोले- हमारी पिछली तरफ से तोड़ दिया गया, अपनी सुरक्षा के लिए घर की सुरक्षा नहीं
भारतीय संसद पर आतंकवादी हमलों की 22वीं पार्टी में रविवार को सदन के अंदर दो लोगों की ओर से रंगीन बम फेंके गए, अमृतसर के कांग्रेसी अल्पसंख्यक गुरजीत औजला ने बाहरी उछाल दिया था। मची बिल्डर्स- इंजीनियरों के बीच में जैसे ही ये कलर बम न्यूम औजला के पास गियान गिरा, उन्होंने बिना किसी पल गंवाए उसे इंजीनियर्स के घर से बाहर फेंक दिया। इस दौरान कलर बम से निकला पीला स्मोग न्यूनतम औजला के हाथों पर भी लग गया। पूरी खबर पढ़ें
मुस्लिम घुसे युवाओं में हनुमान बेनीवाल की बोली: बोले- नाबालिग डरे हुए थे, कहीं कोई हथियार नहीं तो नहीं
संसद में कूदे एक युवा को नागौर न्यूनतम हनुमान बेनीवाल ने न्यूजीलैंड ले लिया। उस युवा को फ़्रेशंट पार्टनर। इस घटना के चश्मदीद रहे हनुमान बेनीवाल से भास्कर ने नजर-देखा हाल जाना। पूरी खबर पढ़ें