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- नरेंद्र मोदी बिहार लोकसभा चुनाव प्रचार कार्यक्रम अपडेट | बेतिया रमण मैदान
पटना/नई दिल्ली2 मिनट पहले
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पीएम मोदी बिहार के बिजनेस, बेतिया और बाजार में 3 रैलियां बनाएंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 जनवरी को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लोकसभा चुनाव अभियान की शुरुआत कर सकते हैं। वे जिले के बेतिया शहर में स्थित रमन मैदान में एक रैली करेंगे।
न्यूज एजेंसी एएनआई ने पार्टी के गोदाम के बारे में यह जानकारी दी है। जानकारी के मुताबिक, इस यात्रा के दौरान मोदी पूरे बिहार के उद्योगों और पुलों सहित कई मंडलों का उद्धाटन और डीआरआइ कर सकते हैं।
असल में, बीजेपी ने 2024 के चुनावों के लिए बिहार में बड़ी शर्तें बनाई हैं, जिसका उद्देश्य राज्य की सभी 40 सीटों पर जीत हासिल करना है। पीएम मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जापान गणतंत्र जनवरी और फरवरी में बिहार में कई रैलियां लेंगे।
15 जनवरी के बाद राज्य में रैलियां शुरू होने की उम्मीद है। राज्य के कारखाने, बेतिया और स्टॉक मार्केट में तीन रैलियाँ बनेंगी। अमित शाह जनवरी और फरवरी के दौरान सीतामढी, मधेपुरा और अतिथि गृह में रहेंगे। इसके अलावा, जापान के जंगल बिहार के समुद्री तट और पूर्वी पूर्वी एशिया में स्थितियाँ बने रहेंगे।
अगर बिहार के राजनीतिक परिदृश्य की बात करें तो पिछले कुछ पूर्वी राज्यों में काफी बदलाव हुए हैं। भाजपा अब गठबंधन में है, जबकि वाम मोर्चा सरकार का हिस्सा है। विपक्ष चुनाव के लिए नीतीश कुमार ने इलेक्ट्रानिक नेताओं को एकजुट कर लिया है। साफ है कि बिहार के सभी 40 रिज्यूमे पर कैड प्रतियोगिता देखने को मिलेगी। 2019 के आम चुनाव में राज्य की 40 से 39 सीटों पर जीत दर्ज की गई थी, जबकि कांग्रेस के खाते में एक सीट आई थी।
बिहार में इस बार भी भाजपा के लालची अभियान का नेतृत्व नरेंद्र मोदी कर रहे हैं, इसी पार्टी ने राज्य संगठन के कमान नेताओं सम्राट चौधरी को छोड़ दिया है। बिहार में राजनीतिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण मस्जिद की तैयारी हो रही है।
150 नए वोट उछालेगी भाजपा
लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी में भाजपा एक साथ कई फॉर्मूलों पर काम कर रही है। पार्टी में आम आदमी पार्टी के टिकट काटने वाले से लेकर नए राहुल को मौका देने तक का मौका जारी है। दस्तावेज के अनुसार, पार्टी आजादी के 100वें साल तक संसद में युवा प्रतिनिधियों की वृद्धि के लिए काम कर रही है। चुनाव में बीजेपी 150 नए पदमुक्त हो सकती है। इनमें 41 से 55 साल की उम्र के लोगों की संख्या सबसे ज्यादा होगी।
बीजेपी के एक महासचिव ने कहा कि पहले लोकसभा में 26% सदस्यों की उम्र 40 से कम थी। बाद में संसद में युवा प्रतिनिधित्व हुआ। लोकसभा में तीन से 11 बार चुनाव जीतने वाले मुसलमानों की संख्या में भारी वृद्धि हुई। इसे देखते हुए पार्टी दो या इससे अधिक बार लोकसभा चुनाव जीत चुकी है, इसमें ज्यादातर को संगठन की जिम्मेदारी दी जा रही है।
इसके अलावा किसी भी तरह की छूट को छोड़कर दो बार से ज्यादा नहीं भेजा जाएगा। 80% ऐसे लोगों को मौका मिलेगा जो कानून, चिकित्सा, विज्ञान, कला, आर्थिक मामले, प्रौद्योगिकी, पर्यावरण और भाषा के संपर्क में हैं। दस सीटों पर चुनाव हुए तो 2 ही ऐसे प्रतियोगी होंगे जो जातीय अनुपात या संगठन में योगदान के आह्वान से महत्वपूर्ण होंगे।
युवा आबादी के प्रतिनिधि चाहते हैं मोदी
देश में 65% से ज्यादा युवा हैं, ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना प्रतिनिधित्व पाना चाहते हैं। अगर एक स्पेशलिस्ट कोकॉन्स्टॉमिक का टिकट मिलता है तो उसके साथी कार्यकर्ता पॉलिटिक्स से बाहर हो जाते हैं। इसलिए किसी भी एक कार्यकर्ता को 2-3 बार से ज्यादा कुछ मास्क खरीदने का मौका नहीं दिया जाता। इससे नए लोगों को मौका मिलेगा।