कर्नाटक स्कूल शौचालय सफाई विवाद; बीजेपी विधायक बीआर पाटिल | कोलार न्यूज़ | वोट के वेस्टेज हाथ से उठते हुए बीजेपी नेता बोले- ये गद्दार

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कोलार11 मिनट पहले

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7 टॉयलेट के वेस्टेज का साफा करते हुए नजर आ रहे हैं।  इनमें से एक डीजल इंजन के अंदर खड़ी नजर आ रही है।  - दैनिक भास्कर

7 टॉयलेट के वेस्टेज का साफा करते हुए नजर आ रहे हैं। इनमें से एक डीजल इंजन के अंदर खड़ी नजर आ रही है।

कर्नाटक के एक स्कूल में सातवीं से नौवीं कक्षा तक के 7 बच्चों में साफा का मामला सामने आया है। 2000 में एक छात्र ने की थी सफाई की मांग

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, मामला कोलार जिले के मोराजी दशमी मडिया स्कूल का है। घटना कुछ दिन पहले की है, लेकिन इससे जुड़ी तस्वीरें रविवार (17 दिसंबर) को वायरल हुईं।

7 टॉयलेट के वेस्टेज का साफा करते हुए नजर आ रहे हैं। इनमें से एक डीजल इंजन के अंदर खड़ी नजर आ रही है। तस्वीरों में दो महिलाएं नजर आ रही हैं। एक छात्र का खुलासा सामने है, जबकि दूसरी महिला दूर ले जाया गया, छात्रों पर नजर रख रही है।

बीजेपी नेता बसनगौड़ा आर पाटिल ने इस घटना को दोहराया। उन्होंने एक्स (जो पहले ट्वीट किया था) पर लिखा था- परमाणु ऊर्जा ने बच्चों को ज्ञान दे दिया उन्हें इस तरह का खतरनाक काम देकर उनकी जान जोखिम में डाल दी गई। देश में मैनुअल स्कैवेंजर्स क्राइम है और स्कूल में डेमोक्रेट्स से यह काम किया गया है। आप के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई की जाए।

मामला कोलार जिले के मोरारजी सिद्दीकी आवासीय विद्यालय का है।  घटना कुछ दिन पहले की है, लेकिन इससे जुड़ी तस्वीरें 17 दिसंबर को वायरल हुईं।  तब मामला सामने आया।

मामला कोलार जिले के मोरारजी सिद्दीकी आवासीय विद्यालय का है। घटना कुछ दिन पहले की है, लेकिन इससे जुड़ी तस्वीरें 17 दिसंबर को वायरल हुईं। तब मामला सामने आया।

मामले की जानकारी में शामिल हैं कर्नाटक के समाज कल्याण विभाग की एक समिति ने स्कूलों का दौरा किया। उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज़ की बात कही है।

स्कूल में कोई स्थायी शब्द नहीं, 3 के खिलाफ दर्ज होगा
कोलार के एसपी नारायण एम ने कहा कि स्कूल में कोई स्थायी वार्डन नहीं था। प्रभारी वार्डन मुनियप्पा समेत दो अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या स्कूल प्रशासन ने शौचालय की सफाई का काम किसी निजी संस्था को दिया था। किस स्कूल के अन्य कॉलेजों में भी बच्चों से शौचालय साफ-सफाई के सामान मिलते हैं।

इसी स्कूल के एक अन्य मामले में स्टोर को भारी बैग लादकर रात भर में बेचैनी की सजा दी गई। जिसमें छात्र थकावट और डायहाइड्रेशन के मरीज़ शामिल थे।

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