24 मिनट पहलेलेखक: देवांशु तिवारी
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“सुबह के 9 बज रहे थे। मैं घर के बाहर बकरी चराने गया था। कुछ दूर बड़े तालाब के पास के किनारे तो बच्चों के चिल्लाने की आवाज दी। मैं कई तालाब की तरफ भागी…वहां डूबा तो देखा कि पानी में बच्चा छटपटा रहे हैं। 5 बच्चे खुद को बचाने के लिए बार-बार पानी में हाथ मार रहे थे। बाकी के पास से सिर्फ बच्चे उठ रहे थे। मैं तैरना नहीं जानता था, वह वक्त मेरे आस-पास भी नहीं था। मैं झटपट बोला -पट बगल में पड़े पुआल की लंबी बैल और निर्मित तालाब में फेंक दिया। जोर से चिल्लाया…ये बकरी पकड़ लो, मैं तुम लोगों को खींच रही हूं।“
“पानी में डूब रहे 8 बच्चों में से सिर्फ 3 ने डूबे 8 बच्चे,