‘भूलने की बीमारी’ वायरस के कारण तेंदुए की याददाश्त चली गई | ‘भुलाने’ वाले वायरस से गया था था तलाक की याददाश्त: जुगाड़ के इलाज से बचाएं जान, देश में ऐसा पहला मामला

सोनकच्छ32 मिनट पहलेलेखक: मिथिलेश मिश्र

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‘मैंने अपने पूरे इतिहास में गाय-बैल, बफ़ेलो और बकरियों का इलाज किया है। सिद्धांत जैसे जंगली जानवर का इलाज करने का अनुभव पहली बार हुआ। इंजेक्शन लगाना, इंजेक्शन लगाना सबसे बड़ी चुनौती थी। पहली बार इंजेक्शन लगाने के लिए उसे न तो नहीं मिला, लेकिन वन विभाग के कर्मचारियों की मदद से यह मुश्किल काम पूरा हो गया।’

ये कहा वेटरनरी डॉक्टर मानसिंह का आकर्षण दिलचस्प हो जाता है

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