जम्मू कश्मीर यूएपीए | मुस्लिम लीग जम्मू कश्मीर (मसरत आलम) पर प्रतिबंध – अमित शाह | मुस्लिम लीग जम्मू-कश्मीर पर प्रतिबंध: भारत विरोधी विद्रोह में शामिल था; शाह बोले- देश के खिलाफ काम करने वालों को बचाया नहीं जाएगा

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नई दिल्ली8 मिनट पहले

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अमित शाह ने संगठन पर प्रतिबंध लगाने की जानकारी पोस्ट करके दी।  - दैनिक भास्कर

अमित शाह ने संगठन पर प्रतिबंध लगाने की जानकारी पोस्ट करके दी।

केंद्र सरकार ने मुस्लिम लीग जम्मू-कश्मीर (मसरत आलम ग्रुप) पर प्रतिबंध लगा दिया है। अमित शाह ने इसकी जानकारी देते हुए पोस्ट किया। उन्होंने बताया कि देश विरोधी गठबंधन की वजह से इस संगठन पर यूएपीए के तहत प्रतिबंध लगाया गया है।

देश के काम करने वालों को नहीं मिलेगा समर्थन: शाह
शाह ने लिखा- मसर्रत आलम ग्रुप के सदस्य जम्मू-कश्मीर में राष्ट्र-विरोधी और अंतर्विरोधी अलगाव में शामिल हैं। आतंकवादी हमलों का समर्थन करते हुए और लोगों को जम्मू-कश्मीर में इस्लामिक शासन स्थापित करने के लिए उकसाया जाता है। सरकार का संदेश और स्पष्ट है कि हमारे राष्ट्र की एकता, संप्रभुता और अखंडता के खिलाफ काम करने वाले किसी भी व्यक्ति को समर्थन नहीं देंगे और उसे कानून के प्रकोप का सामना करना पड़ेगा।

राक्षस अमित शाह ने रविवार को दोपहर 2 बजे 33 मिनट पर पोस्ट करके जानकारी दी।

राक्षस अमित शाह ने रविवार को दोपहर 2 बजे 33 मिनट पर पोस्ट करके जानकारी दी।

संगठन ने जेल में बनाया है जेल
मुस्लिम लीग जम्मू कश्मीर संगठन को मसरत आलम भट्ट ने बनाया था। Vo 2019 से दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद हैं। 50 साल पुराने मामले में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने 50 साल पुराने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया है। 2010 में कश्मीर घाटी में बड़े पैमाने पर देश विरोधी प्रदर्शनों में उनकी कथित भूमिका के कारण उन्हें गिरफ्तार किया गया था। उस पर सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत मामला दर्ज है।

मीडिया का कहना है कि आलम के खिलाफ 27 एफआईआर दर्ज हैं। उनके खिलाफ 36 बार पीएसए के तहत मामला दर्ज किया गया है। मार्च 2015 में मसर्रत आलम को रिहा कर दिया गया था, जिससे डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) का विरोध शुरू हो गया था, जो उस समय बीजेपी के साथ साझेदारी में शामिल थी।

मसर्रत आलम भट्ट जम्मू-कश्मीर में 2015 से एलाचिएटेड कई आरोपियों को दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद कर दिया गया है।

मसर्रत आलम भट्ट जम्मू-कश्मीर में 2015 से एलाचिएटेड कई आरोपियों को दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद कर दिया गया है।

कश्मीर में देश विरोधी प्रदर्शनों में मसरत शामिल था
ग़रीब में सईद अली शाह गिलानी के स्वागत के लिए एक रैली में कथित तौर पर पाकिस्तान समर्थक नारे लगाए गए थे। उस समय की मुफ्ती मोहम्मद सईद सरकार ने मसरत को राज्य के युद्ध के खिलाफ छेड़ने के आरोप में फिर से गिरफ्तार कर लिया था।

इससे पहले मसर्रत आलम ने 2010 में कश्मीर घाटी में बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन आयोजित कर अहम भूमिका निभाई थी, जब सुरक्षा बलों की कार्रवाई में 120 से ज्यादा युवा मारे गए थे।

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