मालदीव के 14 साल के लड़के की मौत हो गई क्योंकि राष्ट्रपति मुइज्जू ने भारत से विमान के लिए ‘मंजूरी देने से इनकार’ कर दिया: रिपोर्ट | भारतीय एयर-एंबुलेंस की मीटिंग से लड़के की मौत: 14 साल के बच्चे का ब्रेन ट्यूमर था; राष्ट्रपति मुइज्जू ने मिशन नहीं दी थी

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माले4 मिनट पहले

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व्यापारी और भारतीय विवाद के चलते 14 साल के गंभीर रूप से बीमार बच्चे की मौत हो गई। एलीथ के अनुसार, उसकी जान जोखिम में पड़कर उसे हॉस्पिटल ले जाने वाली थी, लेकिन प्रेसिडेंट मोइज्जू ने भारत डोरानियर एयरक्राफ्ट का इस्तेमाल नहीं किया। इसके रहते हुए बच्चे को मुंबई नहीं भेजा जा सका।

यह बेबी ब्रेन ट्यूमर और स्ट्रॉकोल से लॉन्च हो रहा था। उनके परिवार ने गैफ़ अलिफ़ विलिंग्ली के द्वीप विलमिंगटन से बच्चे को शहर की राजधानी माले में हवाई यात्रा के लिए उड़ान भरने के लिए आमंत्रित किया। इसके लिए उन्होंने रविवार (17 जनवरी) रात से ही एयर फ्लाइट की रिक्वेस्ट कार्रवाई शुरू कर दी थी।

लेकिन, गुरुवार (18 जनवरी) सुबह तक परिवार की मांग को लेकर किसी तरह का जवाब नहीं आया। गुरुवार की सुबह जब देश के विकास विभाग ने जवाब दिया, तब 16 घंटे तक जवाब दिया गया। आख़िरकार उद्यम की कंपनी असांधा कंपनी लिमिटेड ने बच्चे को एयरलिफ्ट किया और उसे आईसीयू में भर्ती कराया, लेकिन बच्चा नहीं जा सका।

बच्चे के पिता बोले- एयर बिजनेसमैन की नियुक्ति जरूरी थी
बच्चे के पिता ने कहा कि हमें आइलैंड एविएशन को कॉल करके तुरंत मदद की छूट चाहिए थी, लेकिन उन्होंने हमें कोई जवाब नहीं दिया। उन्होंने गुरुवार सुबह 8:30 बजे फोन पर जवाब दिया। ऐसे अफ़सरों में एयर बिजनेसमैन का अपॉइंटमेंट बहुत जरूरी है।

एयरलिफ्ट करने वाली कंपनी ने टेक्निकल डिसऑर्डर का हवाला दिया
इस मामले को लेकर आसंदा कंपनी ने एक बयान जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि हेल्प की रिक्वेस्ट आई थी, उन्होंने बच्चे के मेडिकल प्लेसमेंट की तैयारी कर ली थी, लेकिन आखिरी वक्त पर एक टेक्निकल ग्लिच की वजह से देरी हो गई।

भारत-मालदीव के बीच विवाद की वजह…
पीएम मोदी ने 4 जनवरी को अपने लक्षद्वीप दौरे का एक वीडियो शेयर किया था। इसमें लक्षद्वीप की खूबसूरत सुंदरता से लेकर रैडली को टक्कर देने पर नजर आई। सोशल मीडिया पर लोगों का कहना है कि लाखों रुपये खर्च कर लाखों रुपये खर्च करना लक्षद्वीप से बेहतर है।

इससे नाराज बराक ओबामा के मंत्री मरियम शिउना, डिप्टी मिनिस्टर्स अब्दुल्ला महमूम माजिद और मालशा सरफराज ने सोशल मीडिया पर पोस्ट में पीएम मोदी के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया। वहीं, नेता जाहिद रमीज ने लिखा कि भारत सेवा के मामले में हमारा मुकाबला नहीं हो सकता। मरियम यूथ एम्पावरमेंट, इन फॉर्मेशन एंड आर्ट के डिप्टी मिनिस्टर थे।

मालदीप के नेताओं की क्रीड़ा पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर भारतीयों और राजनेताओं के बीच जंग छिड़ गई। भारत के लोगों का गुस्सा इतना बढ़ गया कि देश में हैशटैग बॉयकॉटमालदीव और एक्सप्लोरइंडियनआइलैंड ट्रेंड करने लगा।

इस दौरे में सचिन, अक्षय कुमार और सलमान खान समेत कई सेलेब्रिटीज भी शामिल हुए और भारतीय धर्म का समर्थन किया। इसके बाद निजीकरण सरकार ने मंत्री मरियम शिउना, उप मंत्री मालशा सरफफ और अब्दुल्ला महमूम माजिद को शामिल कर लिया। सरकार की ओर से एक बयान में कहा गया है कि उनके नेताओं की टिप्पणियाँ निजी हैं और बाज़ार सरकार की नज़र नहीं हैं।

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