मुंबई34 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
आईआईएम मुंबई में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने छात्रों के सवालों का जवाब दिया। इस दौरान कामकाज, चीन सहित अन्य वैश्विक अध्ययन पर चर्चा की।
देश के विदेश मंत्री एस जयशंकर मंगलवार (30 जनवरी) को आईआईएम मुंबई क्षेत्र से। यहां तलाकशुदा से विदेश मंत्री से व्यवसाय के साथ बने मित्रता संबंध पर प्रश्न।
इसके जवाब में जयशंकर ने कहा कि हर देश के लिए एक-दूसरे की ज़रूरत है, लेकिन पड़ोसियों के लिए एक-दूसरे की ज़रूरत है। इतिहास और भूगोल बहुत शक्तिशाली ताकतें हैं। इससे कोई बच नहीं सकता।
विज्ञापन के इंडिया आउट अभियान पर विदेश मंत्री ने कहा कि राजनीति का रुख तीखा होता है, लेकिन विज्ञापन हमेशा के लिए रुख से नहीं चलता। भारतीय अभिलेख पर भरोसा रखें।
उन्होंने आगे कहा कि यह बात मान लेनी चाहिए कि चीन हमारे पड़ोसियों को प्रभावित करेगा। भारत को इस प्रतियोगिता वाली राजनीति से डरना नहीं चाहिए। चीन के बढ़ते प्रभाव पर अगर यह कहा जाता है कि ये भारतीय पासपोर्ट विफल है तो गलत है।
विश्व राजनीति एक खेल
मुझे लगता है कि वैश्विक राजनीति एक खेल है। आप अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे, मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करूंगा। उन्होंने कहा कि चीन एक प्रमुख उद्योग है। वह बिना किसी रुकावट के अपने तरीके से आकार देने की कोशिश कर सकता है। हमें यह शिकायत नहीं करनी चाहिए कि चीन ऐसा क्यों कर रहा है।
हमें जिम्मेदार देश नहीं माना जाएगा
उन्होंने कहा कि अगर हमारे निर्यात में खराब चीजें हो रही हैं और हम कहते हैं कि मेरा इससे कोई लेना-देना नहीं है तो हमें जिम्मेदार देश नहीं माना जाएगा। जब आप परेशान होंगे तो अनदेखा भी यही कहेगा।
विदेश मंत्री ने कहा कि जब श्रीलंका गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा था, उस वक्त भारत ने उनकी मदद की थी। यह भारत का ट्रैक रिकॉर्ड है। हमें राजनीतिक प्रतिस्पर्धा से डरने की जरूरत नहीं है। भारत में बहुत क्षमता है।
यह खबर भी पढ़ें…
जयशंकर बोले- देश का रुतबा बढ़ा, कोई भी बड़ा मसला हमारी सलाह-मशविरा के बिना तय नहीं होता
विदेश मंत्री एस जयशंकर का कहना है कि पिछले कुछ वर्षों में भारत को लेकर दुनिया का नजारा बदला है। उन्होंने नागपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा- दुनिया में हमारा रुतबा बढ़ा है। कोई भी बड़ा मसला भारत से सलाह-मशविरा बिना तय नहीं होता। पूरी खबर पढ़ें
अमल में सरदार पटेल की वैधता के मामले में: जयशंकर बोले- बीजिंग चीन पर नेहरू की स्थिरता से परे था
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि चीन को लेकर देश पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की नीति से अलग था। जयशंकर का कहना है- नरेंद्र मोदी की सरकार चीन के मामले में सरदार पटेल के रास्ते पर चल रही है। पूरी खबर पढ़ें