नई दिल्ली14 मिनट पहले
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![2024 में दक्षिणी अमेरिका से 68 न्यूनतम अवशेष होने वाले हैं। सबसे पहले दिल्ली में जनवरी में तीन सीट खाली। - दैनिक भास्कर](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/01/04/news-image-2024-01-04t201234575_1704379856.jpg)
2024 में दक्षिणी अमेरिका से 68 न्यूनतम अवशेष होने वाले हैं। सबसे पहले दिल्ली में जनवरी में तीन सीट खाली।
2024 में दक्षिणी अमेरिका से 68 न्यूनतम अवशेष होने वाले हैं। इसमें 9 केंद्रीय मंत्री हैं। सबसे पहले दिल्ली में तीन सीट खाली। यहां आप नेता संजय सिंह, नारायण दास गुप्ता और सुशील कुमार गुप्ता 27 जनवरी को अपना भाषण पूरा करेंगे।
दिल्ली में चुनाव की तैयारियों के लिए खाली आवेदन की तैयारी शुरू हो गई है। एसोसिएशन में अंतिम राज्य के लिए भी जल्द ही नामांकन होगा। यहां एसडीएफ सदस्य हिशे लाचुंगपा का 23 फरवरी को संबोधन होगा।
वहीं रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, शिक्षा मंत्री डेमोक्रेट प्रधान, पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मडाविया और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत 57 नेता अप्रैल में अपना पूरा करेंगे।
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उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा 10 शौचालय खाली हैं
उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा 10 शौचालय खाली हैं। इसके बाद महाराष्ट्र और बिहार में 6-6, मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल में 5-5, कर्नाटक और गुजरात में 4-4, ओडिशा, तेलंगाना, केरल और आंध्र प्रदेश में 3-3 सीटें खाली रहेंगी।
झारखंड और राजस्थान में 2-2 और उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और छत्तीसगढ़ में चारों ओर एक-एक सीट खाली होगी। दिल्ली में 3 और जिलों में एक सीट खाली होगी। अन्य चार मनोनीत सदस्य जुलाई में पदमुक्त हो रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश से हिमाचल प्रदेश के लिए नामांकन के लिए भाजपा अध्यक्ष जापान अपने घर से बाहर सीट तलाशनी होगी क्योंकि वहां कांग्रेस सत्ता में है। इसके अलावा कांग्रेस के अलावा तेलंगाना और तेलंगाना से भी अपने कश्मीर को स्टार्टअप उद्यम की तैयारी में शामिल किया गया है। क्योंकि सम्मिलित कांग्रेस में चार और तेलंगाना में तीन क्षितिज शामिल हैं।
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जानिए 68 साझीदारी सदस्य कब-कब होंगे…
जनवरी
दिल्ली – संजय सिंह (AAP), नारायण दास गुप्ता (AAP) और सुशील कुमार गुप्ता (AAP)
फ़रवरी
तेलंगाना – हिशे लाचुंगपा (एसडीएफ)
अप्रैल
राजस्थान – मनमोहन सिंह (कांग्रेस), भूपेन्द्र यादव (भाजपा) ओडिशा – अश्विनी वैष्णव (भाजपा), प्रशांत नंदा, पटना अमरीक (बीजेडी) उत्तराखंड – अनिल बलूनी (भाजपा) गुजरात – मनसुख मंडाविया (भाजपा), पुरुषोत्तम रूपाला (भाजपा), नारायण भाई राठवा (कांग्रेस), अमी याग्निक (कांग्रेस) महाराष्ट्र – वी मुरलीधरन (बीजेपी), नारायण राणे (बीजेपी), प्रकाश जावड़ेकर (बीजेपी), कुमार केतकर (कांग्रेस), विनोद चौहान (एनसीपी), अनिल मिश्रा (शिवसेना- यूबीटी) मध्य प्रदेश – डेमोक्रेट प्रधान (भाजपा), एल मुरुगन (भाजपा), अजय प्रताप सिंह (भाजपा), कैलाश सोनी (भाजपा), राजमणि पटेल (कांग्रेस)
