डीवाई चंद्रचूड़ | सीजेआई चंद्रचूड़ रेलवे प्लेटफार्म टिप्पणी बनाम वकील | सीजेआई कोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट के वकील से कहा- कोई रेलवे मंच नहीं, किसी भी ट्रेन में चढ़ो

नई दिल्ली26 मिनट पहले

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सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) दिवाई चंद्रचूड़ ने सोमवार (29 जनवरी) को कोर्टरूम में एक वकील की ग्रेस क्लास ली पर गलत व्यवहार किया। सीजेआई ने कहा- ये कोई रेलवे प्लेटफॉर्म नहीं है कि आप यात्रा करें और किसी भी ट्रेन में चढ़ें. पहले किसी सीनियर से सीखें कि कोर्टरूम में किस तरह से व्यवहार किया जाता है।

असल में, अपनी बारी आने के पहले एक वकील अचानक कोर्टरूम में खड़ा हो गया और बहस करने लगा। वकील ने कहा कि वह पुरातात्विक सुधारों के लिए एक खोज पत्र की खोज कर रहे हैं। वह इस टूर्नामेंट में जाना चाहती है। केस आज की सुनवाई वाली लिस्ट में नहीं है।

इस बात पर सीजेआई चंद्रचूड़ नाराज हो गए। उन्होंने वकील से कहा- कोर्टरूम कोई रेलवे प्लेटफॉर्म नहीं है कि आप यात्री और किसी भी ट्रेन में चढ़ें। बकवास के बाद भी वकील अपनी बात पर अड़ा रहा। उन्होंने कहा कि मंदिर व्यवस्था के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन इसमें सुधार की जरूरत है।

सीजेआई ने वकील से पूछा कि वह किस तरह का अभ्यास करता है। वकील ने कहा कि वह एचसी और लोअर कोर्ट में प्रैक्टिस करते हैं। इस पर सीजेआई ने कहा कि आप (वकील) किसी भी वरिष्ठ वकील के साथ काम क्यों नहीं करते, जो आपको सिखाए गए लोगों के बारे में कोर्टरूम के अंदर और खुलेआम बातें करते हैं।

पिछले तीन मामलों में वकीलों ने सीजेआई को नाराज किया…

पहला केस (अक्टूबर 2023) : मोबाइल पर बात कर रहे वकील से बोले- ये कोई मार्केट है

16 अक्टूबर 2023 को एक वकील के फोन पर बात करने से सीजेआई नाराज हो गए थे। उन्होंने वकील को टोकाते हुए कहा- इधर आओ, ये कोई मार्केट है? सीजेआई ने अपने स्टाफ को वकील का मोबाइल लेने को भी कहा। बाद में वकील ने माफ़ी की छूट दे दी। मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ ने वकील को चेतावनी देते हुए कहा कि अगली बार ध्यान रखना,मसलन ऐसी गलती मत करना।

दूसरा केस (मार्च 2023) : वकील से बोले- चुप रहो, नहीं तो कोर्ट से बाहर जाओ

मार्च 2023 में भी जस्टिस चंद्रचूड़ ने कथित तौर पर एक वरिष्ठ वकील विकास सिंह पर जोर से चिल्लाने का आरोप लगाया था। विकास सिंह सुप्रीम कोर्ट के वकीलों के लिए जमीन से जुड़े एक मामले को आगे बढ़ाने की बात कर रहे थे। तब सीजेआई ने नाराजगी जताते हुए सिंह से कहा- चुप रहो, नहीं तो कोर्ट से बाहर जाओ। तुम हमें नहीं देख सकते।

तीसरा केस (जनवरी 2024): CJI बोले- वकील साहब धीरे-धीरे बोलें, वरना बाहर कर दीजिए

3 जनवरी 2024 को एक वकील की याचिका को लेकर CJI से तेज आवाज में बोल बैठे थे। CJI ने वकील से कहा- एक मतदाता, पहले अपनी आवाज उठाओ. आप सुप्रीम कोर्ट में अपनी बात रख रहे हैं। अगर आपको लगता है कि सबसे ऊंची आवाज में आप अदालत को डराने की बात कर सकते हैं, तो आप गलत हैं। मेरे 23 साल के इतिहास में इस तरह से किसी ने मुझसे बात नहीं की। एक साल में भी नहीं हुआ ऐसा बचपन।

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सीजेआई चंद्रचूड़ बोले- इतिहास में लीगल सिस्टम का दुरुपयोग हुआ: अन्याय-भाव के लिए बनाया हथियार, हाशिए पर रह रहे हैं कोलकाता को नुकसान

सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) दवे चंद्रचूड़ ने कहा कि लीगल सिस्टम को हाशिये पर रखकर कोलोराडो में हथियारों का इस्तेमाल किया गया। उन्होंने कहा था कि अमेरिका में भेदभाव करने वाले बिल्डिंग से लेकर विलासिता को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। जिम क्राॅस के ढांचे के माध्यम से स्थानीय लोगों को बनाया गया। पूरी खबर पढ़ें…

न्याय का झंडा लहरा रहे हैं, ताकि पीढ़ियां याद रखें: CJI ने कहा- लोग पहले SC नहीं, जिला कोर्ट जा रहे हैं, उनके भरोसेमंद बने रहें

सीजेई दिवाई चंद्रचूड़ अपनी पत्नी के साथ 6 जनवरी को द्वारिकापेक्ष मंदिर में थे।  इस दौरान वह पीली पोशाक पहने नजर आईं।

सीजेई दिवाई चंद्रचूड़ अपनी पत्नी के साथ 6 जनवरी को द्वारिकापेक्ष मंदिर में थे। इस दौरान वह पीली पोशाक पहने नजर आईं।

गुजरात में सीजेआई ने कहा था कि जिस तरह से चित्र के शिखर पर झंडा (ध्वज) लगाया गया है, हम सभी को एक साथ बांधे हुए हैं। एक ही तरह से एसोसिएटेड कोर्ट के वकीलों को इस तरह से काम करना चाहिए, जिससे आने वाली संपत्ति तक न्याय का झंडा (न्याय का ध्वज) फहराया जा सके। पूरी खबर पढ़ें…

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