लद्दाख हिमस्खलन दुर्घटना; माउंट कुन पर हिमस्खलन की चपेट में आई सेना की टुकड़ी | एक सैनिक की मौत, 3 लापता; पुनर्स्थापना ऑपरेशन जारी

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परवाह11 मिनट पहले

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इंडोनेशिया के माउंट कुन के पास हाई एलीट्यूड वारफेयर स्कूल (HAWS) और सेना के आर्मी एडवेंचर विंग के करीब 40 मिलिट्री मॉड्यूल की एक ट्रेनिंग कर रही थी।  इसी दौरान हिमस्खलन हो गया।  (फोटो) - दैनिक भास्कर

इंडोनेशिया के माउंट कुन के पास हाई एलीट्यूड वारफेयर स्कूल (HAWS) और सेना के आर्मी एडवेंचर विंग के करीब 40 मिलिट्री मॉड्यूल की एक ट्रेनिंग कर रही थी। इसी दौरान हिमस्खलन हो गया। (फ़ॉलो फोटो)

इंडोनेशिया के माउंट कुन के पास सोमवार (9 अक्टूबर) को सेना की एकेरियन एवलांच (हिमकांड) की चोटी पर चढ़ाई हुई। इसमें एक सैनिक की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य लापता हैं।

अधिकारियों के अनुसार, हाई एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल (HAWS) और सेना के आर्मी एडवेंचर विंग के करीब 40 मिलिटरी मेमोरियल की एक विचारधारा में माउंट कुन के पास ट्रेनिंग चल रही थी। इसी दौरान हिमस्खलन हो गया।

दुर्घटना के तुरंत बाद रिटायरमेंट ऑपरेशन शुरू हो गया, जो अभी भी जारी है। टीम ने एक युवक का शव बरामद किया है। 3 लापता लोगों की तलाश जारी है।

एवलांच की खबर में शामिल ही साइट टीम पर विचार।  इसमें 11 सैलानियों के गंभीर रूप से घायल होने की खबर है।

एवलांच की खबर में शामिल ही साइट टीम पर विचार। इसमें 11 सैलानियों के गंभीर रूप से घायल होने की खबर है।

4 अप्रैल 2023 को डिवीजन की राजधानी गंगटोक में एवलांच (हिमसंभव) हुआ था। इसमें 7 पर्यटकों की मौत हो गई। मृतक में चार पुरुष, दो महिलाएं और एक बच्चा शामिल था। यह घटना सुबह 11.30 बजे गंगटोक से नाथू ला दर्रे से जुड़ने वाले संप्रदाय नेहरू मार्ग पर हुई।

सेना की ओर से जारी बयान में कहा गया था- बर्फ के नीचे पांच-छह गाड़ियां फंस गईं, जिनमें करीब 30 लोग शामिल थे। शाम चार बजे तक बर्फ से सात शव निकाले गए और छह लोगों सहित 23 लोगों की मौत हो गई। इनमें से 11 की गंभीर स्थिति के कारण उन्हें गैंगटोक के अस्पताल में भर्ती किया गया है। पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गठबंधन में ज्वालामुखी की मौत पर शोक संवेदना व्यक्त की।

हिमसंवेदन क्या होता है?
बर्फ या पत्थर के पहाड़ की ढलान से तेजी से नीचे की ओर जाने वाली ढलान को हिमस्खलन या हिमस्खलन कहा जाता है। हिमस्खलन के दौरान बर्फ, चट्टान, मिट्टी और अन्य वस्तुएं किसी भी पहाड़ से नीचे की ओर तेजी से गिरती हैं।

हिमसंगति आमतौर पर तब शुरू होती है जब किसी पहाड़ की ढलान पर बर्फ या पत्थर जैसी वस्तुएं मौजूद होती हैं जो उसके आसपास होती हैं। इसके बाद ये तेजी से ढलान के नीचे मौजूद हैं और नीवे को इकट्टा कर नीचे की और उतारी हुई हैं। भैंस या मिट्टी के असंवेदन को कहा जाता है। संपूर्ण एक्सप्लेनर पढ़ने के लिए क्लिक करें

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