10 मिनट पहलेलेखक: रक्षा सिंह
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पिछले साल चुनावी प्रचार में सीएम योगी ने अपनी रैली में कहा था- ”जिस गाड़ी में सूप का झंडा, समझो कोई जाना-पहचाना गुंडा।” योगी के कहने का मतलब यह था कि सपा के नेता और कार्यकर्ता प्रशासन के नियमों का पालन नहीं करते और न ही पुलिस अधिकारी उनका सम्मान करते हैं। लेकिन इसके ठीक उलटी बिजनेस मशीनरी और लीडर्स का हाल क्या है? कानून में वह कितने आगे हैं, हम इन नीरस की पहचान करते हैं।
पिछले कुछ दिनों में ऐसी-ऐसी घटनाएं सामने आई थीं कि सीएम