पुलवामा हमले के आरोपी औरंगजेब का पाकिस्तान में अपहरण | कार सवार बंदूकधारियों को ले जाया गया, पाकिस्तान में फंडों को जमा कर कश्मीर भेजा गया था

नई दिल्ली18 मिनट पहले

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गुप्तचर गिरोह में शामिल हैं कि आतंकवादी आतंकवादी संगठन आतंकवादी हमले की साजिश (14 फरवरी) पर हमले की साजिश रच रहे हैं।  - दैनिक भास्कर

गुप्तचर गिरोह में शामिल हैं कि आतंकवादी आतंकवादी संगठन आतंकवादी हमले की साजिश (14 फरवरी) पर हमले की साजिश रच रहे हैं।

सीआरपीएफ के काफिले पर हमला करने के मामले में सीआरपीएफ के काफिले पर हमला करने के मामले में शुक्रवार को आतंकी हमले में बंदूकधारी ने हथियार बरामद कर लिया। औरंगजेब बाइक पर हाफिजाबाद से गाजी लैब जा रहा था।

सुनसान इलाके से एक औरंगजेब की बाइक बरामद की गई है। बताया जा रहा है कि कुछ कार में सवार होकर उसे लेकर बरात हो गया। पिछले कुछ समय से त्रिपुरापुर का कुत्ता हफीजाबाद में छिपकर रह रहा था। भारत ने जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी औरंगजेब को आतंकी समर्थक यूएपीए कानून में गैरकानूनी घोषित कर दिया है। 2019 में आतंकियों के हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे।

पाकिस्तान में जमा कर कश्मीर भेजा गया था
आतंकवादियों के हमलों का मास्टरमाइंड औरंगजेब आतंकवादी संगठन जैश के लिए पाकिस्तान में आतंकवादियों के गिरोह को कश्मीर भेजा गया था। औरंगजेब एआई के साथ साजिश रचकर आईएसआईएस को जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमले की घटनाओं में भी शामिल किया गया था।

चित्रात्मक आतंकवादी हमला है, जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे।

चित्रात्मक आतंकवादी हमला है, जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे।

रेज़्यूमे की कब्रगाह पर स्क्रैच रचते आतंकवादी संगठन
उधर, गुप्तचर गिरोह में शामिल हैं कि आतंकवादी संगठन संगठन-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, हिज्बुल मुजाहिदीन और अलकायदा भारत में आतंकवादी हमलों की साजिश (14 फरवरी) पर हमलों की साजिश रच रहे हैं। इसके अंतर्गत 20 से अधिक आदिवासी समुदायों को जम्मू-कश्मीर में भेजा गया है, जो कई सहायक में हैं। उन्हें पकड़ने के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए), बीएसएफ और अन्य समूह समूह कश्मीर में ऑपरेशन चलाया जा रहा है।

असल में, गुप्तचर ने कुछ समय पहले पाकिस्तान के रास्ते सेटेलाइट फोन पर आने वाले कुछ कॉल को इंटरसेप्ट किया था। इससे जैश, हिज्बुल, अल-कायदा और यूनिवर्सिटी की भारत के खिलाफ रची जा रही साजिश का पता चला था। इसके बाद गृह मंत्रालय और एनआईए को यह जानकारी दी गई।

इन चारों छात्रों ने भारतीय सेना और अन्य सरकारी निगमों को अपने यहां अर्थशास्त्र बनाने के लिए प्रशिक्षण दिया। जिसके बाद उन्हें अवैध तरीके से भारत भेजा गया। ये आतंकवादी कश्मीर के गांदरबल, कश्मीर, आतंकवादियों, पुंज, कुपवे और बारामूला जिलों में 8 अलग-अलग हिस्सों में कुछ दिनों की सूची थे।

ये मित्र मित्र आश्रम वाले कश्मीर के ही लोगों के घर थे। एनआईए ने शनिवार को इन दस्तावेजों में दस्तावेजों की जांच की। वहाँ कुछ डिजिटल डिजिटल, दस्तावेज़ मिले हैं। हालाँकि, ऑटोमोबाइल ने बदल दिया है।

दो मकान मकान कुर्क कराल एनआईए
एनआईए ने 7 दिसंबर के तहत आतंकी नेटवर्क को खत्म करने के लिए जम्मू-कश्मीर के अवंतीपोरा में दो दो जर्जर मकानों को बंद कर दिया है। उधर, एनआईए कोर्ट की ओर से जारी कुर्की के आदेश में कहा गया है कि किर्श हाउस के मालिक संयुक्त रूप से खुर्शीद अहमद बट्ट और उनके 5 भाई हैं। आरोप है कि इन एग्रीमेंट का इस्तेमाल मैट्रिस्ट कॉम्बैट में किया जा रहा था।

विश्वासी ने साम्राज्यवादी बम से भेजा स्टिकी बम
एनआईए के वैज्ञानिकों के अनुसार कुछ जगहों के कोर्डिनेट और अहम दस्तावेज मिलते हैं। जांच में पता चला कि ये वे जगहें हैं, जहां पाकिस्तान से डूबे नासा के जरिए इस्तकी बम और मैग्नेट बम पहुंचाए गए हैं। हालाँकि कुछ तीर्थ शोपियाँ, पुंज और बारामूला में भारतीय सुरक्षा शोपियाँ ने कुछ डूब को भी मारा था।

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