दिल्ली उच्च न्यायालय ने सोमवार को समान नागरिक संहिता की मांग करने वाली याचिकाओं को 1 दिसंबर को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया सुप्रीम कोर्ट ने मार्च में याचिका पर विचार करने से इंकार कर दिया था

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नई दिल्ली16 मिनट पहले

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यूनिफ़ॉर्म सिविल कोड (यूनिफ़ॉर्म सिविल कोड, UCC) को लेकर दिल्ली उच्च न्यायालय में 1 दिसंबर को सुनवाई होगी। कोर्ट ने सोमवार 21 नवंबर को सुनवाई के लिए आवेदनों को सूचीबद्ध किया, जिसमें यूसीसी लागू करने की मांग की गई। दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा कि अगर सुप्रीम कोर्ट ने इस मसले पर पहले ही फैसला ले लिया तो हम कुछ नहीं कर पाएंगे।

मुख्य न्यायाधीश मनोचिकित्सकों की अगुआई वाली बेंच ने कहा- मार्च में शीर्ष अदालत की संविधान पीठ ने एक याचिका पर विचार करने से मना कर दिया है। ये पिटीशन वकील अश्विनी कुमार उपाध्याय ने ‘जेंडर वेट्रियल’ और ‘रेलीजन वेट्रियल’ लॉ के लिए आर्किटेक्चर की थी। उच्च न्यायालय में नामांकन दाखिल करने वालों में भी शामिल हैं।

न्यायालय में सर्वोच्च न्यायालय में उत्खनन खंडित हो गया था
शीर्ष अदालत ने आगे की सुनवाई के लिए याचिकाएं दायर कीं, जिसमें कहा गया कि अभियोजन के दौरान उत्पादों की ओर से कोई उपस्थित नहीं हुआ। साथ ही सरदार ने सर्वोच्च न्यायालय में अपनी याचिका में जिन अभिलेखों का दस्तावेजीकरण किया था, उन्हें भी पेश नहीं किया गया था।

अप्रैल में भी उच्च न्यायालय के समक्ष मामला सामने आया था
अप्रैल में उच्च न्यायालय के टैब के मुख्य न्यायाधीश श्रीशचंद्र शर्मा ने कहा कि राष्ट्रपति की याचिका पर प्रथम दृष्टया विचारणीय नहीं है। उन्होंने उपाध्याय से उन दस्तावेजों को पेश करने को कहा, जो सर्वोच्च न्यायालय के सामने खड़े हो गए।

इस पर उच्च न्यायालय को बताया गया कि शीर्ष अदालत ने मार्च में उपाध्याय की याचिकाओं पर विचार करने से इनकार कर दिया था। साथ ही कहा था कि मामला दोस्ती क्षेत्र में है और 2015 में उपाध्याय ने यूसीसी के संबंध में एक याचिका भी वापस ले ली थी।

उच्च न्यायालय के एसोसिएट प्रोफेसर की याचिका के अलावा चार और पत्रावलियों का अध्ययन किया गया है कि भारत को एक समान नागरिक संहिता की आवश्यकता है।

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यूनीफॉर्म सिविल कोड: क्या मुस्लिम वैभव ने सात फेरे लेकर एवरोवेन छोड़ दिया; यूसीसी हमारी पर्सनल लाइफ़ में कितने पासर्स ख़रीदे

यूनी फॉर्म सिविल कोड पर इस स्पेशल सीरीज की शुरुआत से पहले हमने एक छोटा सा सर्वे किया था। लोगों ने पूछा कि यूनिफॉर्म सिविल कोड की इतनी चर्चा है, इसे खत्म क्या बदला जाएगा? ज्यादातर के जवाब में एक बात राष्ट्रमंडल थी- इससे मुसलमानों की 4 अनावृत बंद हो मंशा।

क्या है यूनी फॉर्म सिविल कोड या कुछ और, सीरीज की पहली कहानी में रोचक बातें जानना जरूरी है। मसलन- सिविल और क्रिमिनल कानून क्या होते हैं, अलग-अलग धर्मों के अलग-अलग व्यक्तिगत मामले क्यों होते हैं, यूनीफॉर्म सिविल कोड क्या हैं और इन धर्मों के निजी मामले कितने होते हैं? पूरी खबर पढ़ें…

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