भारत रक्षा विस्तार; सैन्य तैनाती पर सेना प्रमुख मनोज पांडे | इससे संयुक्त सैन्याभ्यास का मील का पत्थर; लेकिन हमारा मकसद मस्जिद का समाधान शांति से हो

नई दिल्ली42 मिनट पहले

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भारतीय सेना के प्रमुख थिंक टैंक, सेंटर फॉर लैंड एंड वारफेयर स्टडीज (क्लोज) के साथ मिलकर काम कर रही है।  - दैनिक भास्कर

भारतीय सेना के प्रमुख थिंक टैंक, सेंटर फॉर लैंड एंड वारफेयर स्टडीज (क्लोज) के साथ मिलकर काम कर रही है।

थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पेंज ने भारत-चीन सीमा विवाद पर बिना किसी देश का नाम बताए कहा है कि भारत सभी देशों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की पहचान रखता है। इसलिए हम प्लास्टिक के प्लास्टिक के घोल और प्लास्टिक के उपकरणों को जोर-शोर से देते हैं, न कि किसी सेना या बल का इस्तेमाल किया जाता है।

जनरल पैंज ने यह भी कहा कि भारत दुनिया भर में नई जगहों पर अपना सामान बना रहा है। और सेना फ़ोरेन मित्र मित्रताज के साथ संयुक्त प्रशिक्षण प्रशिक्षण के अनुभव को बढ़ाने के लिए उत्सुक है। थल सेनाध्यक्ष ने यह भी कहा कि सभी देशों के हितों की रक्षा के लिए भारत का कमिटमेंट सामाज से एक जैसा आ रहा है।

सेना प्रमुख दिल्ली में चाणक्य डिफेंस बटालियन में बोल रहे थे। भारतीय आईटी सेना के केंद्र में भूमि युद्ध अध्ययन अध्ययन (CLAWS) का आयोजन किया गया। इसका उद्देश्य दक्षिण एशिया और इंडो-पैसिफिक में असुरक्षित चुनौतियों का विश्लेषण करना है, ताकि इन क्षेत्रों में भारत को अधिक मजबूत बनाया जा सके।

दुनिया भर में भारतीय सेना की कुल जा रही है
भारतीय सेना की सेनाएं दुनिया भर में पूरी तरह से जा रही हैं। जनरल पैजेंड ने बताया कि डिफेंस सेक्टर में भारत का मल्टीलेटर रोल अहम होने वाला है। हम मित्र देशों के साथ प्रशिक्षण और अभ्यास सत्र और सब-रिजनल पर्सपेक्टिव को संयुक्त रूप से साझा करते हैं और एमआईएससी को बढ़ाने के लिए तैयार हैं। इसके लिए हम दुनिया भर में नई जगहों पर रिजर्व बैंक बना रहे हैं।

सेना प्रमुख के भाषण की बड़ी बातें…

  • रूस-यूक्रेन, इजराइल-फिलिस्तीन के बीच चल रहे युद्धों से हो रही खुलासा- जनरल पांड ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मामलों में राष्ट्रीय सुरक्षा बेहद जरूरी है। इसे नए और बेहतर तरीके से तैयार करने पर भी जोर दें। उन्होंने कहा कि दुनिया भर में हो रही हलचल के बावजूद भारत की स्थिति बहुत बेहतर है।
  • भारत के बढ़ते कद के बारे में उन्होंने कहा कि हम आज वैश्विक स्तर पर प्रतिष्ठित आवाज बन गए हैं। जो बेहद खस है। यह ग्लोबल साउथ की सर्जरी का अनुभव प्रभावशाली है। उन्होंने कहा, टेक्नोलॉजी जियो पॉलिटिक्स चल रही है। ऐसा पहले कभी नहीं देखा। प्रोफेशनल स्ट्रैटेजिक और वॉर फेयर टीचर को भी बदल दिया गया है। ये अनोखा और भारत का स्थान बहुत बेहतर है।
  • सेनाध्यक्ष ने कहा कि न केवल कोल्ड वॉर पीस घट रहा है, बल्कि दुनिया के कई वंचितों से टूट रही है। पूर्व और पश्चिम के साथ-साथ ग्लोबल नॉर्थ और ग्लोबल साउथ में नए डिवीजन सामने आ रहे हैं। लेकिन भारत की मजबूती, लचीली और कस्टमर ओरिएंटेड इकोनोमी ने हमें रूस-यूक्रेन संघर्ष की आर्थिक मंदी का सामना करने में सक्षम बनाया है।

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दिल्ली में 22 देशों के सेना प्रमुखों की कॉन्फ्रेंस

अमेरिकी सेना के चीफ ऑफ स्टॉफ रैंडी जॉर्ज के साथ जनरल मनोज पेंज।

अमेरिकी सेना के चीफ ऑफ स्टॉफ रैंडी जॉर्ज के साथ जनरल मनोज पेंज।

दिल्ली में पिछले महीने 13वें इंडो-पैसिफिक आर्मी चीफ्स कॉन्फ्रेंस का आयोजन हुआ था। इस दौरान थल सेना के प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने कहा था- सेना और नेवी की यह दुनिया की सबसे बड़ी सेना है। मानेकशॉ सेंटर में 25 सितंबर से शुरू हुई इस कॉन्फ्रेंस में अमेरिका और कनाडा में 22 देशों के सेना प्रमुख 27 सितंबर से शामिल हो रहे हैं। पढ़ें पूरी खबर…

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