छात्रों के लिए बनेगी ‘अपार’ आईडी, आधार की तरह करेगा काम इसमें पढ़ाई से लेकर हर डेटा रहेगा; आधार की तरह मित्र की पहचान तय होगी

नई दिल्ली35 मिनट पहलेलेखक:​​​​​​​​​​अनिरुद्ध शर्मा

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ऑटोमेटेड पर्मानेंट एकेडमिक अकाउंटेंट रजिस्ट्री वाइकी अपारदर्शी (एपीएएआर आईडी), एसेट के सिद्धांतों की अब यही यूनीक पहचान होगी। यह आधार की तरह 12 डिजिट का यूनिक नंबर होगा। यह किसी भी रेडिएटर को बाल वाटिका, स्कूल या कॉलेज में डाउनलोड करना ही होगा।

इसमें स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी प्लेसमेंट, प्लास्टिक बैचलर, बैचलर ट्रेनिंग, इंटर्नशिप, स्कॉलरशिप, स्कूल, कोर्स क्रेडिट ट्रांसफर और अन्य कोई उपलब्धि जैसी सारी जानकारी डिजिटल रूप में शामिल रहेगी।

देश के 30 करोड़ मृतकों को अपार के कार्यालय में पेश किया जाएगा
संस्थागत में करीब 30 करोड़ परिचित हैं। इनमें से 4.1 उच्च शिक्षा और करीब 4 करोड़ कोचिंग कोर्स जुड़े हुए हैं। बाकी रसोई में हैं। एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट सिस्टम लागू होने के इस सत्र में एक हजार से अधिक उच्च शिक्षा असॉल्ट के एक करोड़ से अधिक छात्र-छात्रा अपार के लिए भर्ती करवाये गये हैं। सरकार का लक्ष्य सभी 30 करोड़ छात्रों को अपार संख्या में शामिल करना है।

शिक्षा मंत्रालय ने सभी राज्यों के सचिवों को पत्र लिखकर सभी स्कूल-कॉलेजों में विद्यार्थियों का अपारदर्शी नामांकन करने का आग्रह किया है। नई शिक्षा नीति-2020 में यह निर्देश है कि स्कूल, उच्च शिक्षा एवं पोर्टफोलियो डोमेन के छात्र-छात्राओं का डेटा एक मंच होना चाहिए।

12 डिजिट का यूनिक नंबर किसी भी यूनिट को बाल वाटिका, स्कूल या कॉलेज में दाखिला लेना ही मिलेगा।

12 डिजिट का यूनिक नंबर किसी भी यूनिट को बाल वाटिका, स्कूल या कॉलेज में दाखिला लेना ही मिलेगा।

वो सब कुछ जो जानना जरूरी है…

1. यह कहाँ स्थित है?
अपारदर्शी आधार नंबर के माध्यम से जारी किया जाएगा। सिर्फ स्कूल-कॉलेज के माध्यम से ही मिलेगी। माता-पिता/अभिभावकों की सहमति भी लेगी। आईएसएस डेटा शैक्षणिक एसोसिएटेड और अनुयायियों के साथ साझा किया जाएगा। इसके तहत बच्चों का आधार वेर अनुश्रवण किया गया। अपार से जुड़े रिकॉर्ड डिजिलॉकर में उपलब्ध होंगे।

2. कहाँ उपयोग हो?
छात्र जीवन से जुड़ी हर एकेडमिक गेमप्ले की जानकारी इस नंबर के साथ उपलब्ध होगी। नौकरी पाने के लिए भी सीधे अपरा नंबर का उपयोग करें। यही नहीं, नौकरी पाने के बाद स्किलिंग, रीस्किलिंग या अपस्किलिंग में भी इसी का उपयोग किया जाता है।

3. शिक्षा से इतर संस्थान का उपयोग कहाँ किया जाता है?
रेल और बस स्टेशन में अपारा नंबर का उपयोग किया जाता है।

4. अपारदर्शी से कौन सी मुश्किल आसान है?

  • कोर्स क्रेडिट कैटलॉग में आसानी होगी। मसलन किसी कोर्स के दो विषय आप पढ़ चुके हैं और अन्य विषय बाद में पढ़ चुके हैं तो इसमें जानकारी बाकी है कि आप दो विषय शुरू में पढ़ चुके हैं। ये मॉडल नहीं पढ़ेंगे।
  • अपार में रसायन शास्त्र वेरी सहकारी। बार-बार नौकर का झंझट ख़त्म हो जाएगा।
  • आपकी डिज़ाइन पढ़ाई पूरी तरह से या कोई डिग्री ली है, तो ऐसी उत्सुकता बनी रहेगी।
  • आप किसी भी योजना, कंसेशन, ऑटोमोबाइल के लिए उपयुक्त हैं, तो डीओपीएल से संबंधित संस्था का पता चल जाएगा।

5. और किन्हें रिलीज़ होगी?
छात्रों के साथ ही उनके पैन नंबर, स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय या उच्च शिक्षा के छात्रों और एजुटेक संस्थानों के छात्रों को उनके यूडाइस, आईसी या आईएसओएन नंबर के आधार पर अपारा नंबर जारी किया जाएगा।

ऐसा एक तंत्र जरूरी था, जहां सब कुछ प्रमाणित हो…
नेशनल एजुकेशनल टेक्नोलॉजी फ़ोर्म के चतुर्थ प्रो. अनिल सहस्रबुद्धे ने बताया कि देश के सभी छात्रों के पास अपने छात्रों के लिए असंतोष है, टेलीकॉम का डेटा होता है, लेकिन यह एक बेकार में नहीं होने वाली समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क के आने के बाद मल्टीपल एग्रीगेट, एंट्री, कोर्स में लैटरल एंट्री आदि में ऐसे तंत्र की जरूरत थी, जहां एक ही मंच पर सब कुछ नया हो सके। कई बार अलग-अलग विचारधारा के पास एक ही संस्था के बारे में डेटा भी उपलब्ध कराया जाता है। अब एक ही प्लेटफॉर्म से डेटा शेयरिंग से सभी कलाकारों की बातें खत्म हो गईं।’

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