पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लेफ्ट पार्टी इंडिया ब्लॉक | भारत के राजकोष को नियंत्रित करने की कोशिश में बाईं ओर: नमिता बोलीं- यह आदर्श नहीं, अपमान के बाद भी घोटाले में शामिल हुई हूं

कोलकाता32 मिनट पहले

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टीएमसी कांग्रेस (टीएमसी) के प्रमुख और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने सोमवार (22 जनवरी) को कहा कि वाम दल इंडिया पर नियंत्रण करने की कोशिश कर रहे हैं। यह बात कोलकाता में ममता ने सर्वधर्म भाईचारे की रैली में निकाली, जिसमें सभी धर्म के लोग शामिल हुए थे।

ममता ने कहा- प्लास्टिक गुट की बैठक के दौरान मैंने भारत के नाम का सुझाव दिया था, लेकिन जब भी मैं गठबंधन की बैठक में शामिल हुई तो लगता है कि इसे नियंत्रित करने की कोशिश की जा रही है। यह आदर्श नहीं है।

ममता ने आगे कहा कि मैं उन लोगों से सहमत नहीं हो सकती, जिनके साथ मैंने 34 साल तक संघर्ष किया है। तीसरे अपराध के बावजूद मैंने भारत की ओर से भाग लिया।

कोलकाता में ममता बनर्जी की सहमति वाली रैली में विभिन्न समुदाय के लोग शामिल हुए।

कोलकाता में ममता बनर्जी की सहमति वाली रैली में विभिन्न समुदाय के लोग शामिल हुए।

केवल मंदिर बनाना ही व्यवस्था नहीं है
असम में वैष्णव संत श्रीमंत शंकरदेव के जन्मस्थान में प्रवेश करने से राहुल गांधी को रोके जाने पर ममता ने कहा कि केवल मंदिर में ही स्थिरता नहीं है। ऐसे कौन से नेता हैं जो बीजेपी से सीधे टक्कर लेते हैं। कोई भी अगर एक मंदिर सोचे की यह व्यवस्था है जो ऐसा नहीं है। मैं देखता हूं जो मंदिर, चर्च, गुरु और मस्जिद गया हूं। मैं लंबे समय से लड़ रही हूं। जब बाबरी मस्जिद का विध्वंस हुआ और हिंसा हो रही थी उस वक्त मैं सड़कों पर था।

कांग्रेस का नाम बिना मूल संरचना के
ममता ने कहा कि टीएमसी के पास बीजेपी से चुनाव लड़ने की ताकत भी है और जनाधार भी है। उन्होंने कांग्रेस का नाम लिए बिना कहा, लेकिन कुछ लोग बैठकर शेयरिंग पर हमारी बात नहीं चाहते हैं। अगर आप (कांग्रेस) बीजेपी से नहीं जुड़ना चाहते हैं, तो लड़ो। कम से कम हमें (टीएमसी) को सीट दे दो। सीट शेयरिंग में देरी के लिए कांग्रेस को भी जिम्मेदार बताया गया।

तीन दिन पहले भी ममता ने कहा था कि सीट शेयरिंग में टीएमसी को तवज्जो नहीं मिली तो टीएमसी प्रदेश की सभी 42 सीटों पर अकेले चुनावी मैदान में उतरेगी।

कांग्रेस 2 को शामिल करना चाहती है टीएमसी
भारत में 28 वामपंथियों के नेतृत्व वाली टीएमसी, सीपीआई (एम) के नेतृत्व वाली कंपनियां और कांग्रेस शामिल हैं। पश्चिम बंगाल में बीजेपी के खिलाफ टीएमसी, सीपीआई (एम) के नेतृत्व वाली वामपंथी पार्टियां और कांग्रेस एकजुट हैं, लेकिन इन दोनों के बीच आम चुनाव के लिए बैठना अभी तक नहीं बना है।

टीएमसी ने कांग्रेस को दो पायदान पर पहुंचाया, जिन पर पिछले लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की थी। वहीं, कांग्रेस बहुमत की मांग कर रही है और टीएमसी की धारणा को गलत बता रही है। अधीर रंजन चौधरी कह चुके हैं कि कांग्रेस पार्टी टीएमसी से पार्टी की भीख नहीं मांगेगी।

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