नेशनल हेराल्ड मामला, ईडी ने यंग इंडिया की 751.9 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की | नेशनल हेराल्ड केस, ईडी ने यंग इंडिया की 751.9 करोड़ रुपये की संपत्ति में हिस्सेदारी की

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2 मिनट पहले

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ईडी ने सोनिया और राहुल से पूछताछ के बाद की ये कार्रवाई।  - दैनिक भास्कर

ईडी ने सोनिया और राहुल से पूछताछ के बाद की ये कार्रवाई।

ईडी ने नेशनल हेराल्ड केस में यंग इंडिया के 751.9 करोड़ रुपये के संपति को शामिल किया है। कांग्रेस से जुड़े यंग इंडिया के खिलाफ ये कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में सामने आई है।

इसी मामले में ईडी ने 3 अगस्त 2022 को दिल्ली की हेराल्ड बिल्डिंग स्थित यंग इंडिया कंपनी का ऑफिस सील कर दिया था। 2 और 3 अगस्त को ईडी की टीम ने सुबह से देर शाम तक नेशनल हेराल्ड के दिल्ली, मुंबई और कोलकाता में 16 रिकॉर्ड्स की तस्वीरें शामिल कीं। यह कार्रवाई सोनिया और राहुल से पूछताछ के बाद की गई थी।

नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया से 100 से ज्यादा सवाल पूछे गए
21 जुलाई 2022 को नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया गांधी से 3 दिन 12 घंटे सवाल हुए थे। इस दौरान 100 से ज्यादा सवाल पूछे गए। एचडी ने राहुल गांधी से भी जून में पांच दिन में 50 घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ की थी।

ईडी ने सोनिया से यह सवाल पूछा था

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जानिए नेशनल हेराल्ड केस क्या है?
नेशनल हेराल्ड केस का मामला सबसे पहले भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने 2012 में उठाया था। अगस्त 2014 में ईडी ने इस मामले में स्वनामधन्य लेन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था। केस में सोनिया गांधी, राहुल गांधी और कांग्रेस के ही मोतीलाल वोरा, ऑस्कर फर्नांडीज, सैम पित्रोदा और सोनम जैन को बनाया गया था। नीचे दिए गए प्रोडक्ट से समझिए इस पूरे केस को…

नेहरू ने नेशनल हेराल्ड पेपर की शुरुआत की थी

जिस नेशनल हेराल्ड अखबार से जुड़े मामले में सोनिया और राहुल को ईडी ने समन भेजा था, उन्हें 1938 में जवाहरलाल नेहरू ने 5 हजार स्वतंत्रता सेनानियों के साथ मिलकर शुरू किया था। इस अखबार का प्रकाशन असोसिएटेड जर्नल लिमिटेड (एजेएल) द्वारा किया गया था। आज़ादी के बाद ये अख़बार कांग्रेस का मुखपत्र बन गया।

एजेएल इस अखबार का प्रकाशन थ्री सीवेज में किया गया था। अंग्रेजी में ‘नेशनल हेराल्ड’ के अलावा हिंदी में ‘नवजीवन’ और अरबी में ‘कौमी आवाज।’ धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे जारी होने वाला अखबार बन गया और कांग्रेस से मिले 90 करोड़ रुपये का कर्ज़ 2008 में बंद हो गया।

2010 में यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड (YIL) नामक एक नई कंपनी ने नेशनल हेराल्ड को AJL का अधिग्रहण कर लिया। वाईआईएल के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में सोनिया गांधी और राहुल गांधी शामिल थे। वाईआईएल में सोनिया और राहुल की शेयरहोल्डिंग 76% थी और बाकी 24% पर्सिलियल मोतीलाल वोरा और ऑस्कर फर्नांडीज के पास थी। मोतीलाल वोरा का 2020 और ऑस्कर फर्नांडीज का 2021 में निधन हो गया है। इसके बाद कांग्रेस ने एजेएल को 90 करोड़ रुपये का लोन वाईआईएल को ट्रांसफर कर दिया।

कांग्रेस का लोन चुकाने के बदले में एजेएल ने यंग इंडियन को 9 करोड़ शेयर दिए। इन 9 करोड़ स्टॉक के साथ यंग इंडियन को AJL के 99% शेयर हासिल हो गए। इसके बाद कांग्रेस ने एजेएल का 90 करोड़ का लोन माफ कर दिया। सुब्रमण्यम स्वामी ने इसी तरह की डील पर हस्ताक्षर किए गए केस फाइल किए थे।

जुलाई में सोनिया गांधी से ईद की पूछताछ के विरोध में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रदर्शन किया था।

जुलाई में सोनिया गांधी से ईद की पूछताछ के विरोध में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रदर्शन किया था।

सोनिया और राहुल पर हैं किस पर आरोप?

बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी का आरोप है कि कांग्रेस ने नेशनल हेराल्ड को 2,000 करोड़ रुपये की संपत्ति देने वाले एजेएल को 90 करोड़ रुपये दिए और यंग इंडियन लिमिटेड ने एजेएल को 2,000 करोड़ रुपये की संपत्ति सौंपी और कांग्रेस पार्टी को 50 लाख रुपये दिए। रुपये का भुगतान करते हुए नोटबुक कर ली।

स्वामी का आरोप है कि नेशनल हेराल्ड को बेचने वाली एजेएल कंपनी पर कांग्रेस के राहुल-सोनिया की यंग इंडियन लिमिटेड ने 90 करोड़ रुपये का लोन चुकाया, इसके बाद कांग्रेस ने एजेएल के बाकी बचे 89.50 करोड़ रुपये का भुगतान किया। का लोन माफ कर दिया।

स्वामी का आरोप है कि YIL को लोन वसूली के लिए नेशनल हेराल्ड की कंपनी को डकैती करने का अधिकार मिल गया, जिसमें दिल्ली की प्राइम डील पर स्थित उसकी बिल्डिंग भी शामिल है, जिसकी कीमत करीब 2,000 करोड़ रुपये है।

आरोप है कि 2010 में 5 लाख रुपये में बनी यंग इंडियन लिमिटेड की संपत्ति कुछ ही साल में 800 करोड़ रुपये हो गई।

थर्ड इनकम टैक्स विभाग का कहना है कि यंग इंडियन लिमिटेड में राहुल गांधी को स्टॉक से 154 करोड़ रुपये की कमाई हुई। इनकम टैक्स डिमार्टमेंट से पहले ही 2011-12 के लिए यंग इंडियन लिमिटेड को 249.15 करोड़ रुपये टैक्स भुगतान का नोटिस जारी कर दिया गया है।

नेशनल हेराल्ड के मालिकाना हक वाली कंपनी एजेएल ने 90 करोड़ के लोन में यंग इंडियन लिमिटेड को स्थापित किया था, इस कंपनी में सोनिया-राहुल की 76% हिस्सेदारी है।

नेशनल हेराल्ड के मालिकाना हक वाली कंपनी एजेएल ने 90 करोड़ के लोन में यंग इंडियन लिमिटेड को स्थापित किया था, इस कंपनी में सोनिया-राहुल की 76% हिस्सेदारी है।

इन अनुबन्धों को कैसे खारिज किया जाता है कांग्रेस
कांग्रेस का कहना है कि YIL को चैरिटी के उद्देश्य के बजाय उद्यम बनाया गया था। कांग्रेस का ये भी कहना है कि यंग इंडियन लिमिटेड ने ट्रांज़ैक्शन नेवेशन नहीं, बल्कि कॉमर्शियल था। कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी का कहना है कि जब संपत्ति या नकदी का कोई शेयर नहीं हुआ, तो मनी लॉन्ड्रिंग का कैसे बन सकता है।

सिंघवी का कहना है कि एजेएल जब भी त्रिकोण में आई तो उसे बचाने के लिए कांग्रेस ने 90 करोड़ की आर्थिक सहायता दी। इससे एजेएल लोन हो गया। उन्होंने इस लोन कंपनी को प्राइवेट लिमिटेड में बदल दिया और 90 करोड़ के लोन को नई यंग इंडियन को पोस्ट कर दिया गया, लेकिन यंग इंडियन नॉन-फॉर-प्रोफिट कंपनी है और इसके शेयर होल्डर्स और डायरेक्ट्रीम्स को कोई भी शेयर नहीं किया जा सकता है। सिंघवी का दावा है कि इसका मतलब यह है कि आप इस कंपनी से एक रुपया नहीं ले सकते।

सिंघवी का ये भी दावा है कि अब भी एजेएल के पास पहले से ही नेशनल हेराल्ड की सभी संपत्ति और मुद्रण और प्रकाशक व्यवसाय का अधिकार है। एकमात्र एकमात्र बदलाव ये है कि एजेएल के शेयर यंग इंडियन के पास हैं, लेकिन यंग इंडियन इस पैसे का किसी भी तरह से इस्तेमाल नहीं कर सकता। वह न तो इन्वेस्टमेंट दे सकता है और न ही प्रोफिट कमा सकता है।

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