न4 मिनट पहलेलेखक: देवांशु तिवारी
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23 फरवरी 2023…अंत में सब कुछ सामान्य था। माफिया अतीक अहमद जेल से ही अपने सभी अवैध धंधों को चला रहा था। देर शाम खबर आई… धूमनगंज में सिद्धार्थ और उनके दोनों गनर्स को बीच बाजार में गोली मार दी गई। ये ट्रिपल गैंग अतीक के आतंक पर आखिरी कील साबित हुआ।
एक हफ्ते के अंदर अतीक के खास लोग पुलिस बलों में शामिल हो गए। खुद अतीक और अशरफ को पुलिस सुरक्षा के बीच से प्यार से भून दिया गया। इन 11 महीनों में डी-कंपनी के जो लोग बच गए, उन्होंने या तो सरेंडर कर दिया या फिर अंडरग्राउंड हो गए।
7 दिन पहले अतीक की पत्नी शाइस्ता परान को एक महीने का करोड़