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- चक्रवात मिचौंग ट्रैकिंग अपडेट; तमिलनाडु आईएमडी बारिश चेतावनी | बंगाल की दक्षिणी तटीय खाड़ी
चेन्नई7 मिनट पहले
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![मिचौंग तूफान 5 दिसंबर की सुबह नेल्लोर और फिशपट्टनम के बीच आंध्र प्रदेश तट को पार करेगा। - दैनिक भास्कर](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2023/12/02/comp-1-2023-12-02t115841722_1701498527.gif)
मिचौंग तूफान 5 दिसंबर की सुबह नेल्लोर और फिशपट्टनम के बीच आंध्र प्रदेश तट को पार करेगा।
बंगाल की खाड़ी में बन रहा काम दबाव का क्षेत्र शनिवार को दीप अवसाद में बदल गया। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के मुताबिक, अगले 24 घंटे में यह तूफान का रूप ले लेगा। इस तूफ़ान का नाम मिचौंग रखा गया है।
आईएमडी ने बताया, 3 दिसंबर से उत्तर-पश्चिम की ओर तूफान आएगा। 5 दिसंबर की सुबह तूफान आंध्र प्रदेश के नेल्लोर और फिशपट्टनम तट को पार करेगा। उस समय तूफान की गति 80-90 किमी प्रति घंटा होगी। यह 100 किमी प्रति घंटे तक भी पहुंच सकता है।
नागपट्टनम जिले के वेलानकन्नी समुद्र तट पर समुद्री मील का प्रभाव 100 मीटर पीछे चला गया है, जहां किनारे की चौड़ाई बढ़ गई है। वहीं तमिलनाडु के कई अछूतों में भारी बारिश हो रही है।
मछलीपट्टनम और नेल्लोर के बीच से गुजरेगा तूफ़ान
विशाखापत्तनम चक्रवात चेतावनी केंद्र के एमडी सुंदा ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा, 3 दिसंबर से तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के तटों पर हवाएं और बारिश बढ़ेगी। दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश में मध्यम वर्षा और कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना है।
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तीन राज्यों में तूफान की संभावना…
टेम्प्लेट: तमिलनाडु के तिरुनेलवेली, कांचीपुरम, चेंगलपट्टु, चेन्नई, तेनका, थूथुकुडी, तिरुनेलवेली और कन्याकुमारी सहायक उपकरण में पांच से अधिक अंडमान में मध्यम वर्षा के साथ बिजली गिराने की संभावना है।
आंध्र प्रदेश: आंध्र प्रदेश के रियालसीमा में अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा, 3 और 4 दिसंबर को अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा की भविष्यवाणी की गई है।
ओडिशा: 4-5 दिसंबर को ओडिशा के तटीय इलाकों में भारी बारिश होने की संभावना है। तूफान के तहत ओडिशा के सात तटीय तट – बालासोर, भद्रक, केंद्रपाड़ा, जगतसिंहपुर, पुरी, सूरता और गंजाम को संभावित बनाया गया है।
तूफ़ान को मिचौंग नाम दिया
मिचौंग तूफ़ान का नाम म्यांमार है। इसका मतलब होता है ताकतें और इकाइयाँ होती हैं। मिचौंग साइक्लोन साल 2023 में बंगाल की खाड़ी का चौथा और हिंद महासागर में बनने वाला छठा तूफान है।
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पिछले 6 महीनों में आया था बड़ा तूफ़ान…
21 अक्टूबर: अरब सागर में तेज़ तूफ़ान आया, ओमान की ओर बढ़ा
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अक्टूबर में अरब सागर में तेज़ नाम का तूफ़ान उठा था। पहले इसके भारत की तरफ आने की संभावना थी। बाद में आईएमडी ने बताया कि समुद्री तूफान से गुजरात के तटीय इलाकों को खतरा हो गया है।
यह तूफ़ान गुजरात से 1600 किमी दूर ओमान और यमन की ओर बढ़ा है। हिंद महासागर क्षेत्र में समुद्री तटों के लिए अपनाए गए एक फॉर्मूले के अनुसार इस तूफान का नाम ‘तेज’ रखा गया है।
आईएमडी के अनुसार, तेज तूफान 25 अक्टूबर की सुबह अल गदाह (यमन) और सलालाह (ओमान) से होते हुए यमन-ओमान के तट को पार करेगा। हालाँकि, निजी एजेंसी स्काईमेट वेडर ने यमन-ओमान में समुद्री तूफ़ान के तेज़ गति के प्रक्षेपण की संभावना व्यक्त की है। पढ़ें पूरी खबर…
13 जून: अरब सागर से उठे तूफान बिपरजॉय ने गुजरात, महाराष्ट्र में मची तबाही
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13 जून को अरब सागर से उठे बिपरजॉय तूफान ने भारत में काफी तबाही मचाई थी। 15 जून की शाम को तूफान गुजरात के कच्छ जिले के जखौ बंदरगाह से टकराया। इस दौरान 150 किमी/घंटे की सचिवालय से हवाएं चलीं। इसके चलते गुजरात और मुंबई के तटीय इलाकों में भारी बारिश हुई। गुजरात में 9 लोगों की मौत हो गई थी। 940 से अधिक क्षेत्र की बिजली गुल हो गई। वहीं, बाढ़ और मार्ग बंदा होने से 4600 ग्रामीण क्षेत्र का संपर्क टूट गया था। पढ़ें पूरी खबर…
7 मई : बंगाल की खाड़ी से म्यांमार में आया मोका तूफ़ान 3 की मृत्यु
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7 मई को बंगाल की खाड़ी में मोका तूफ़ान आया था। पहले यह भारतीय कोस्टल क्षेत्र की ओर बढ़ रहा था। बाद में यह म्यांमार के तट से टकराया। लगभग 200 किमी की आबादी से चल रही इमारतें और तेज बारिश की वजह से कई घरों की छतें उड़ गईं और मोबाइल टावर चले गए। इस तूफ़ान का असर बांग्लादेश पर भी हुआ था। पढ़ें पूरी खबर…