यूएनएलएफ शांति समझौता; अमित शाह | नरेंद्र मोदी असम सरकार | उग्रवादी संगठन उल्फा और केंद्र सरकार के बीच शांति समझौता: 700 कैडरों ने भी किया दान, 12 साल की बातचीत का नतीजा

नई दिल्ली16 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (उल्फा) के वार्ता समर्थक गुट ने शुक्रवार को केंद्र और असम के साथ एक त्रिपक्षीय सहमति पर हस्ताक्षर किए। इस शांति संधि में हिंसा और समाज की मुख्यधारा में होने वाली बातें शामिल हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा से मुलाकात की।

यह शांति समझौता अरबिंद राजखोवा के नेतृत्व वाले उल्फा गुट और सरकार के बीच 12 साल चली बिना शर्त बातचीत का समापन है। शांति एकता के साथ 700 कैडरों ने भी दान किया है। ऐसा होने पर शांति असम में लंबे समय से चली आ रही विद्रोह के अंत की उम्मीद है।

यह खबर भी पढ़ें…

कम्युनिस्टों के सबसे पुराने विद्रोही गुट यूएनएलएफ ने हिंसा छोड़ी, केंद्र से शांति समझौता किया

कम्युनिस्टों के सबसे पुराने विद्रोही आर्म्ड ग्रुप यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (यूएनएलएफ) ने 29 नवंबर को दिल्ली में शांति समझौते पर हस्ताक्षर किये। इस ग्रुप में हिंसा फार्मूले को शामिल करने पर सहमति दी गई है। यूएनएलएफ ने यह फैसला केंद्र सरकार की ओर से समूह पर कई साल पहले पांच साल बाद प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया। पढ़ें पूरी खबर…

खबरें और भी हैं…

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *