जम्मू कश्मीर आतंकवाद; सुरक्षा बलों ने श्रीनगर कुपवाड़ा राजमार्ग पर IED हमले को टाला | एलपीजी के बीच तीन एलपीजी सिलेंडर में लगा आईईडी बम बरामद; सेना और पुलिस ने नष्ट कर दिया

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उत्तर26 मिनट पहले

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जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बताया कि वहां IED बम कहां रखा गया था, वहां पर करीब 1000 सार्वजनिक सामान और 200 सुरक्षा वाहन रखे हुए थे।  - दैनिक भास्कर

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बताया कि वहां IED बम कहां रखा गया था, वहां पर करीब 1000 सार्वजनिक सामान और 200 सुरक्षा वाहन रखे हुए थे।

जम्मू-कश्मीर में श्रीनगर-कुपवे को जोड़ने वाली राष्ट्रीय राजमार्ग पर शुक्रवार को बड़ा आतंकी हमला हुआ। कश्मीर के कूप वेव जिले के गणपोरा इलाके में 10 किलोमीटर के तीन गोदामों में बम प्लांट किए गए थे।

न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, IED को जिस जगह पर रखा गया था, वहां पर करीब 1000 सार्वजनिक सामान और 200 सुरक्षा वाहन लगे हुए थे। एअर डिफेंस यूनिट की नजर में गार्डों की नजर रखी गई।

इसके बाद भारतीय सेना की जानकारी दी गई। आईईडी बम को नष्ट करने के तहत भारतीय सेना की चीनी सेनाओं और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाया। चिनार कॉर्प्स ने सोशल मीडिया पर बम विस्फोट करने की तस्वीरें भी शेयर की हैं।

साज़िश ने साज़िशों को दलालों में शिष्यों से पढ़ाया था।

साज़िश ने साज़िशों को दलालों में शिष्यों से पढ़ाया था।

भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाकर बम को नष्ट किया।

भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाकर बम को नष्ट किया।

इस साल सितंबर तक 47 दोस्त मारे गए
जम्मू-कश्मीर में वैज्ञानिकों के खिलाफ सुरक्षाबल लगातार ऑपरेशन चला रहे हैं। कश्मीर क्षेत्र में जनवरी से सितंबर तक नौ महीने के दौरान 47 आतंकवादी मारे गये। इनमें करीब 37 विदेशी और नौ स्थानीय हत्यारे थे। वहीं, राजौरी और पुंछ जिले में जनवरी से सितंबर तक तीन बड़े आतंकवादी हमले हुए।

1 जनवरी को राजौरी के डांगरी में, 20 अप्रैल को पुंछ के तोता गली में और 5 मई को राजौरी के कंडी जंगल में आतंकी हमला हुआ था। इसमें सेना के 10 जवान शहीद हो गए थे। वहीं, ट्रियगार्डों ने हिंदू समुदाय के सात लोगों की हत्या कर दी थी।

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