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- न्यायमूर्ति अभिजीत गंगोपाध्याय, न्यायमूर्ति सौमेन सेन | कलकत्ता उच्च न्यायालय के न्यायाधीश बनाम न्यायाधीश पर सुप्रीम कोर्ट में विशेष सुनवाई
नई दिल्ली38 मिनट पहले
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सुप्रीम कोर्ट में आज एक विशेष मामले की सुनवाई चल रही है। जो कलकत्ता उच्च न्यायालय के दो जजों से बना है। वास्तविक न्यायाधीश अभिजीत गंगोपाध्याय ने जस्टिस सोमेन सेन की पार्टी पर विशेष आरोप लगाया, उनके एक फैसले पर रोक लगा दी गई। मामला सामने आया और सुप्रीम कोर्ट ने इस पर कार्रवाई की और शनिवार 27 जनवरी को विशेष सुनवाई राय दी। जिसमें सीजेआई चंद्रचूड़ समेत 5 जजों की बेंच सुनेगी।
पूरा मामला क्या है?
- कलकत्ता उच्च न्यायालय के न्यायाधीश अभिजीत गंगोपाध्याय ने मेडिकल बेंचमार्क के माध्यम से एडिमशन लेने के लिए फर्जी जाति प्रमाण पत्र जारी किया और बंगाल पुलिस की जांच के लिए सीबीआई को आदेश दिया।
- हाई कोर्ट के ही दूसरे जज सोमेन सेन की शीला वाली सिंगल बेंच ने बंगाल सरकार के जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय के आदेश पर रोक लगा दी थी। साथ ही सीबीआई ने दर्ज की गई एफआईआर भी रद्द कर दी।
- न्यायमूर्ति सोमेन ने कहा था कि राज्य में जिन मामलों की जांच की जा रही है, उन्हें सीबीआई को पेश करने के लिए सावधानी से और अतिरिक्त कठोरता का इस्तेमाल करना चाहिए।
- जस्टिस गंगोपाध्याय ने जस्टिस सोमेन के इस फैसले को गैरकानूनी बताया। साथ ही कहा कि मामले की सीबीआई जांच जारी रहेगी।
जस्टिस गंगोपाध्याय ने ये आरोप भी लगाया
आरोप 1- कोर्ट सुप्रीम कॉलेजियम से 2021 में जस्टिस सोमेन सेन के चर्च के वकील की हत्या कर दी गई, इसके बावजूद वे कोलकाता कोर्ट के जज क्यों बने रहे।
आरोप 2- जस्टिस सेन ने पहले शिक्षक भर्ती घोटोल की सुनवाई कर अपने चैंबर में जस्टिस सेन सेन ने कहा कि उनका राजनीतिक भविष्य है और उन्हें नहीं जाना चाहिए।
इसके बाद न्यायमूर्ति अमृता ने इसकी सूचना कलकत्ता एचसी के मुख्य न्यायाधीश को दी, उन्होंने अपने सीजेआई दिवाई चंद्रचूड़ को इसकी सूचना दी।