चक्रवात तूफान हैमून लैंडफॉल अपडेट; पश्चिम बंगाल ओडिशा | आईएमडी अलर्ट | ओडिशा-पश्चिम बंगाल में असर, कोस्टल क्षेत्र से लोगों को हटाने का आदेश

भुवन/कोलकाता5 मिनट पहले

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अरब सागर में आया चक्रवाती तूफान तेज के बाद बंगाल की खाड़ी में नया तूफान बन रहा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने एक रिपोर्ट में कहा है कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक गहरा दबाव वाला क्षेत्र बन रहा है। सोमवार शाम तक यह समुद्री मील में बदल जाएगा।

इस तूफानी तूफ़ान को हामून नाम दिया गया है। ये नाम ईरान ने रखा है। रविवार की रात को उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ने के बाद यह प्रणाली वर्तमान में पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी में स्थित है।

यह ओडिशा के पारादीप से लगभग 400 किमी और पश्चिम बंगाल में दीघा से 550 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में स्थित है। समुद्री मील के खतरे को देखते हुए कोस्टल क्षेत्र से लोगों को हटाने का आदेश दिया गया है।

अब जानिए तूफान का क्या है रास्ता…

उत्तर और उत्तर पूर्व की ओर तट, बांग्लादेश तट तक
आईएमडी के मुताबिक, अगले 12 घंटों में कंप्रेशर क्षेत्र में तूफानी तूफ़ान आने की संभावना है। यह धीरे-धीरे उत्तर और उत्तरपूर्व की ओर बढ़ता है। 25 अक्टूबर की शाम को पाटलुपारा और चटगांव के बीच बांग्लादेश तट को पार करने की संभावना है।

इस बीच, ओडिशा सरकार ने सभी जिलों के उम्मीदवारों को किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहने को कहा है और प्रशासन को भारी बारिश की स्थिति में आदिवासियों के जिलों से लोगों को निकालने का निर्देश दिया है।

भारत में तूफ़ान का वास्तविक प्रभाव…

भारत से टकराने की संभावना नहीं, ओडिशा तट से 200 किमी दूर
मौसम वैज्ञानिक यू.एस. दास ने कहा, हामून समुद्री तट से लगभग 200 किमी दूर समुद्र में डूबा हुआ है। उन्होंने कहा कि इसका असर अगले दो दिनों में ओडिशा में कुछ जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।

मौसम विभाग ने कहा कि क्योंझर, मृगभंज और ढेंकनाल के अलावा उत्तरी और दक्षिणी तट पर कुछ मंजिलों पर मध्यम वर्षा होगी। मत्स्य पालन एवं पशु संसाधन विकास विभाग ने मछली को गहरे समुद्र में न जाने की सलाह दी है।

पश्चिम बंगाल के कुछ आकर्षक पर प्रभावशाली
वहीं मौसम विभाग ने पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर, कोलकाता और दक्षिण 24 परगना के कुछ हिस्सों में बिजली गिरने और मध्यम बारिश के साथ तूफान की भविष्यवाणी की है।

पिछले 6 महीनों में आया था बड़ा तूफ़ान…

21 अक्टूबर: अरब सागर में तेज़ तूफ़ान आया, ओमान की ओर बढ़ा

​हामून माइक्रॉन से पहले अरब सागर में तेज़ नाम का तूफ़ान उठाया था। पहले इसके भारत की तरफ आने की संभावना थी। बाद में आईएमडी ने बताया कि समुद्री तूफान से गुजरात के तटीय इलाकों को खतरा हो गया है।

यह तूफ़ान गुजरात से 1600 किमी दूर ओमान और यमन की ओर बढ़ा है। हिंद महासागर क्षेत्र में समुद्री तटों के लिए अपनाए गए एक फॉर्मूले के अनुसार इस तूफान का नाम ‘तेज’ रखा गया है।

आईएमडी के अनुसार, तेज तूफान 25 अक्टूबर की सुबह अल गदाह (यमन) और सलालाह (ओमान) से होते हुए यमन-ओमान के तट को पार करेगा। हालाँकि, निजी एजेंसी स्काईमेट वेडर ने यमन-ओमान में समुद्री तूफ़ान के तेज़ गति के प्रक्षेपण की संभावना व्यक्त की है। पढ़ें पूरी खबर…

13 जून: अरब सागर से उठे तूफान बिपरजॉय ने गुजरात, महाराष्ट्र में मची तबाही

13 जून को अरब सागर से उठे बिपरजॉय तूफान ने भारत में काफी तबाही मचाई थी। 15 जून की शाम को तूफान गुजरात के कच्छ जिले के जखौ बंदरगाह से टकराया। इस दौरान 150 किमी/घंटे की सचिवालय से हवाएं चलीं। इसके चलते गुजरात और मुंबई के तटीय इलाकों में भारी बारिश हुई।​​​​​​​​​​​गुजरात में 9 लोगों की मौत हो गई थी। 940 से अधिक क्षेत्र की बिजली गुल हो गई। वहीं, बाढ़ और मार्ग बंदा होने से 4600 ग्रामीण क्षेत्र का संपर्क टूट गया था। पढ़ें पूरी खबर…

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