कुरान और रामायण की अग्रदूत एक दुकान | ग़रीब के महाराजगंज में स्थित है ये पुरानी दुकान, न्यारा भाषा में हैं दोनों पवित्र ग्रंथ

ग़रीब, जम्मू-कश्मीर6 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

1933 से मुगलसराय के महाराजगंज इलाके में 1933 से 1933 तक रेस्टुरेस्ट लिटरेचर को संरक्षित रखा गया है। ये वैज्ञानिक दुकान, कुरान प्रकाशित करने वाली पहली दुकान भी है। यहां राइटर्स भाषा में रामायण भी है। ये केवल आर्टिलरी साहित्य के संरक्षण में योगदान नहीं है, बल्कि स्थानीय समुदाय को उनकी मूल भाषा में आवश्यक धार्मिक ग्रंथों तक पहुंच प्राप्त है। ये दुकानदार, व्यापारी और विद्वान के लिए एक केंद्र के रूप में काम करते हैं, जो कठपुतली भाषा और संस्कृति के विकास को बढ़ावा देते हैं। इस दुकान ने शास्त्रीय साहित्य में अलग-अलग तरह के चमत्कारों के बावजूद, सांस्कृतिक साहित्य को बढ़ावा देने और संरक्षित करने में अहम योगदान दिया है। आस्थान ये वैज्ञानिक दुकान स्थानीय समुदाय के सिक्कों में एक विशेष स्थान है और क्षेत्र की समृद्ध धार्मिक विरासत को नष्ट कर दिया गया है।

खबरें और भी हैं…

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *