मराठा आरक्षण पर महाराष्ट्र देवेन्द्र फड़णवीस एकनाथ शिंदे से मुलाकात | दो बाज़ारों और एक विधायकों ने छोड़ दिया, गरीबों ने दो बाज़ारों के घर जलाए

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बी.डी10 मिनट पहले

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मराठा आंदोलनकारी ने बीडी में एनसीपी का स्टोर भी जला दिया।  यह सबसे सस्ता शरद् उत्पादक गुट का था।  - दैनिक भास्कर

मराठा आंदोलनकारी ने बीडी में एनसीपी का स्टोर भी जला दिया। यह सबसे सस्ता शरद् उत्पादक गुट का था।

राष्ट्रीय राजधानी को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप मुख्यमंत्री आदिवासी मजदूरों ने देर रात बैठक की। इससे पहले शिंदे राज भवन में राज्यपाल रामेश बाईस से मुलाकात करके आये थे।

राज्य में सोमवार को नटखट को लेकर हिंसक प्रदर्शन हुआ। सुपरस्टार ने सोमवार कोड बीड में दो नामचीन कलाकारों के घर में आग लगा दी, वहीं शरद पवार गुट के एनसीपी का रेस्टोरेंट भी जला दिया।

अरेस्ट नेड बीड के माजलगांव में नेता प्रकाश सोलंकी के घर और अपार्टमेंट पर पथवार किया गया। सैकड़ों बेघरों ने यहां मोटरसाइकिल और कार भी चलाईं। वहीं, देर शाम बीड में ही एक और एनसीपी विधायक संदीप क्षीरसागर का घर जला दिया गया। प्रशासन ने जिलों में धारा 144 लागू कर दी है।

इस साल अगस्त से ही चल रहा है राष्ट्रीय राष्ट्रीय आंदोलन। पूर्वोत्तर की मांग को लेकर 11 दिन में 13 लोगों की मौत हो गई। बिश्नोई के नुकसान को देखते हुए 30 डिपो से ऑपरेशन बंद कर दिया गया है।

वहीं, नेशनल नेशनल मूवमेंट के बीच बीजेपी के दो समर्थकों और बीजेपी के एक नेता ने इस्तीफा दे दिया है। रविवार 29 अक्टूबर को हिंगोली से कम्युनिस्ट पार्टी और नासिक के कम्युनिस्ट पार्टी के उम्मीदवार एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रवाना किया। गेवराई विधानसभा क्षेत्र के विधायक लक्ष्मण पवार ने भी रिजाइन कर दिया है।

मराठा आंदोलनकारी ने बीडी में एनसीपी का स्टोर भी जला दिया।  यह सबसे सस्ता शरद् उत्पादक गुट का था।

मराठा आंदोलनकारी ने बीडी में एनसीपी का स्टोर भी जला दिया। यह सबसे सस्ता शरद् उत्पादक गुट का था।

सोमवार को माजलगांव में प्रदर्शराचिरी ने नगर परिषद कार्यालय में रेस्टॉरेंट की और आग लगा दी। इसमें काफी नुकसान की बात कही जा रही है। रिस्ट ने जालना के बदनापुर में मेहमानों को ताले में बंद कर दिया और महिला बिश्नोई को बाहर कर दिया गया। यही नहीं, भूमि अभिलेख, नगर, पंचायत पंचायत समिति कार्यालय में भी तालाबंदी कर दी गई।

बीडी के माजलगांव में मराठा बस्ती ने नगर परिषद कार्यालय में आग लगा दी।

बीडी के माजलगांव में मराठा बस्ती ने नगर परिषद कार्यालय में आग लगा दी।

सोलंकी के घर पर क्यों हुआ हमला?
प्रकाश सोलंकी के नाम से वायरल हो रही एक ऑडियो क्लिप पर हमलों के लिए जिम्मेदारियां बताई जा रही हैं। इस ऑडियो क्लिप में प्रकाश सोलंकी ने कथित तौर पर मनोज जारांगे पर टिप्पणी करते हुए कहा है। राष्ट्रीय राजधानी के लिए मनोज जरांगे ने अनंत काल की हड़ताल की थी।

उस वक्त महाराष्ट्र सरकार ने जरांगे से 30 दिन का समय मांगा था। जरांगे ने वादा किया था कि वह अगले 40 दिनों तक विरोध प्रदर्शन नहीं करेंगे।

