जम्मू-कश्मीर के पुंछ में आतंकियों ने सेना की गाड़ी को बनाया निशाना, मुठभेड़ जारी | जम्मू-कश्मीर के पुंछ में सेना की गाड़ी पर आतंकी हमला: अपराधियों ने जवाबी कार्रवाई की, सर्च ऑपरेशन जारी

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उत्तर35 मिनट पहले

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इससे पहले राजौरी में 21 दिसंबर 2023 को बड़ा आतंकवादी हमला हुआ था, जिसमें सेना के 4 जवान शहीद हो गए थे।  (फोटो) - दैनिक भास्कर

इससे पहले राजौरी में 21 दिसंबर 2023 को बड़ा आतंकवादी हमला हुआ था, जिसमें सेना के 4 जवान शहीद हो गए थे। (फ़ॉलो फोटो)

जम्मू-कश्मीर के पंच में साइंटिस्ट ने सेना की गाड़ी पर हमला किया। इसके बाद मोर्टारों को जवाबी कार्रवाई में तैनात किया गया। अभी तक किसी के घायल या मृत होने की कोई रिपोर्ट सामने नहीं आई है। निरीक्षण दस्तावेज़ीकरण जारी है। इलाके को खाली राइफल्स आर्मी सर्च ऑपरेशन चल रही है। अभी यह डॉक्टरी दस्तावेज़ नहीं है कि दूसरी तरफ श्रमिक मित्र मौजूद हैं।

इससे पहले 21 दिसंबर 2023 को बड़ा आतंकी हमला हुआ था। यह हमला राजौरी में हुआ था, जिसमें सेना के 4 जवान शहीद हो गए थे, जबकि तीन जवान घायल हो गए थे।

इलाके में सप्ताहांत
सेना के वाहन हथियारबंद पुंछ मेंढर मार्ग पर हुए। रिज़ॉर्ट ने पड़ोस में वाइल्डलाइफ़ बंद कर दिया है। किसी भी वाहन को आगे जाने की अनुमति नहीं है। हर एक वाहन की मशीनरी ली जा रही है।
यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब नॉर्थन कमांड के जनरल डिफेंस कमांडर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल उपेंडर डेक पंच में हैं।

दिसंबर में जम्मू-कश्मीर में 4 जवान शहीद, 3 घायल
जम्मू-कश्मीर के राजौरी में 21 दिसंबर को साइंटिस्ट ने सेना के दो ग्रुपों पर घाट पर हमला कर दिया। इसमें 4 जवान शहीद हो गए, जबकि 3 जवान घायल हो गए। यह हमला थानामंडी-सुरनकोट रोड पर स्थित कॉलोनी (डीकेजी) के इलाके में हुआ है। ये गाड़ियां गाड़ियों को लेकर सुरनकोट और बफलियाज जा रहे थे।

हमला थानामंडी-सूरनकोट रोड पर स्थित इलाके की गली (डीकेजी) में हुआ है।  यहां बड़ी संख्या में सुरक्षाबल मौजूद हैं।

हमला थानामंडी-सूरनकोट रोड पर स्थित इलाके की गली (डीकेजी) में हुआ है। यहां बड़ी संख्या में सुरक्षा बल मौजूद हैं।

सिद्धांत के अनुसार, 250-300 आतंकवादी भारत में घुसपैठ करने के लिए तैयार हैं
16 दिसंबर को बीएसएफ के एक वरिष्ठ सहयोगी ने सुरक्षा बलों के दस्तावेजों से जानकारी दी थी कि सीमा पाकिस्तान में 250 से 300 आतंकवादी तैनात किए गए हैं। ये जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की फिराक में हैं। व्होटे ने बताया कि माइक्रोसॉफ्ट के लिए प्रस्ताव तैयार किया गया है। सीमा पार से किसी भी तरह की घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया जाएगा।

विशेष के आईजी अशोक यादव ने आतंकियों को बताया कि हम (बीएसएफ) और सेना गठबंधन को नजर बनाए रखा गया है और हिरासत में लिया गया है। पिछले कुछ प्राचीन काल में सॉसेज और कश्मीर के लोगों के बीच के तत्वों में वृद्धि हुई है। अगर लोग हमारा सहयोग करें तो हम विकास के कौशल को बेहतर तरीके से आगे बढ़ा सकते हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें…

पाकिस्तान सीमा पर कड़ी सुरक्षा के बावजूद भी आतंकियों के कब्जे वाली टेका फोर्सेज के लिए बड़ी चुनौती है।

पाकिस्तान सीमा पर कड़ी सुरक्षा के बावजूद भी आतंकियों के कब्जे वाली टेका फोर्सेज के लिए बड़ी चुनौती है।

जम्मू-कश्मीर में पिछला 6 दुश्मन…

पहला: 22 नवंबर को राजौरी में हुए हमलों में 5 जवान शहीद हो गए थे
22 नवंबर को जम्मू के राजौरी इलाके में 5 जवान शहीद हो गए थे। यह मस्टर 34 घंटे चला था, जिसमें पेस्टीसाइड ने दो इंजीनियरों को मारा था। डिफेंस पीआरओ ने बताया कि मारा गया एक साथी का नाम है। वह विदेशी नागरिक था। उसे पाक और पासपोर्ट पर ट्रेंड किया गया था। पूरी खबर यहां पढ़ें…

दूसरा: 17 नवंबर को 2 हमलावर, 6 आतंकवादी मारे गए
17 नवंबर को राजौरी और कुलगाम में दो अलग-अलग समर्थकों में 6 अपराधी मारे गए। पहला सहयोग 16 नवंबर को कुलगाम में शुरू हुआ जो 17 नवंबर तक चला। इसमें 5 कार्मिक मारे गए थे। इन सभी हाल में ही शामिल थी बैशाख किलिंग। दूसरा राजौरी में हुआ, जिसमें 1 साथी की हत्या कर दी गई। पूरी खबर पढ़ें…

तीसरा: अक्टूबर में पुलिस इंस्पेक्टर को गोली मारकर हत्या
ग़रीब के अक्टूबर ईदगाह इलाके में एक आतंकवादी ने पुलिस इंस्पेक्टर को तीन गोलियां मारीं। उनके पेट, गर्दन और आँख में गोलियाँ लगी थीं। इंस्पेक्टर की पहचान मसरूर अली वानी के रूप में हुई थी। हमलों की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन टीआरएफ ने ली है। उस समय हमला हुआ, जब मसरूर वाणी स्थानीय वैज्ञानिकों के साथ क्रिकेट खेल रहे थे।

चौथा: 3 सितंबर को 2 जवान शहीद हुए थे
13 सितंबर को जम्मू-कश्मीर में दो बदमाशों के साथ 3 साथी और दो जवान शहीद हो गए थे। शहीद जवानों में सेना के एक कर्नल, एक मेजर और पुलिस के एक डीएसपी शामिल थे। सीनियर ने सॉसेज़ पर सर्च ऑपरेशन के दौरान हमला किया था। इस दौरान दो गर्लफ्रेंड्स की भी मौत हो गई। यहां सर्चिंग के दौरान सेना के कुत्ते की भी मौत हो गई थी।

पांचवां: 9 अगस्त को पकड़ी गईं थीं 6 दोस्त
15 अगस्त से पहले 6 साल की उम्र में रेज़ को गिरफ्तार कर लिया गया था। पहला मामला 9 अगस्त की रात का है, जहां कोकरनाग के एथलान गडोले में तीन बदमाश पकड़े गए। इस दौरान सेना के जवान समेत 3 लोग घायल हो गए। दूसरा मामला उरी का है, जहां सिक्योरिटी जर्नलिस्ट ने 3 ग़ैरमन्द पकड़े हैं। पूरी खबर पढ़ें…

छठा: 6 अगस्त को तीन दोस्त मारे गए थे
6 अगस्त को भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन में एलओसी के पास दो साज-सामान को मार गिराया था। ये आतंकी LoC के पास घुसपैठियों की कोशिश कर रहे थे। इसी दिन शाम को भी एक अन्य अपराधी को मारने की कोशिश की गई थी। पूरी खबर पढ़ें…

यह विजुअल आर्मी की ओर से जारी की गई है।  इसमें एलओसी के पास घुसपैठियों की कोशिशें जारी हैं।

यह विजुअल आर्मी की ओर से जारी की गई है। इसमें एलओसी के पास घुसपैठियों की कोशिशें जारी हैं।

दो साल में राजौरी-पूंछ बेल्ट में बड़े आतंकी हमले हुए

2021: अक्टूबर में हुए तीन बड़े हमले

11 अक्टूबर 2021: टेल जिले के सुरनकोट तहसील के चमरेर जंगल में सेना की मशीनरी के साथ मंगई हुई। इसमें एक जेसीओ समेत पांच जवान शहीद हो गए।

16 अक्टूबर 2021: पूंछ की मेंढार तहसील के भट्टा डुरियन इलाके में सेना और प्रशिक्षुओं के बीच में हुई। इसमें चार जवान समेत एक अन्य जेसीओ शहीद हो गए।

30 अक्टूबर 2021: राजौरी के नौशेरा सेक्टर में माइन ब्लास्ट में एक लेफ्टिनेंट और एक जवान की जान चली गई।

2022: अगस्त और दिसंबर में दो बड़े हमले

11 अगस्त 2022: राजौरी जिले के दारहल इलाके में परगल आर्मी कैंप पर हमला। इसमें पांच जवान शहीद हो गए जबकि दो फिदानों की सेना ने मार डाला।

18 दिसंबर 2022: राजौरी के अल्फा गेट के बाहर एक आतंकी हमले में दो नागरिकों की मौत हो गई।

18 दिसंबर 2022 को आतंकवादी हमलों में मृतकों का नाम कमल किशोर और सुरिंदर कुमार थे।

18 दिसंबर 2022 को आतंकवादी हमलों में मृतकों का नाम कमल किशोर और सुरिंदर कुमार थे।

2023: इस साल दस युवा शहीद हुए

1 जनवरी 2023: राजौरी के डांगरी गांव में दो विदेशी आतंकियों और आईईडी ब्लास्ट में अल्पसंख्यक समुदाय के सात लोग मारे गए। इनमें से दो नाबालिग थे।

20 अप्रैल 2023: टेल जिले के भट्टा डुरियन इलाके में स्थित टेल जिले में वैज्ञानिकों ने 30 सितंबर को हमला किया, जिसमें सेना के पांच जवान शहीद हो गए, जबकि एक जवान घायल हो गया।

5 मई 2023: राजौरी के कांडी में एक वैज्ञानिक ने आईईडी विस्फोट किया जिसमें पांच आर्मी पैरा कमांडो शहीद हो गए और एक मेजर घायल हो गया।

18 जुलाई 2023: टेल जिले के सुरनकोट तहसील के सिंधारा टॉप इलाके में चार व्यवसायों को मारा गया है।

तस्वीर 1 जनवरी 2023 की शाम डांगरी की है, जहां वैज्ञानिक ने अंडोधंध दवा की थी।

तस्वीर 1 जनवरी 2023 की शाम डांगरी की है, जहां वैज्ञानिक ने अंडोधंध दवा की थी।

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