कर्नाटक – राजीव चन्द्रशेखर (भाजपा), एल हनुमंतैया (कांग्रेस), जी सी चन्द्रशेखर (कांग्रेस), शाहिद नासिर हुसैन (कांग्रेस) तेलंगाना – जोगिनीपल्ली संतोष कुमार (बीआरएस), रविचंद्र वद्दीराजू (बीआरएस), बी लिंगैया यादव (बीआरएस) पश्चिम बंगाल – अबीर रंजन विश्वास (टीएमसी), सुभाशीष पाठक (टीएमसी), मोहम्मद नदीमुल हक (टीएमसी), शांतनु सेन (टीएमसी), अभिषेक मनु सिंघवी (कांग्रेस) बिहार – मनोज कुमार झा (आरजेडी), अहमद अशफाक करीम (आरजेडी), अनिल प्रसाद हेगड़े (जेडीयू), बशिष्ठ नारायण सिंह (जेडीयू), सुशील कुमार मोदी (बीजेपी), अखिलेश प्रसाद सिंह (कांग्रेस)
उत्तर प्रदेश – अनिल अग्रवाल (भाजपा), अशोक बाजपेयी (भाजपा), अनिल जैन (भाजपा), कांता कर्दम (भाजपा), सकलदीप राजभर (भाजपा), जीवएल नरसिम्हा राव (भाजपा), विजय पाल सिंह तोमर (भाजपा), सुधांशु पाठक (बीजेपी) और हरनाथ सिंह यादव (बीजेपी), जया बच्चन (सपा)
आंध्र प्रदेश – कनकमेदाला रशियन कुमार (टीडीपी), सी एम रमेश (बीजेपी), अंबानी रेड्डी वेमिरेड्डी (वाईएसआरसीपी) छत्तीसगढ़ – सरोजोहा (बीजेपी) हरियाणा – डी पी वत्स (बीजेपी)
मई
झारखंड – समीर ओरांव (भाजपा), धीरज प्रसाद साहूकार (कांग्रेस)
जुलाई
केरल – आलमाराम करीम (सीपीआई-एम), बिनॉय विश्वम (सीपीआई), जोस के मणि केसी (एम)
ऐसा होता है राज्य सभा चुनाव
अन्य चुनावों के लिए साक्षात्कार साक्षात्कार की प्रक्रिया काफी अलग है। साउदीआ के सदस्य सुपरमार्केट के रूप में चुने गए लोग हैं, जनता नहीं बल्कि वामपंथी समर्थक हैं। राज्यसभा चुनाव में जीत के लिए जो कुछ भी चाहिए, वह पहले से ही तय होता है।
रियलिटी की संख्या का कैलाकॉलाट्रिशन कुल एलिजाबेथ की संख्या और यात्रा की संख्या के आधार पर होता है। इसमें एक नेता का वोट का पर्चा 100 है।
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मोदी सरकार को इस दावे में कहा गया है कि राज्यसभा में बहुमत नहीं:लोकसभा चुनाव से पहले 56 अल्पसंख्यक होंगे, इनमें 30 बीजेपी से
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मोदी सरकार ने इस संकल्प पत्र में कहा कि राज्य में बहुमत हासिल नहीं किया जा सकता। तीन राज्यों के विधानसभा चुनावों में भाजपा के उच्च सदनों में बीजेपी की सदस्य संख्या में बढ़ोतरी की स्थिति नहीं है। दूसरी ओर, तेलंगाना में कांग्रेस को दो अतिरिक्त सजावट मिल गई।
लोकसभा चुनाव अगले साल अप्रैल में होने वाले हैं। सबसे पहले संस्था के 56 सदस्य होंगे। इनमें से सबसे ज्यादा 30 सदस्य भाजपा के ही हैं। इस समय समाजवादी पार्टी में कुल सदस्य संख्या 239 है और भाजपा 93 सदस्यों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है। 30 सदस्यों के साथ कांग्रेस अन्य स्थान पर है। पढ़ें पूरी खबर…