बैंगलोर5 मिनट पहले
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(फ़ॉलो फोटो)
कनार्कन पब्लिक सर्विस कमीशन के एगोजामेत में शामिल लड़कियों को एक्जाम हॉल में दाखिला लेने से पहले मंगलसूत्र को कहा गया था। लड़कियों से उनके कान के झुमके, गले की चेन और बिछिया भी निकालने को कहा गया।
इस मामले को लेकर भाजपा न्यूनतम बसनगौड़ा यतनाल ने पूछा कि क्या ये नियम सिर्फ दोस्ती के लिए थे। एक इंस्टालेशन मंगलसूत्र नमूने को बताया गया था, उन्होंने बताया कि अधिकारियों ने हिजाब मॉडल वाली महिलाओं के भी इंस्टालेशन की पेशकश की थी, लेकिन उन्हें प्रवेश द्वार के अंदर मिल गया।
इलेक्ट्रानिक ने कहा कि हिंदू धर्म में मंगलसूत्र को नहीं हटाया गया है। जब जरूरत ख़त्म हो जाती है, तभी हम उसे हटा देते हैं। मेरे लिए मंगलसूत्र और बिछिया हटाए गए पोस्ट की जांच करें। जैसे वह हिजाब लड़कियों वाली लड़कियों को वेश्यालय के बाद अंदर जाने देती थी, वैसे ही हमें भी जाना चाहिए था।

दोस्त ने बताया कि हिजाब ब्रांड वाली महिलाओं को एंट्री दी गई।
कान में रॉक रिकॉर्ड बनाते समय पकारया था
कहा जा रहा है कि एग्जॉम के दौरान नकल निषेध के लिए प्रशासन ने पद छोड़े हैं। असल में, 4 नवंबर को कर्नाटक कॉमनवेल्थ एंट्रेंस परीक्षा के दौरान एक जिज्ञासु और उसके भाई को नकल करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
दोनों की पहचान त्रिमूर्ति और अंबरीश के रूप में हुई। पुलिस ने बताया कि एग्जॉम सेंटर में त्रिमूर्ति नेशनल स्टॉक एक्सचेंज परीक्षा दे रही थी। उनके भाई अंबरीश फैक्ट्री के एग्जॉम सेंटर के बाहर से उनकी मदद की जा रही थी।
ऐसा मामला पहले भी सामने आया…
1. नीट परीक्षा में स्टूडेंट सेइनावीर उतरवाए
इस साल 7 मई को नीट परीक्षा के दौरान महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, चंडीगढ़ समेत कई जगहों पर नीट परीक्षा को लेकर विवाद हुआ था। चेन्नई के एक परीक्षा केंद्र पर मैड्रिड को एग्ज़ाम से पहले खुले में ब्रा ट्रायल के लिए मजबूर किया गया था।
पश्चिम बंगाल के हुगली में कुछ लाख परीक्षण केंद्र पर प्लांट बनाया गया। परन्तु उनका उन्हें खाली नहीं किया गया। ऐसे में नामांकनकर्ताओं ने अपनी मां की लेगिंग्स पहने रखीं। ये सब भी खुले में हुआ। कुछ लड़कियों को तो खुले में ही सेक्सुअल चेंज करने पड़े। ठिकानों ने घेरा बनाया, तब व्यापारी ने अपनी बेटियों के लिए कपड़े बदले।

2. केरल में एग्जॉम सेंटर पर 90% लड़कियों के उतरवा का विवरण दिया गया था
पिछले साल केरल के कोलम जिले में ड्रेस कोड से ऐसा ही एक मामला सामने आया था। मार्थोमा इंस्टीट्यूट ऑफ फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी सेंटर एनईईटी की परीक्षा एज़्जेक्ट सेन्टर पर ब्रा ट्रायल के लिए दी गई। जब आर्कियोलॉजी ने आर्किटेक्चर बनाया तो उसे परीक्षा में बैठने से मना कर दिया गया।
हालाँकि ऑर्केस्ट्रा ब्रा आउटकर परीक्षा चली गई, लेकिन वापस आने के बाद लड़की और उसके पिता ने एनटीए के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। इस परीक्षा केंद्र पर 90 प्रतिशत लड़कियां के इनरवीर उतरवाए गए थे। इसके अलावा 1 लड़की की सूची के लिए कहा गया है, क्योंकि सूची में धातु के बटन लगे थे।