नई दिल्ली10 मिनट पहले
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भारतीय मुद्रा नोट की बिक्री का भंडाफोड़ करने के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शनिवार को 4 राज्यों में 5 स्थानों पर छापे मारे। इस दौरान एजेंसी ने नकली नोट, सी पेपर, प्रिंटर, डाई और डिजिटल जेबें निकालीं। एनआईए ने महाराष्ट्र में 2, कर्नाटक, बिहार और यूपी में एक-एक जगह की खोज की है।
जानकारी के मुताबिक एनआईए ने बिहार के रोहतास जिले में छापेमारी के दौरान शशि भोज को हिरासत में ले लिया। उनसे 6 घंटे तक पूछताछ की गई। जिले में वस्तुस्थिति के दौरान एजेंसी को कई दस्तावेज, नकली नोट बनाने की सामग्री भी मिली है।
सूत्रों के मुताबिक शशिभूषण के नकली नोट जारी होने की जानकारी कोलकाता और उत्तर प्रदेश से एनआईए को मिली थी। इसके बाद एजेंसी की ओर से उसकी तलाश में रिकॉर्ड दर्ज किया गया। पिछले 48 घंटे की लगातार मॉनिटरिंग के बाद शनिवार सुबह एनआईए ने शशिभूषण के घर पर आरोपियों की तलाश की।
महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक में भी टैटू
इसके साथ ही एनआईए ने महाराष्ट्र के कोल्हापुर और वतमाल अराध्य में राहुल तानाजी पाटील और शिवा पद के सदस्य भीमराव, उत्तर प्रदेश के जिले में विवेक ठाकुर ठाकुर नॉकी आदित्य सिंह, कर्नाटक के बेल्लारी जिले में महेंद्र के समर्थक भी हैं।
जांच में पता चला कि राहुल तानाजी नकली नोटों के लिए फर्जी पासपोर्ट पर सिम कार्ड का इस्तेमाल कर रहा था। एनआईए इस मामले में पूछताछ और जांच के बाद संबंधित और लोगों पर कार्रवाई कर सकती है।
पूर्वी नारियल में नकली नोट के तार पाकिस्तान से जुड़े हुए हैं
बिहार में इससे पहले भी एनआईए की टीम ने पूर्वी चंपारण से 25.43 लाख रु. के नकली नोट बरामद हुए। जिस मामले में एक अपराधी से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जिसमें 6 लोगों को सजा दी गई है। पूर्वी तूफ़ान में नकली नोट के तार पाकिस्तान से जुड़े हुए थे। फ़ॉक्स नोट का नेटवर्क यूनाइटेड अरब अमारात (यूएई) में रहने वाले नागरिक संचालित कर रहे थे। उनके लिए कैरियर का काम पश्चिम बंगाल के रईसुद्दीन और नेपाल के अबी मोहम्मद से पूछताछ कर रहे थे।
24 नवंबर को नकली नोट का मामला दर्ज हुआ था
जानकारी के अनुसार इस मामले में 24 नवंबर को डेमोक्रेसी में केस दर्ज किया गया था। इस मामले में धारा 120बी, 489बी, 489सी 489डी के तहत मामला दर्ज किया गया था। बाकी हिस्सों की टीम ने देश के चार राज्यों में 5 स्मारकों में स्थित की। यह मामला सीमा पार एफसीएन की रेटिंग और भारत के विभिन्न राज्यों में इसके प्रकाशन को बढ़ावा देने के लिए बदनाम लोगों द्वारा रचित एक बड़ी साजिश से संबंधित है।
पुरातत्वविदों से निकले थे नकली नोट बनाने का सामान
उत्तर प्रदेश के फैजाबाद जिले के विवेक ठाकुर निखिल आदित्य सिंह के घर से 6600 रुपये (500 रुपये, 200 रुपये और 100 रुपये के नोट), नोट छपाई के साथ जेबी की। विवेक ठाकुर, शिवा पेटिल भीमराव और अन्य के साथ मिलकर पूरे भारत में वोग के लिए व्यापारी से नकली मुद्रा और उसकी छपाई का सामान खरीदा गया था।