चुनाव आयोग ने कहा- अजित पवार ग्रुप ही असली NCP है | अजित गुट ही असली NCP, चुनाव आयोग का फैसला: 7 फरवरी को शरद समर्थक गुट को मिलेगा नया नाम और सिंबल

कुछ ही क्षण पहले

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चुनाव आयोग ने मंगलवार (6 फरवरी) को कहा कि अजीत रेवा गुट ही असली NCP है। साथ ही आयोग ने शरद पवार को नए राजनीतिक दल के लिए 7 फरवरी की दोपहर 4 बजे तक तीन नामों की घोषणा की है।

चुनाव आयोग ने 6 महीने तक चली 10 सुनवाई के बाद दिया ये फैसला. आयोग ने कहा है कि बहुमत के बहुमत ने अजित गुट को एनसीपी का नाम दिया और चुनाव में जीत हासिल करने में मदद की।

अजित 2 जुलाई 2023 को एनसीपी के 8 नामों के साथ महाराष्ट्र की शिंदे सरकार शामिल हो गए थे। उन्होंने अपने साथ एनसीपी के 40 बेंचमार्क के समर्थन का दावा किया था. गठबंधन सरकार में अजित को डिप्टी सीएम बनाया गया था।

शरद से बगावत के बाद अजित ने 30 जून को दावा किया था कि बहुमत उनके पास है। इसलिए पार्टी पर उनका अधिकार है। आयोग में दस्तावेज तैयार कर अजीत ने 9 हजार से अधिक दस्तावेज पेश किये थे।

चुनाव आयोग ने 6 फरवरी को पत्र जारी कर कहा है कि अजिता समर्थक गुट ही असली एनसीपी है।

चुनाव आयोग ने 6 फरवरी को पत्र जारी कर कहा है कि अजिता समर्थक गुट ही असली एनसीपी है।

मुंबई में अजिता निर्माता के कार्यालय के बाहर उनके समर्थक बने हुए हैं।

मुंबई में अजिता निर्माता के कार्यालय के बाहर उनके समर्थक बने हुए हैं।

अजीत ने 5 जुलाई को कहा था- अब मैं एनसीपी प्रमुख हूं
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम बनने के बाद अजीत पवार ने 5 जुलाई 2023 को शरद ऋतु को राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटा दिया था। अजीत ने खुद को नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के बारे में भी बताया। ओल्ड पटेल ने 30 जून 2023 को मुंबई में पार्टी की राष्ट्रीय कंपनी की बैठक बुलाई थी, उसी में यह निर्णय हुआ।

अजीत निर्माता ने आयोग में एनसीपी और अपने चुनावी चिन्ह घड़ी पर अपना दावा करते हुए 30 जून को ही पत्र भेजा था। वहीं, शरद गुट के नेताओं और महाराष्ट्र में पार्टी के अध्यक्ष जयन्त पाटिल ने 3 जुलाई को आयोग से अजित समेत 31 दलों को निर्णायक घोषित करने की मांग की थी।

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