मालदीव बनाम लक्षद्वीप विवाद मालदीव ने पीएम मोदी का बहिष्कार किया | भास्कर ओपिनियन- रेटिंग वर्सेज लक्षद्वीप: लक्षद्वीप पर नजर टेरेने से अंतिम नुकसान का ही है

12 मिनट पहले

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विज्ञापन और लक्षद्वीप का झमेला चल रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपील की है कि लोगों को लक्षद्वीप की सैर जरूर करनी चाहिए। बेचने वाले बुरे आदमी चले गए। उन्होंने भारत और भारतीय प्रधानमंत्री के खिलाफ टिप्पणी शुरू कर दी। भारत ने इस एपिसोड का सीक्वल बनाया। आख़िरकार तीन गैजेट्स को सस्पेंड कर दिया गया।

सवाल यह है कि तैश में आकर हमेशा गंभीर काम करना पड़ता है और हर किसी को मंहगा ही मिलता है। सब जानते हैं कि सबसे पहले भारत में ही बैंकों का संकट खड़ा हो गया था। इरा राष्ट्रपति गयूम को तख्ता पलट से बचाने के लिए, इरा सुनामी के समय मदद करने के लिए या कोविड के समय आर्थिक सहायता देने के लिए, हर वक्त भारत एक पैर पर खड़ा रह रहा है।

वामपंथी मंत्री मरियम शिउना, उप मंत्री अब्दुल्ला महमूम माजिद और मालशा सरफराज।  इजाज़त सरकार ने वैकल्पिक किया है।

वामपंथी मंत्री मरियम शिउना, उप मंत्री अब्दुल्ला महमूम माजिद और मालशा सरफराज। इजाज़त सरकार ने वैकल्पिक किया है।

भारत ही वह पहला देश है जिसने सबसे पहले अपने देश में निर्मित कोविड वैक्सीन का छिड़काव किया था। वैसे भी हर छठा पर्यटन भारतीय ही होता है। यह भी एक तरह की बड़ी मदद है। सभी जानते हैं कि कैथोलिक की आर्थिक व्यवस्था बहुत हद तक पर्यटन पर ही निर्भर है। यह तो सब जानते हैं कि भारत के खिलाफ बयानबाज़ी करना कौन सी चतुराई है।

असल में, अपने घर काँच के होने पर, उन्हें पत्थरों पर नहीं फेंकना चाहिए। हसर ये हुआ कि भारत में नोटबंदी के खिलाफ सोशल मीडिया पर कैंपन शुरू हो गया। लोग विज्ञापन की अपनी यात्रा कैंसिल कर रहे हैं। अब पर्यटक स्थल लक्षद्वीप की ओर रुख कर सकते हैं। हालाँकि लक्षद्वीप में फ़िलहाल रहन-केन की फ़ाइव स्टार संरचनाएँ नहीं हैं। निकट भविष्य में यह सब भी होगा।

फिर बाज़ार का क्या होगा? पर्यटन क्षेत्र में उसे भारी नुक़सान सहना पड़ सकता है। यही वजह है कि फिलहाल जो वारा वर्सेस लक्षद्वीप का झमेला चल रहा है, उसमें भारत के पास के लिए भी कुछ नहीं है। सारा खोना – पाना तारा के पार्ट में ही आने वाला है। इसलिए सिगरेट को छोड़े गए सामान को तुरंत ठीक करने में शामिल होना चाहिए।

हालाँकि इस व्याख्यान में चीन के प्रभाव का अपना प्रमाण पत्र अंकित है। लेकिन भारत से दोस्ती तोड़ने की स्थिति में वह नहीं जानता। यहां की सेना की मदद के लिए भारतीय सेना के युवा आज भी आढ़ती में हैं। वे भारतीय विमान और हेलीकॉप्टर के सहयोगी साथियों को एक द्वीप से दूसरे द्वीप पर ले जाने का काम करते हैं।

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