नई दिल्लीकुछ ही क्षण पहले
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![सांसद डीके सुरेश, कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार के भाई हैं। - दैनिक भास्कर](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/02/01/congress-mp-dk-suresh_1706793095.jpg)
सांसद डीके सुरेश, कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार के भाई हैं।
संसद में 1 फरवरी को केंद्र सरकार ने अंतरिम बजट पेश किया। इस पर टिप्पणी करते हुए कांग्रेस के न्यूनतम नेता डीके सुरेश ने कहा कि दक्षिण भारत के साथ अन्याय हो रहा है। उन्होंने दावा किया कि जो पैसा साउथ तक रीसाइक्लिंग करना चाहता था, उसे डायवर्ट कर उत्तर भारत में रखा जा रहा है। अगर यह अन्याय दूर नहीं हुआ तो दक्षिणी राज्य में एक अलग देश बनाने की मांग की जाएगी।
डेके सुरेश के इस बयान पर विवाद बढ़ गया है। बीजेपी ने कांग्रेस पर ‘फूट डालो और राज करो’ की नीति का आरोप लगाया है। वहीं, अपने भाई के बचाव में उतरे कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने कहा कि वे सिर्फ जनता की राय व्यक्त करते हैं।
बेंगलुरु ग्रामीण के सांसद सुरेश ने दावा किया है कि दक्षिणी राज्य से लिया जाने वाला टैक्स उत्तर भारत को दिया जा रहा है। साथ ही दक्षिण भारत पर हर मामले में हिंदी कारें जा रही हैं। अगर केंद्र सरकार को उसके हिस्सों का पैसा दे दे तो यह काफी होगा।
पढ़ें सुरेश ने और क्या कहा…
- हम आज इसकी निंदा नहीं करते हैं, तो आने वाले दिनों में (दक्षिण के लिए) एक अलग देश का प्रस्ताव रखना होगा।
- अगर किसी अस्पताल पर नजर डाली जाए तो उसे दक्षिणी राज्य का पैसा उत्तर की ओर जाता है।
- केंद्र सरकार से 4 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का टैक्स लग रहा है, लेकिन बदले में हमें कितना मिल रहा है? हमसे इस पर सवाल उठाना चाहिए।
- 16वां वित्त आयोग शुरू होने जा रहा है, अगर ये विशेषाधिकार सुधारवादी नहीं बने तो दक्षिणी राज्य को आवाज उठानी होगी।
- हजरत मोहम्मद और बौद्ध धर्म के बोर्ड में 60% कन्नड़ को अनिवार्य करने वाले गणतंत्र को गवर्नर थावरचंद अलेक्जेंडर ने बर्खास्त कर दिया था। हिंदी को दक्षिण भारत पर पोस्ट किया जा रहा है(
सिद्धारमैया बोले- अलग देश की मांग नहीं की जा सकती
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने डीके सुरेश के बयान में कहा कि दक्षिण भारत के लिए अलग देश की मांग नहीं की जा सकती। संप्रभुता बनी रहनी चाहिए। हालाँकि, उन्होंने कहा कि स्थानांतरण को लेकर अन्याय हो रहा है।
सीएम सिद्धमैय्या बोले- हम संघवाद पर सहमत हैं. राज्य सरकार टैक्स दरें हैं। यहां से जो कर का पैसा मिलता है वह वित्त आयोग हमें बांटता है। इसमें हमारे साथ अन्याय हुआ है।
उन्होंने यह भी कहा कि करोन्स का स्थानांतरण ठीक नहीं हो रहा है। 14वें वित्त आयोग से 15वें वित्त आयोग तक के स्थानांतरण में 1.07% की कमी है। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन हुआ।