मुंबई15 मिनट पहले
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![इस मार्च में मराठा एकता के लिए आंदोलन कर रहे मनोज जरांगे के साथ हजारों लोग जुड़े हुए हैं। - दैनिक भास्कर](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/01/20/comp-1-391705747829_1705761351.gif)
इस मार्च में मराठा एकता के लिए आंदोलन कर रहे मनोज जरांगे के साथ हजारों लोग जुड़े हुए हैं।
मराठा आंदोलन के नेता मनोज जरांगे पाटिल जालना से मुंबई तक विरोध मार्च निकाल रहे हैं। जरांगे नटखट की मांग कर रहे हैं। उनके साथ हजारों लोगों की भीड़ नजर आ रही है। शुक्रवार को उन्होंने कहा था कि महाराष्ट्र सरकार राज्यों को मूर्ख बना रही है। उन्होंने हमें नामकरण की बात कही थी, लेकिन आज तक अपना वादा पूरा नहीं किया।
जालना से मुंबई की दूरी 420 किलोमीटर है। मनोज जरांगे 26 जनवरी को मुंबई के लिए रवाना हुए। बीड जिले में उनके स्वागत के लिए कई सारी साड़ी रैक रैक तैयार की गई है। फैक्ट्री से फूल मालाओं तक उनका स्वागत किया गया।
इधर, नेशनल को लेकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बैठक की। हालाँकि, उदाहरण में क्या बातें हुई हैं, लेकिन अभी तक कोई जानकारी सामने नहीं आई है।
![बीड़ में 51 जीप से मनोज झरांगे पर फूल बारेंगे। इसके अलावा 50 बच्चों के हार के कपड़े पहने जाएंगे।](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/01/20/comp-1-40_1705749075.gif)
बीड़ में 51 जीप से मनोज झरांगे पर फूल बारेंगे। इसके अलावा 50 बच्चों के हार के कपड़े पहने जाएंगे।
बहस के माध्यम से विरोध प्रदर्शन का रूट समझिए….
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पिछले आंदोलन में 29 लोगों की मौत हुई थी
इससे पहले 25 अक्टूबर 2023 को मनोज जरांगे ने जालना जिले के अंतरवाली सराय गांव में भूख हड़ताल शुरू की थी। मांग वही, मराठा समुदाय को ओबीसी का दर्जा दिया जाए। 9 दिनों में आंदोलन से जुड़े 29 लोगों की मौत हो गई।
इसके बाद राज्य सरकार के 4 मंत्री धनंजय मुंडे, संदीपन भुमरे, अतुल सावे, उदय सावंत ने जरांगे से मुलाकात कर भूख हड़ताल खत्म करने की अपील की। उन्होंने स्थाई नेशनल लेबल का वादा किया। इसके बाद 2 नवंबर 2023 को मनोज जरांगे ने पद समाप्त कर दिया। साथ ही सरकार को 2 जनवरी 2024 तक का समय।
![2 नवंबर 2023 को राज्य सरकार की ओर से की गई प्रेस वार्ता के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए मनोज जरांगे।](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2023/11/02/66_1698935966.jpg)
2 नवंबर 2023 को राज्य सरकार की ओर से की गई प्रेस वार्ता के बाद मनोज जरांगे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
हुक्मरान ने किया था अनोखा वादा
कृषि मंत्री धनंजय मुंडे ने कहा कि 2 नवंबर 2023 को विधानसभा सत्र 7 दिसंबर से शुरू होगा। इस सत्र में 8 दिसंबर को राष्ट्रीय राजधानी पर चर्चा की जाएगी। जरांगे ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने समुदाय को स्थायी नागरिकता देने का वादा किया है। उन्होंने इसके लिए कुछ समय मांगा है। हम सरकार को समय पर मिठाई बनाने के लिए देंगे। अगर सरकार तय समय में ताजा नहीं है तो 2024 में हम फिर मुंबई में आंदोलन करेंगे।
सर्वदलीय बैठक में निर्णय-राष्ट्रीय राजधानी में नियुक्ति होनी चाहिए
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की 1 नवंबर 2023 को सर्वदलीय बैठक में सभी दलों ने इस बात पर सहमति जताई कि 1 नवंबर 2023 को राष्ट्रीय स्तर पर समाजवादी पार्टी को नया दर्जा मिलना चाहिए। इस बैठक में शरद समेत 32 वामपंथी नेता शामिल हुए.
बैठक के बाद सीएम शिंदे ने कहा- यह फैसला लिया गया है कि नीट कानून के सदस्यों और अन्य समुदायों के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए। नटखट के लिए फास्ट पर बैठे मनोज जरांगे से अपील है कि वो पोस्ट खत्म हो जाए। हिंसा ठीक नहीं है.
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ईसाई समुदाय के संप्रदायों को कुनबी सुपरमार्केट डिलीवरी के खिलाफ
मराठा समुदाय को अलग से अलग करने का फैसला सुप्रीम कोर्ट ने रद्द कर दिया। इसके बाद मनोज जरंगे सहित कई लोग दावा कर रहे हैं कि मराठा समाज मूल रूप से कुनबी जाति से है। यानि कि मराठा समुदाय को कुनबी द्वारा प्रमाणित किया जाता है तो उसे मुलायम कोटे से लाभ मिलेगा।
अछूता राज्य में असमाप्त कोटे से 19 प्रतिशत है। ईसाई समुदाय के अनुयायियों का मानना है कि अगर इसमें नागालैंड समुदाय को भी शामिल किया गया तो पूर्वोत्तर का फ़ायदा नए लोगों को मिलेगा। हमारा विरोध नागालैंड से नहीं बल्कि उन्हें समानता से नाचीज देने को लेकर है।
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पिछड़ा समाज को जल्द ही नया बना दिया जाए, मेरा पुजारी नियुक्त नहीं किया जाना चाहिए, मम्मी-पापा मुझे माफ कर दो। आपके कोमल, नांदेड़ के कोमल ने कॉपी के एक पन्ने पर ये दो फिल्में लिखीं और लटका लगा ली। तारीख 17 नवंबर थी। कोमल की उम्र सिर्फ 14 साल थी। वो 9वीं में पढ़ती थी। राष्ट्रीय राजधानी की मांग पर अब तक 29 लोग शहीद हो चुके हैं। कोमल सबसे छोटा है। पूरी खबर पढ़ें…