राम जन्मभूमि आंदोलन में कारसेवक रहे श्रीकांत पुजारी को जमानत | राम जन्मभूमि आंदोलन में कारसेवक रहे शेखर पुजारी को जमानत: 1992 में दर्ज दंगे के मामले में पिछले सप्ताह पुलिस ने की थी गिरफ्तारी

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हुबली21 मिनट पहले

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राममंदिर आंदोलन में कारसेवक रहे समाजवादी पुजारी पर पिछले हफ्ते दंगा भड़काने का आरोप लगाया गया था।  - दैनिक भास्कर

राममंदिर आंदोलन में कारसेवक रहे समाजवादी पुजारी पर पिछले हफ्ते दंगा भड़काने का आरोप लगाया गया था।

हुबली की एक सत्र अदालत ने शुक्रवार (5 जनवरी) को राम जन्मभूमि आंदोलन के दौरान कारसेवकों को हिरासत में लेने का फैसला सुनाया। पुजारी को दिसंबर, 1992 में दर्ज दंगे के एक मामले में पिछले हफ्ते पुलिस ने गिरफ्तार किया था। सरकारी वकील ने गुरुवार को अदालत में दावा किया कि पुजारी कई अन्य मामलों में वांछित था और अदालत की सुनवाई में भाग लेने से बच रहा था।

उनकी गिरफ़्तारी के ख़िलाफ़ बीजेपी ने विरोध प्रदर्शन किया। भाजपा ने राज्य की कांग्रेस सरकार पर अल्पसंख्यक तुष्टिकरण में शामिल होने का आरोप लगाया।

कर्नाटक बीजेपी का ब्रांड-मैं भी कारसेवक, मुझे भी गिरफ्तार करो
कर्नाटक बीजेपी ने गुरुवार को ‘मैं भी कारसेवक, मुझे भी गिरफ्तार करो’ नारा शुरू कर दिया है। बीजेपी नेता राज्य पुलिस के सामने पोस्टर लेकर बैठे हैं।

बेंगलुरु में विधायक और पूर्व मंत्री वी. सुनील कुमार ने बीजेपी समर्थक “जय श्री राम” का नारा लगाते हुए सदाशिवनगर पुलिस स्टेशन के पास धरना प्रदर्शन किया।

भाजपा के वरिष्ठ नेता केएस ईश्वरप्पा और समिति रवि ने भी शिवमोग्गा और चिकमंगलुरु के ग्राहकों के कार्यालय के बाहर राम नाम का जाप किया।

चिंकमंगलुरू ऑफिसियल ऑफिस का प्रदर्शन कर रहे बीजेपी नेता समिति रवि।

चिंकमंगलुरू ऑफिसियल ऑफिस का प्रदर्शन कर रहे बीजेपी नेता समिति रवि।

क्या है पूरा मामला
दिसंबर 1992 में कारसेवक पुजारी पुजारी को पिछले हफ्ते नॉर्थ कर्नाटक के हुबली में दर्ज दंगे के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था। मान्यता है कि 1990 और 1992 में अयोध्या में हजारों लोगों ने अयोध्या में कार सेवा में भाग लिया था।

हुबली पुलिस के मुताबिक, 5 दिसंबर 1992 को एक दुकान में आग लगी थी। दस्तावेज़ तीसरा दस्तावेज़ है। पुलिस ने 8 आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए एक विशेष टीम बनाई है। जल्द ही उन्हें भी पकड़ लिया जाएगा।

हुबली पुलिस ने हिंसा से जुड़े मामलों में कुल 300 दस्तावेजों की सूची बनाई है। अब इन पादरी की उम्र 70-75 के बीच है। कई लोग तो शहर से बाहर बस गए हैं।

बीजेपी ने इसे क्यों शुरू किया
और पूर्व मंत्री वी सुनील कुमार ने कहा, ‘मैं भी एक कारसेवक हूं, मुझे भी गिरफ्तार करो’ कांग्रेस सरकार के राम विरोधी और हिंदू विरोधी नेताओं की निंदा करना शुरू कर दिया गया है। बौद्ध धर्म में कांग्रेस कारसेवकों और राम भक्तों को डराने-धमकाने की रणनीति पर उतरना है।

कुमार ने कहा कि एक हिंदू कार्यकर्ता को अपराधी जा रहा है, लेकिन मंगलुरू कुकर बम को अपराधी बताया जा रहा है। कांग्रेस नेता केजे हल्ली और डीजे हल्ली दंगों के बाद रिक्शा करने के लिए सरकार को पत्र लिख रहे हैं।

प्रदर्शकारी भाजपा नेता नारे के बाहर जय श्री राम का जाप करते हुए खुद को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं।

प्रदर्शकारी भाजपा नेता नारे के बाहर जय श्री राम का जाप करते हुए खुद को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं।

कांग्रेस सरकार का आरोप- समाजवादी पुराना बदमाश
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने पुजारी पर बदमाशी और अपराधी होने का आरोप लगाया है और कहा है कि उस पर अवैध शराब बिक्री, जुआ और मटका समेत 16 सामाजिक अपराध शामिल होने का आरोप है। एक्स पर एक पोस्ट में पोस्टर की लिस्ट शेयर करते हुए सीएम सिद्धारमैया ने लिखा है कि अगर आपराधिक अपराधों में लोग धर्म के रक्षक होने का दावा करते हैं और हत्या और संप्रदाय में विश्वास रखने वाले शामिल होते हैं, तो क्या बीजेपी नेता भी उनका समर्थन करेंगे?

सिद्धारमैया ने लिखा है- राममंदिर उद्घाटन के दौरान ड्यूक के निर्माता एक संयोग है। पुराने मामलों की समीक्षा के दौरान पुलिस ने 36 लोगों को गिरफ्तार किया है। न तो बदला है और न ही तुष्टिकरण। कानून जनता के हित में लागू किया गया है।

इसके अलावा, भगवान के खिलाफ भगवान के गृह मंत्री ने कहा कि जिस व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया था, वह कारसेवक नहीं था और उसके 16 मामले दर्ज हैं।

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