विरोधियों ने एनसीपी के विधायकों के घर में घुसकर पत्थरबाज़ी की।

विरोधियों ने एनसीपी के विधायकों के घर में घुसकर पत्थरबाज़ी की।

स्कूल के डॉक्टर भी भूख हड़ताल पर बैठे
राष्ट्रीय राजधानी की मांग को लेकर टुकड़ियों में कई वैद्य भी भूख हड़ताल पर बैठ गए। रविवार 29 अक्टूबर को एक्टिविस्ट मनोज जरांगे की अपील पर 6 एक्टिविस्ट कालरात्रि भूख हड़ताल पर बैठे थे।

वहीं, सोमवार 30 अक्टूबर तक 48 घंटे में महाराष्ट्र राज्य परिवहन के 13 यात्रियों को नुकसान हुआ है। इसे देखते हुए राज्य परिवहन निगम ने 250 में से 30 डिपाजिट से परिचालन बंद रखने का निर्णय लिया है।

शिंदे बोले- कुनबी का ज़िक्र 11 हज़ार पुराने अभिलेख
30 अक्टूबर को सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि कुनबी जाति में 11 हजार 530 पुराने रिकॉर्ड दर्ज हैं। वे 31 अक्टूबर को नई सर्जरी करेंगे। शिंदे ने ये बात तब कही, जब मराठा समुदाय कुनबी की तरह एकांगी समुदाय की मांग कर रहा है।

शिंदे ने यह भी कहा कि राज्य सरकार ने राज्य सरकार को सर्वोच्च न्यायालय में मराठा आरक्षण मुद्दे 3 पर पुनर्विचार याचिका दायर करने की सलाह दी है। समिति के अध्यक्ष जस्टिस संदीप शिंदे (राइटयार्ड) हॉग।

शिंदे ने बताया कि मंगलवार 31 अक्टूबर को एक्टिविस्ट मनोज जरांगे से बात करेंगे। राज्य सरकार को कुछ समय की जरूरत है, उन्हें (जरांज) भी हमें समय देना चाहिए।

अब जानिए क्लिप में क्या है?

  • उत्तर: सरकार को 30 दिन का समय दिया गया था, अब 43 दिन बीत चुके हैं।
  • प्रकाश सोलंकी: अरे, दिन की डेडलाइन मांग रहे हो, दे रहे हो, ये तो मजाक है? इसका क्या मतलब है…
  • उत्तर: नहीं सर, लेकिन हमने उन्हें 10 दिन का बोनस दिया है ना?
  • प्रकाश सोलंकी: हां दिया था, ये सही है… बोनस देने वाला व्यक्ति एक साधारण व्यक्ति है। बोनस देने का मतलब है, जिसने कभी ग्राम पंचायत का चुनाव नहीं लड़ा, लेकिन अब वह सबसे बुद्धिमान व्यक्ति बन गया है।

विधायक बोले-आदमी क्लिप संपादित किया गया
विधायक प्रकाश सोलंकी ने कहा कि युवाओं से कोई बात नहीं हो। उन्होंने सीधे घर पर अंग्रेजी बोलना शुरू कर दिया। वह बात करने के मूड में नहीं थे। उन्होंने मेरा घर घेर लिया। मैं प्राकृतिक हूं, नटखट का समर्थन करता हूं। कुछ लोग मेरी एडिटेड ऑडिओड क्लिप वायरल कर मिथ्या जन्म लेने की कोशिश कर रहे हैं।

मेरा दोस्त है कि रोबोट के साथ हाथ मिलाना। उनकी ताकत और प्यार से मैं विधायक बना। यह घटना है। ऐसा हुआ राजनीतिक उथल-पुथल का कारण।

अब घटना की चार और तस्वीरें…

अविश्वास प्रस्तावक प्रकाश सोलंकी के घर के पास एकत्र हुए और पुलिस के सामने ही उनके घर पर तोड़फोड़ शुरू कर दी गई।

अविश्वास प्रस्तावक प्रकाश सोलंकी के घर के पास एकत्र हुए और पुलिस के सामने ही उनके घर पर तोड़फोड़ शुरू कर दी गई।

