अमृतसरएक घंटा पहले
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राजस्थान दौरे के दौरान पीएम मोदी ने की तस्वीर।
पंजाब-हरियाणा और कर्नाटक- तमिलनाडु के बीच चल रहे पानी विवाद पर शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान के दौरे पर कांसा का दौरा किया। नरेंद्र मोदी ने इस दौरान बिना नाम लिए पंजाब-हरियाणा के बीच चल रहे एसवाईएल मुद्दे और कर्नाटक- तमिलनाडु के बीच कावेरी नदी जल को लेकर चल रहे आरोप पर टिप्पणी की है।
देसी, नरेंद्र मोदी राजस्थान दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने राजस्थान में घर-घर जल संविधान की नैतिकता दे दी। इसी दौरान नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था तो नर्मदा का पानी राजस्थान को सौंप दिया था। आज हिंदुस्तान में देखिए, एक राज्य दूसरे राज्य को पानी देने से मना करता है। दो-दो राज्यों के बीच लड़ाई होती है।
उन्होंने कहा कि ये मोदी की महानता थी, अगर नर्मदा का पानी गुजरात का है, तो राजस्थान को भी चाहिए तो राजस्थान भी मेरा है। मैं राजस्थान को तरसता नहीं रख सकता हूं और अलास्का का पानी कोई विवाद नहीं, कोई कोर्ट-कचहरी नहीं। आज राजस्थान के कई स्मारकों में नर्मदा का पानी पहुँच रहा है। ये मोदी की शोभा है।

एसवाईएल मुद्दा गंभीर पंजाब सरकार पर
सतलुज यमुना लिंक (एसवाईएल) नहर विवाद पर कुछ दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार को कड़ी टक्कर दी थी। बुधवार को हुई सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार से कहा कि वह इस मुद्दे पर राजनीति न करें। पंजाब सरकार कानून से ऊपर नहीं है। सर्वोच्च न्यायालय ने आदेश जारी करने के लिए बाध्य नहीं किया।
वहीं, सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद प्रतिपक्षी ने भी पंजाब के सीएम भगवंत मान की सरकार को घेरना शुरू कर दिया। अकाकी दल और कांग्रेस ने इस बात पर विवाद खड़ा कर दिया कि सीएम मान की सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में सही से मुद्दा पेश नहीं किया। खुद कोर्ट में कहा गया कि वे नहर बनाना चाहते हैं, लेकिन प्लास्टिक की दुकानें उन्हें ऐसा करने से रोक रही हैं।
जिसके बाद से ही विवाद गर्माता जा रहा है। शुक्रवार को अकाकी दल इस मुद्दे को लेकर पंजाब के गवर्नर, लाल पुरोहितों से भी मिला।