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- मुंबई आतंकी हमला; भारत बनाम पाकिस्तान हमास आतंकवादी पीओके प्रशिक्षण | मसूद अज़हर
नई दिल्ली2 मिनट पहलेलेखक: पवन कुमार
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![](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2023/11/23/azhar-1_1700708024.jpg)
भारत में 26/11 मुंबई आतंकवादी हमलों की बर्बरता से पहले पाकिस्तान की बड़ी साजिश का खुलासा हुआ है। इस हमले का मास्टरमाइंड आतंकवादी मसूद मसूद पाकिस्तान में छिपा हुआ है, लेकिन वह अपने भाई अब्दुल असगर रऊफ के साथ भारत में हमास के लिए युवाओं की भर्ती कर रहा है।
फिर इन युवाओं को पाकिस्तान में नौकरी की ट्रेनिंग दी जा रही है। बाद में उन्हें हमास की तरफ से इजरायल के खिलाफ लड़ाई के लिए फिलिस्तीन भेजा जा रहा है। गृह मंत्रालय ने सभी सुरक्षा दस्तावेजों के बारे में बाद में जानकारी दी है।
![गुप्तचर से पता चला है कि राक्षसी रूफ ने हमास को धोखा देने के लिए इन लड़कों को चुना है, जो गरीब हैं और राक्षसी रूप से कट्टरपंथी हैं।](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2023/11/23/azhar_1700707406.jpg)
गुप्तचर से पता चला है कि राक्षसी रूफ ने हमास को धोखा देने के लिए इन लड़कों को चुना है, जो गरीब हैं और राक्षसी रूप से कट्टरपंथी हैं।
कश्मीर, बिहार सहित कई राज्यों के लोगों से सैटेलाइट फोन पर बात हो रही है
असलियत, खुफिया दस्तावेजों की जानकारी मिली थी कि जैश-ए-मोहम्मद का प्रमुख मसूद आतंकी गिरोह 26/11 के हमलों से पहले एक बड़ी साजिश को अंजाम में लाया गया है। परदर्शन ने पता लगाया कि पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार, कश्मीर और मध्य प्रदेश और बांग्लादेश के कुछ लोगों से राउफ सैटेलाइट फोन के बारे में बात की जा रही थी।
जिन बच्चों से बात की जा रही थी, उन्हें पहले भी सोशल मीडिया और कई अन्य माध्यमों से कट्टरपंथी बनाया गया था। छुपे हुए शैतान ने शक जाहिर किया है कि हमास के प्लान डिकोड होने के बाद 26/11 के हमले से प्रभावित आतंकियों के हमले के बाद भारत में आतंकी हमला कर सकते हैं।
![26 नवंबर 2008 को मुंबई में हमलावरों पर हमला हुआ। मुंबई में 10 दिन तक चले 10 आर्टिस्ट इस घटना में करीब 164 देशी-विदेशी नागरिक और 8 जादूगर शहीद हो गए थे।](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2023/11/23/azhar-2_1700709232.jpg)
26 नवंबर 2008 को मुंबई में हमलावरों पर हमला हुआ। मुंबई में 10 दिन तक चले 10 आर्टिस्ट इस घटना में करीब 164 देशी-विदेशी नागरिक और 8 जादूगर शहीद हो गए थे।
इस्लामिक हलफ़नामे पर हस्ताक्षर कर रहे मस्जिद
गुप्तचर की जांच में कुछ इस्लामिक हलफनामे मिले हैं। अंक्सै बैथ कहा जाता है। इसका इस्तेमाल अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठन आईएसआईएस ने किया है। पहली बार जैश-ए-मोहम्मद भी इसका इस्तेमाल कर रहा है। रऊफ युवा लड़ाकों से इस भर्ती पर हस्ताक्षर करवा रहे हैं और अपने हमास के समर्थन में लड़ाई का वादा कर रहे हैं।
झारखंड में गिरफ्तार 2 दोस्त रूफ से जुड़े थे
गुप्तचर को पता चला कि रूफ झारखंड में जिन 5 लोगों से बात हो रही थी, उनमें से 2 आरिज और नसीम को पुलिस ने 9 नवंबर को गिरफ्तार कर लिया है। ये दोनों मौलाना तालिबान के प्रवक्ता हैं। बशीर भी संपर्क में था. डॉ. बशीर ने ही उसे मल्लाह मस्जिद के भाई रऊफ का नंबर दिया था, जो भारत के मोस्ट वांटेड साख की सूची में है।
अफ़गानिस्तान, तुर्की के रास्ते फ़िलिस्तीन भेजे गए
भारत और बांग्लादेश के 12 बच्चों को पाकिस्तान से बुलाया गया। 10 दिन तक का प्रशिक्षण दिया, फिर अफगानिस्तान, तुर्की के रास्ते फिलिस्तीन भेजा गया। रउफ ने पहले ही झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के 12 अन्य लोगों को सेना के दल की तैयारी में शामिल कर लिया था, लेकिन एरिज और नसीम की घेराबंदी के बाद सीमा पर निगरानी बढ़ा दी गई थी।