न43 मिनट पहलेलेखक: त्रिगुणायत
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”मी प्रभु! मैं बहुत बीमार हूँ। मेरा सही से इलाज नहीं हो पा रहा है। मेरा सही तरह से इलाज हो सके…आदेश कर जाओ।”
ये शब्द उस माफिया के हैं जिसने कभी किसी पर रहम नहीं किया।
न43 मिनट पहलेलेखक: त्रिगुणायत
”मी प्रभु! मैं बहुत बीमार हूँ। मेरा सही से इलाज नहीं हो पा रहा है। मेरा सही तरह से इलाज हो सके…आदेश कर जाओ।”
ये शब्द उस माफिया के हैं जिसने कभी किसी पर रहम नहीं किया।