जम्मू-कश्मीर में पथराव, रोजगार | आर्टिकल 370 के बाद 30 हजार युवाओं को नौकरी मिली, इंटरनैशनल की रैलियां बंद

नई दिल्ली9 मिनट पहले

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2019 के पहले घाटी में हर दिन सुरक्षा सेनाओं पर पथराव हुआ था।  उस साल 1990 में घटना घटी, जो 2020 में 250 से 2022 में 20 रह गयी।  - दैनिक भास्कर

2019 के पहले घाटी में हर दिन सुरक्षा सेनाओं पर पथराव हुआ था। उस साल 1990 में घटना घटी, जो 2020 में 250 से 2022 में 20 रह गयी।

जम्मू-कश्मीर से 5 अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 ख़त्म कर दिया गया था। साथ ही राज्य को 2 सीमांत जम्मू-कश्मीर और इंडोनेशिया में बाँट दिया गया था। इसके बाद जम्मू-कश्मीर में कई बदलाव आये। आंकड़ों के मुताबिक, घाटी में पत्थरबाजी के मामले बहुत कम हो गए हैं। 2019 के बाद से 30 हजार स्थानीय युवाओं को रोजगार मिला है। कट्टरपंथियों की एक भी रैली नहीं हुई, साथ ही यहां विदेशी निवेश भी आ रहा है।

चार साल में अलग-अलग जम्मू-कश्मीर…
पत्थरबाज़ी के मामले कम हुए
2019 के पहले घाटी में हर दिन सुरक्षा सेनाओं पर पथराव हुआ था। उस साल 1990 में घटना घटी, जो 2020 में 250 से 2022 में 20 रह गयी।

अन्तःवाद समाप्त
बड़े अंतर्राष्‍ट्रीय यावादी तो समाप्‍त हो गए या फिर अंतर्राष्‍ट्रीय में शामिल हो गए। उन के खुद के गैजेट्स में शेड पड़े हैं। 2019 के बाद एंटोनियोस्ट की एक भी रैली नहीं हुई।

घाटी में विदेशी निवेश आ रहा है
2019 के बाद से 70 हजार करोड़ का निवेश प्रस्ताव आया। 200 विदेशी दुकानों को जमीन दी गई। 5 बड़े प्रोजेक्ट शुरू हो गए। फ़्रांसीसी के संपोरा में 500 करोड़ का मॉल और आईटी पार्क 2026 तक बनेगा। इससे 15 हजार रोजगार मिलेंगे।

कश्मीरियों की मौत की जांच रुकी
1990 के दशक के बाद से राक्षस कश्मीरियों की हत्या हुई, शैतान ने अपनी जांच अब तक पूरी नहीं की। दो साल पहले इसके लिए एक विशेष जांच दल बनाया गया था, लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकला।

युवा शक्ति वरदान
2020 में एंटरप्राइज़ नामांकन पोर्टल लॉन्च होने के बाद सरकार की मदद से 2 लाख एमएसएमई इकाइयां खुलीं। इनमें 38 हजार महिलाएं चल रही हैं।

4 साल बाद भी क्षेत्र चुनाव नहीं हुआ
आर्टिकल 370 – राजनीतिक धर्म के बाद सरकार की पहली प्राथमिकता यहां विधानसभा का चुनाव होना था, लेकिन राजनीतिक विचारधारा की मांग के बावजूद चुनाव नहीं हो सका।

विध्वंसक एडाचरी
370 निष्कासन के दौरान कहा गया था कि अन्य देशों के कश्मीर को ले जाया गया, परमाणु ऊर्जा संयंत्रों को हटा दिया गया, लेकिन, आज भी अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, फ्रांस, इजराइल सहित कई यूरोपीय देशों के द्वीप एडवेरी बने हुए हैं।

सवाल का खात्मा
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक राज्य में 110 आतंकवादी सक्रिय हैं, लेकिन इनमें 70% विदेशी हैं। पिछले वर्ष 180 श्रमिक मारे गये, इनमें से 120 स्थानीय थे। इस साल 40 मारे गए, इनमें से 10 स्थानीय थे।

30 हजार युवाओं को रोजगार मिला
पिछले चार वर्षों में राज्य में करीब 30 हजार स्थानीय युवाओं को रोजगार मिला है। अभी 20 हज़ार और मुनाफ़ा है।

जंगल कानून लागू हुआ
वन अधिकार कानून लागू हुआ, जिसमें केंद्र शासित प्रदेशों के अधिकारों को विशेष अधिकार दिया गया।

विधानसभा में महिलाओं को 33% नग्न​​​​​​​​​​​​​​​​​​​​​
केंद्र सरकार ने हाल ही में संसद में एक विधेयक पेश किया, जिसमें जम्मू-कश्मीर क्षेत्र में महिलाओं को 33% नीट की मंजूरी दी गई।

ये दस्तावेज़ सरकार ने सदन में दिए हैं

  • 2019 में पहले जम्मू-कश्मीर में एक लाख करोड़ का बिजनेस था, अब 2.27 लाख करोड़ का घाटा हो रहा है।
  • पहले 94 कॉलेज थे, अब 147 हैं।
  • 70 साल में वहां 4 मेडिकल कॉलेज थे, अब 7 नए हैं और 15 नर्सिंग कॉलेज हैं।
  • पहले 6 लाख को मिड डे मील था, अब 9.13 लाख को मिल रहा है।
  • स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में 173 काम हुआ।
  • 70 साल में गरीबों के 24 हजार घर बने, पांच साल में 1.45 लाख बने।
  • पहले पेंशनभोगी 6 लाख थे, अब 10 लाख से ज्यादा हैं।

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