राम मंदिर अभिषेक: कांग्रेस सोनिया गांधी खड़गे | नीतीश कुमार, लालू यादव, ममता बनर्जी | रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में सोनिया-खड़गे का जाना तय नहीं: राकेश राकेश ने कहा- सही समय पर आएं पार्टी का फैसला

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अयोध्या34 मिनट पहले

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22 जनवरी 2024 राममंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम चल रहा है।  इसमें बिज़नेस लीडर के जाने पर संशायी शैतान है।  - दैनिक भास्कर

22 जनवरी 2024 राममंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम चल रहा है। इसमें बिज़नेस लीडर के जाने पर संशायी शैतान है।

अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे जाएंगे या यह अभी तय नहीं है। इस पर पार्टी सही समय पर ही निर्णय लेगी। कांग्रेस नेता राकेश राकेश ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को है। इसमें सोनिया और खड़गे को भी डॉक्यूमेंट भेजा गया है।

दावा- नवीनीकृत और वैध भी नहीं जाएंगे
मीडिया में शामिल अनुयायियों में से एक ने दावा किया है कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और सहायक प्रमुख बौद्ध प्रसाद यादव भी शामिल नहीं हुए। इस कार्यक्रम में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस के कम्युनिस्ट अधीर रंजन चौधरी और सी. अन्नाद्रमुक (एम) के स्टालिन येचुरी सहित कई प्रमुख नेताओं को बुलाया गया है।

येचुरी ने इसे अस्वीकार कर दिया
सिताराम येचुरी इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने एक्स की पोस्ट में कहा- धर्म निजी पसंद है, जिसका राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। सबसे ज्यादा खोखलापन यह है कि बीजेपी और आरएसएस ने धार्मिक कार्यक्रमों को स्टेट स्पॉन्सर्ड बना दिया।

दस्तावेज़ न मिलने से नाराज
संस्था यूबीटी के प्रमुख उषा टेकरी को कोई दस्तावेज नहीं मिला है। इससे वे नाराज हैं। यूवी ने कुछ दिन पहले कहा था कि उनकी पार्टी का कोई भी नेता या कार्यकर्ता 22 जनवरी के समारोह में शामिल नहीं होगा। हम सब बाद में अयोध्या जायेंगे।

प्राण प्रतिष्ठा समारोह को टीएमसी ने बीजेपी का पॉलिटिकल इवेंट कहा है
चर्चा है कि पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी भी अयोध्या नहीं जा रही हैं। शास्त्रीय कांग्रेस (टीएमसी) का कोई भी नेता विद्वान नहीं होगा। टीएमसी के कुछ नेताओं का कहना है कि बीजेपी इसे 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए स्प्रिंगबोर्ड की तरह इस्तेमाल करना चाहती है। हालाँकि, पार्टी की ओर से कोई बयान नहीं आया है।

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत 6000 दिग्गज शामिल होंगे। इनमें 4000 संत और करीब 2200 मेहमान हैं। इस दौरान छह दर्शनों (प्राचीन बौद्ध भिक्षुओं) के पूर्वजों और करीब 150 साधु-संत भी मौजूद रहे। कार्यक्रम में करीब 25 लाख लोग शामिल हो सकते हैं।

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22 जनवरी 2024 को अयोध्या के रामलला मंदिर में भगवान श्रीराम की प्राण-प्रतिष्ठा होने जा रही है। 121 वैदिक और कर्मकांडी ब्राह्मणों के साथ यह भारत की सबसे बड़ी धार्मिक अनुष्ठान होगी। काशी के पंडित लक्ष्मीकांत मथुरादास मठ के नेतृत्व में 50 ब्राह्मणों की टीम 16 से 22 जनवरी तक अयोध्या में रहेगी। प्राण-प्रतिष्ठा से पहले कुल 60 घंटे तक यज्ञ, घर, 4 वेदों का पारायण और कर्म कांडों का वाचन होगा। पूरी खबर पढ़ें.

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अयोध्या राममंदिर प्राण प्रतिष्ठा की फोटो।

अयोध्या राममंदिर प्राण प्रतिष्ठा की फोटो।

मर्यादा पुरूषोत्तम प्रभु श्रीराम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा उत्सव की समाप्ति पर काफी तेजी से चल रही हैं। जैसे-जैसे ये पल नजदीक आ रहा है, जिज्ञासा में भी भूख जा रही है। ऐसे में अयोध्या में सात दिनों तक वृहद स्तर पर अनुष्ठान प्रक्रिया जारी रहेगी, जिसकी शुरुआत 16 जनवरी से होगी। 22 जनवरी को श्रीरामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा होगी। पूरी खबर पढ़ें…

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