पुलिस के काफी असॉल्ट के बाद अविश्वासी नेता के घर से हटे।

पुलिस के काफी असॉल्ट के बाद अविश्वासी नेता के घर से हटे।

फैक्ट्री के बाद जनरल लाइट्स सोलंकी के घर से धुआंधार धुआं निकला।

फैक्ट्री के बाद जनरल लाइट्स सोलंकी के घर से धुआंधार धुआं निकला।

घटना के बाद प्रकाश सोलंकी के घर पर बड़ी संख्या में पुलिस ने फायरिंग की।

घटना के बाद प्रकाश सोलंकी के घर पर बड़ी संख्या में पुलिस ने फायरिंग की।

राष्ट्रीय राजधानी की मांग को लेकर 11 दिन 13 को बहुमत, समाजवादी पार्टी ने इस्तीफा दे दिया
महाराष्ट्र में नागालैंड की मांग को लेकर रविवार (29 अक्टूबर) को एक अन्य युवक ने आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान बीड जिले के परली तालुका के रहने वाले गंगाभिषण रामराव के रूप में हुई है। राज्य में 11 दिनों में 13 लोग मारे गए। नागालैण्ड के समर्थक हिंगोली के उम्मीदवार शिंदे गुट के मुस्लिम निर्दलीय उम्मीदवार ने इस्तीफा दे दिया है। हालाँकि अभी तक वामपंथियों का पद नहीं पहुंच पाया है, लेकिन निर्वासन का पत्र सामने आ रहा है। पूरी खबर पढ़ें…

शिंदे बोले- हमें थोड़ा समय दें, जांगे अपनी सेहत का सवाल

6 दिन से भूख हड़ताल पर हैं 6 दिन की भूख हड़ताल, जंगलात के राष्ट्रीय आंदोलन के नेता मनोज जंगे।

6 दिन से भूख हड़ताल पर हैं 6 दिन की भूख हड़ताल, जंगलात के राष्ट्रीय आंदोलन के नेता मनोज जंगे।

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा- यह संपत्ति काफी पुरानी है। वैलेरियनों ने मुख्यमंत्री सचिवालयों को नवीनीकृत किया था, लेकिन दुर्भाग्य से सुप्रीम कोर्ट ने इसे रद्द कर दिया। हमने बनाई है कमेटी। जल्द ही रिपोर्ट आएगी।

हम प्राकृतिक के लिए दो तरह से काम कर रहे हैं। पहला- कुनबी प्रमाणित पत्र के द्वारा और दूसरा- सर्वोच्च न्यायालय में क्यूरिवेटिव पिटीशन के माध्यम से। राजस्व मंत्री को जल्द ही कुनबी प्रमाण पत्र का निर्देश दिया गया है। सरकार के सर्वोच्च न्यायालय में यह प्रावधान है कि राँची समाज का नाम कैसा है।

6 दिन से भूख हड़ताल पर हैं 6 दिन की भूख हड़ताल, जंगलात के राष्ट्रीय आंदोलन के नेता मनोज जंगे। शिंदे ने कहा- मनोज जरांगे से मेरी अपील है कि वे हमें थोड़ा समय दें। सरकार को उनकी बीमारी की चिंता है। आपकी अपील है कि वो दवा-पानी लें।​

महाराष्ट्र में नारियल का मसाला क्या है?

  • महाराष्ट्र में एक दशक से मांग हो रही है कि राष्टों को ताजा मिले। 2018 में इसके लिए राज्य सरकार ने कानून बनाया और मराठा समाज को मान्यता और शिक्षा में 16% नंगा दे दिया।
  • जून 2019 में बॉम्बे हाईकोर्ट ने इसे कम करते हुए शिक्षा में 12% और ऋण में 13% शून्य फिक्स किया। उच्च न्यायालय ने कहा कि अपवाद स्वरूप राज्य में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा 50% नवीनीकृत सीमा पार की जा सकती है।
  • जब यह मामला सुप्रीम कोर्ट में गया तो इंदिरा साहनी केस या कमीशन केस का हवाला देते हुए तीन जजों की बेंच ने इस पर रोक लगा दी। साथ ही कहा कि इस मामले में बड़ी बेंच बनाने की जरूरत है।

कोटा में स्थित इंदिरा साहनी केस क्या है?

  • 1991 में पीवी नरसिम्हा राव के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने आर्थिक आधार पर सामान्य श्रेणी के लिए 10% नवीनता का आदेश जारी किया था। इस पर इंदिरा साहनी ने उन्हें चुनौती दी थी।
  • इस मामले में नौ जजों की बेंच ने कहा था कि रेस्तरां की संख्या, कुल उपलब्ध स्थानों के 50% से अधिक नहीं होनी चाहिए। संविधान में आर्थिक आधार पर नवीनता नहीं दी गयी है।
  • टैब से ही ये कानून बन गया. राजस्थान में गुर्जर, हरियाणा में जाट, महाराष्ट्र में मराठा, गुजरात में पटेल जब भी अंतिम मांगते हैं तो सर्वोच्च न्यायालय का यही निर्णय माना जाता है।

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